अरे साहब
यह जीवन चक्र है --
उपर वाले का शुक्र है ---
इसलिए हमें नहीं फिक्र है --
बस जीवन के बारे मे ही
सोचता हूँ
बार-बार इसको ही कोसता हूँ
जब तक करता हूँ
वर्क
बॅाडी का कुछ नहीं पड़ता
फर्क
जब तक चलता रहेगा
अंग
जीवन को नहीं लगेगा
जंग
अगर कभी किसी की बात नहीं
मानीं
तो जीवन को होगी एक बड़ी
हानि
एक दिन ऐसा भी आना
होगा
कितनी भी शालिड बॅाडी
हो उसे भी जाना होगा
जीवन के हरेक रास्ते पर
मोड़ हैं,दुर्घटना घटती गणी,,
जरा संभल कर चलना
रखना तुम सावधानी,,
•-----विचारक
भाई मंशीराम देवासी
बोरुन्दा जोधपुर
•---राजस्थान ---•
📱 9730788167