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सदाचार बेला (16 -02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022

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प्रस्तुत है प्रतिशिष्ट आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-  

https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZRHAHbK1w , https://t.me/prav353 

प्रतिदिन की यह सदाचार वेला आचार्य जी के अनुभवों पर आधारित है इसलिये हमें इसका श्रवण कर अधिक से अधिक लाभ लेने का प्रयास करना चाहिये स्वाध्याय का विषय कुछ भी हो सकता है देश,समाज,शरीर का उल्लास, भविष्य की योजनाएं आदि कोई पास न रहने पर भी, जन-मन मौन नहीं रहता; आप आपकी सुनता है वह, आप आपसे है कहता। पञ्चवटी मैथिली शरण गुप्त अपने आप मन में संवाद, विवाद चलते रहते हैं अपने ही शरीर में सृष्टि संचालित होती रहती है परमात्मा किसी किसी में इन्हीं अनुभूतियों को लेखन भाषण, गायन में अभिव्यक्ति देने की क्षमता दे देता है येषां न विद्या न तपो न दानं, ज्ञानं न शीलं न गुणो न धर्मः । ते मृत्युलोके भुवि भारभूता, मनुष्यरूपेण मृगाश्चरन्ति ।। किसी कवि ने यह लिख तो दिया लेकिन पशु भी पृथ्वी पर भार नहीं है अपितु पृथ्वी का शृंगार है | जिसको यह अनुभव होने लगता है उसे पूर्ण आनन्द की अनुभूति होने लगती है यही मोक्ष की अवस्था है तुलसीदास की विनयपत्रिका में रहस्य, सिद्धान्त, विचार और 

विनय की पराकाष्ठा है कबहुँक अंब, अवसर पाइ । मेरिऔ सुधि द्याइबी, कछु करुन-कथा चलाइ॥  

दीन, सब अँगहीन, छीन, मलीन, अघी अघाइ। नाम लै भरै उदर एक प्रभु-दासी-दास कहाइ ॥  

बूझिहैं ‘सो है कौन’, कहिबी नाम दसा जनाइ। सुनत राम कृपालु के मेरी बिगरिऔ बनि जाइ ॥  

जानकी जगजनिन जनकी किये बचन सहाइ। तरै तुलसीदास भव भव नाथ-गुन-गन गाइ॥ 

यहां मां सीता को आधार बनाया है इसकी व्याख्या करते हुए आचार्य जी ने बताया रूपकमय संसार के रहस्य को जानने की चेष्टा करते हैं तो लगता है सर्वत्र विभु आत्मा ही संसार में समाया हुआ है वह कभी राम के रूप में कभी कृष्ण के रूप में कभी अपने ही माता पिता के रूप में कभी आचार्य के रूप में प्रस्तुत हो जाता है यही श्रद्धा जब राष्ट्र में समाहित हो जाती है तो यह भूमि का खंड मात्र न दिखकर साक्षात् देवभूमि दिखाई देती है मीराबाई का जीवन अद्भुत है तुलसी ने एक विलक्षण रूपकमय छंद लिखा जिसको राम अर्थात् राष्ट्र प्रिय नहीं है उसे त्याग दें... 

जाके प्रिय न राम-बदैही । तजिये ताहि कोटि बैरी सम, जद्यपि परम सनेही॥  

तज्यो पिता प्रहलाद, बिभीषन बंधु, भरत महतारी। बलि गुरु तज्यो कंत ब्रज-बनितन्हि, भये मुद-मंगलकारी॥  

नाते नेह राम के मनियत सुहृद सुसेब्य कहौं कहाँ लौं। अंजन कहा आँखि जेहि फूटै, बहुतक कहौं कहाँ लौं॥  

तुलसी सो सब भाँति परम हित पूज्य प्रानते प्यारो। जासों होय सनेह राम-पद, एतो मतो हमारो॥ 

जिसको राष्ट्र के प्रति लगाव हो उसका पल्ला पकड़िये हमें इनके अर्थों की गहराइयों में जाना चाहिये जिससे हमारा चिन्तन बढ़ेगा इस संप्रेषण को आत्मसात् करके यदि हम व्यावहारिक जगत में उतार दें तो यह अत्यन्त लाभप्रद होगा 

