बहुत कोशिश करता हूँ
इण विचारों को
रंग रूप आकार
कोई नाम, कोई पहचान देणे री
पण यूँ कांई
ये विचार
मुझसे मेरा ही
रंग रूप समय और
जीवन सब छिन रहा है!
किस से शिकायत करे
की मेरा खोया हुआ पल
वापस क्यों नहीं मिल रहा है
मेरे मन ने मुझे समझाया
एक -एक क्षण तेरा तुझे
भगवान के पास ले जा रहा है
और में सब कुछ समझ गया
-•-👏👏👏 -•-
---•विचारक•---
भाई मंशीराम देवासी सामङ
बोरुन्दा जोधपुर