राम कहत चलु , राम कहत चलु , राम कहत चलु भाई रे । 

नाहिं तौ भव - बेगारि महँ परिहै , छुटत अति कठिनाई रे ॥१॥ 

बाँस पुरान साज सब अठकठ , सरल तिकोन खटोला रे । 

हमहिं दिहल करि कुटिल करमचँद मंद मोल बिनु डोला रे ॥२॥ 

बिषम कहार मार - मद - माते चलहिं न पाउँ बटोरा रे । 

मंद बिलंद अभेरा दलकन पाइय दुख झकझोरा रे ॥३॥ 

काँट कुराय लपेटन लोटन ठावहिं ठाउँ बझाऊ रे ।

 जस जस चलिये दूरि तस तस निज बास न भेंट लगाऊ रे ॥४॥ 

मारग अगम , संग नहिं संबल , नाउँ गाउँकर भूला रे । 

तुलसिदास भव त्रास हरहु अब , होहु राम अनुकूला रे ॥५॥ 

इस संसार की समस्याओं का समाधान करते हुए हम मार्ग खोजते हैं संसार की असारता को समझने की आवश्यकता है, मृत्यु एक विश्राम स्थल है हमारे अन्दर का भाव जाग्रत हो जिससे हम राष्ट्र के संरक्षण संवर्धन विकास के लिये तैयार हों ताकि सारे विश्व का विनाश शान्त हो |  

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रचनाएँ
सदाचार बेला (फरवरी 2022)
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नियमों के अनुकूल किया गया काम ही सदाचार कहलाता है, जैसे—सत्य बोलना, सेवा करना, विनम्र रहना, बड़ों का आदर करना आदि। ये उत्तम चरित्र के गुण हैं। जिस व्यक्ति के व्यवहार में ये गुण होते हैं, वह सदाचारी कहलाता है। ... इस तरह सदाचार का अर्थ है अच्छा व्यवहार सदाचारी व्यक्ति में गुरुजनों का आदर करना, सत्य बोलना, सेवा करना, किसी को कष्ट न पहुँचाना, विनम्र रहना, मधुर बोलना जैसे गुण होते हैं।
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सदाचार बेला (01-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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श्रवणं कीर्तनं विष्णोः स्मरणं पादसेवनम् । अर्चनं वन्दनं दास्यं सख्यमात्मनिवेदनम् ॥      (नवधा भक्ति ) प्रस्तुत है चित्रकथालापसुख आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण:-  https://sadachar.yugb

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सदाचार बेला (02-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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प्रस्तुत है विकिरण -प्रहि आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण जिसे समीक्षातीत अत्यन्त दिव्य प्रसाद समझकर हमें ग्रहण करना चाहिये यह हमें प्रेरित करने के लिये है |   https://sadachar.yugbharti

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सदाचार बेला (03-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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प्रस्तुत है विश्रब्ध आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-  https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZRHAHbK1w , https://t.me/prav353  सर्वप्रिय भैया अशोक त्रिपाठी (बैच 1988) को

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सदाचार बेला (04-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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प्रस्तुत है शुद्धभाव आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-  https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZRHAHbK1w , https://t.me/prav353  (कल टेलीविजन पर काशी में हो रहे एक कार्यक्

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सदाचार बेला (05-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-   https://sadachar.yugbharti.in/ https://youtu.be/YzZRHAHbK1w , https://t.me/prav353  हम संसार से संयुक्त रहकर संसार से मुक्त होने का प्रयास करते हैं l सहज विषय

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सदाचार बेला (06-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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श्लोकेन वा तदर्धेन तदर्धार्धाक्षरेण वा । अबन्ध्यं दिवसं कुर्याद्दानाध्ययनकर्मभिः ॥  (ऐसा एक भी दिन नहीं बीतना चाहिये जब आपने एक श्लोक, आधा श्लोक, चौथाई श्लोक, या श्लोक का मात्र एक अक्षर नहीं सीखा य

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सदाचार बेला (07-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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जो कल गया वह सदा सुवासित लतान्त है तभी तो रहें न रहें हम महका करेंगे..... प्रस्तुत है कार्पटिक आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-   https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZ

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सदाचार बेला (08 -02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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प्रस्तुत है शक्न आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZRHAHbK1w , https://t.me/prav353  यह सदाचार संप्रेषण आत्मविश्वास, आत्मचिन्तन, आत्मश

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सदाचार बेला (09-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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प्रस्तुत है दत्तहस्त आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in , https://t.me/prav353  जब आदि शंकराचार्य का जन्म हुआ तो उस समय अत्यन्त विषम परिस्थितियां थीं l शंक

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सदाचार बेला (10-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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प्रस्तुत है क्षन्तृ आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-  https://sadachar.yugbharti.in , https://t.me/prav353  हमारे विद्यालय में सदाचार वेला होती थी आम तौर पर विद्यालयों में प्रार्थना ह

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सदाचार बेला (11 -02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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दुष्टदस्युचोरादिभ्यः साधुसंरक्षणं धर्म्मतः। प्रजापालनं धनुर्वेदस्य प्रयोजनम्॥  (अर्थ : दुष्ट, दस्यु (लुटेरे), चोर आदि से धर्मपूर्वक साधुओं (सज्जनों) की रक्षा करना और प्रजा का पालन करना धनुर्वेद क

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सदाचार बेला (12-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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प्रस्तुत है शुचिस्मित आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण : -  https://sadachar.yugbharti.in https://t.me/prav353  हमें जब तक किसी बात का स्मरण न हो हम सांसारिक प्रपंचों में उलझे रहें विचारों

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सदाचार बेला (13-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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तीर्थे तीर्थे निर्मलं ब्रह्मवृन्दं। वृन्दे वृन्दे तत्त्वचिन्तानुवादः॥  वादे वादे जायते तत्त्वबोधः। बोधे बोधे भासते चन्द्रचूडः॥  (रम्भा शुक संवाद) प्रस्तुत है प्रेरक आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाच

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सदाचार बेला (14 -02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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प्रस्तुत है ध्यानतत्पर आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-  https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZRHAHbK1w , https://t.me/prav353  प्रतिदिन की यह सदाचार वेला आचार्य जी

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सदाचार बेला (15-02-2022) का उद्बोधन

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प्रस्तुत है क्षेत्रविद् आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZRHAHbK1w ,https://t.me/prav353  प्रतिदिन की यह सदाचार वेला आचार्य जी के अ

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सदाचार बेला (16 -02-2022) का उद्बोधन

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प्रस्तुत है प्रतिशिष्ट आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-   https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZRHAHbK1w , https://t.me/prav353  प्रतिदिन की यह सदाचार वेला आचार्य जी

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सदाचार बेला (17-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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प्रस्तुत है प्रौण आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-  https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZRHAHbK1w , https://t.me/prav353  प्रतिदिन की यह सदाचार वेला आचार्य जी के अन

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सदाचार बेला (18-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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संगठन मन्त्र इस युग का तारक -मन्त्र है प्रस्तुत है प्रेक्षावत् आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-  आचार्य जी ने बताया हम लोग अर्थात् जो सिद्धान्त और विचार को लेकर चलते हैं, देश और समाज

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सदाचार बेला (19-02-2022) का उद्बोधन

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समय नहीं विचार का यही समय प्रहार का, सभी उठें कमर कसें कि, एक भाव में बसें , दिखेगा यह कि शौर्य शक्ति का उजास हो रहा । प्रस्तुत है यतिन् आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-  https://sad

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सदाचार बेला (20-02-2022) का उद्बोधन

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प्रस्तुत है परिरक्षक आचार्य श्री ओम शंकर जी का का सदाचार संप्रेषण :-   https://sadachar.yugbharti.in , https://t.me/prav353  आचार्य जी ने आज सबसे पहले लोकतन्त्र के प्रपंच की चर्चा की हमारा लक्ष

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सदाचार बेला (21-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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प्रस्तुत है सदोत्थायिन् आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in , https://t.me/prav353  कल ZOOM पर आयोजित युगभारती साप्ताहिक विमर्श बैठक के अन्तर्गत विषय था अखंड

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सदाचार बेला (22-02-2022) का उद्बोधन

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 प्रस्तुत है परिकाङ्क्षित आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in , https://t.me/prav353  आचार्य जी ने बताया कि भैया जीतेन्द्र सिंह त्यागी (बैच 1988) आचार्य जी

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सदाचार बेला (23-02-2022) का उद्बोधन

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प्रस्तुत है मितशायिन्आ चार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-   https://sadachar.yugbharti.in , https://t.me/prav353  उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के चौथे चरण में आज उन्नाव की छह विधान

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सदाचार बेला (24-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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हितं सन्निहितं तत् साहित्यम् अर्थात् साहित्य वही है, जिसमें मानव का हित सन्निहित हो। पाश्चात्य विद्वान विलियम हेनरी हडसन के अनुसार - ‘साहित्य मूलतः भाषा के माध्यम से जीवन की अभिव्यक्ति है' प्रस्तुत

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सदाचार बेला (25-02-2022) का उद्बोधन

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प्रस्तुत है क्षेमिन् आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-  https://sadachar.yugbharti.in , https://t.me/prav353  आचार्य जी ने रशिया यूक्रेन विवाद की चर्चा में बताया कि भारत का अमरत्व झल

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सदाचार बेला (26-02-2022) का उद्बोधन

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प्रस्तुत है चित्तज्ञ आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-  https://sadachar.yugbharti.in , https://t.me/prav353  इस लोक में माता पिता का संरक्षण वास्तव में बहुत बड़ा संरक्षण है l कल भैया

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सदाचार बेला (27-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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महाप्रभु वल्लभाचार्य के सम्मान में भारत सरकार ने सन 1977 में एक रुपये मूल्य का एक डाक टिकट जारी किया था। प्रस्तुत है सुतुस् आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण  https://sadachar.yugbharti.in

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सदाचार बेला (28-02-2022) का उद्बोधन

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प्रस्तुत है भ्राजिष्णु आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in , ttps://t.me/prav353  कल प्रखर देशभक्त चन्द्रशेखर 'आजाद (२३ जुलाई १९०६ — २७ फ़रवरी १९३१) का बलिदान

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