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सदाचार बेला (22-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022

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 प्रस्तुत है परिकाङ्क्षित आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण  

https://sadachar.yugbharti.in , https://t.me/prav353 

आचार्य जी ने बताया कि भैया जीतेन्द्र सिंह त्यागी (बैच 1988) आचार्य जी से मिलने के लिये सरौंहां पहुंच रहे हैं परमात्मा की लीला अपार है सृष्टि संचालन अनवरत चलता रहता है l मनुष्य का स्वभाव है जो उसके भावों के साथ संयुत हो जाता है वह उसका प्रिय है और जो संयुत नहीं हो पाता वह उसका अप्रिय हो जाता है दार्शनिक सिद्धान्त है कि यह संसार नाम रूपात्मक है और व्यावहारिक बात है कि मनुष्य का नाम से भी लगाव हो जाता है और रूप से भी बाल कांड में समुझत सरिस नाम अरु नामी । प्रीति परसपर प्रभु अनुगामी॥ 

नाम रूप दुइ ईस उपाधी। अकथ अनादि सुसामुझि साधी समझने में नाम व नामी एक जैसे हैं लेकिन दोनों में स्वामी और सेवक के समान प्रेम है प्रभु श्रीराम अपने 'राम' नाम का ही अनुगमन करते हैं नाम और रूप दोनों ईश्वर की उपाधि हैं, ये अनिर्वचनीय और अनादि हैं शुद्ध बुद्धि से ही इनका दिव्य अविनाशी रूप जानने में आता है |  

को बड़ छोट कहत अपराधू। सुनि गुन भेदु समुझिहहिं साधू॥ 

देखिअहिं रूप नाम आधीना। रूप ग्यान नहिं नाम बिहीना॥ 

नाम और रूप में कौन बड़ा है, कौन छोटा, यह कहना तो अपराध है। इनके गुणों का तारतम्य सुनकर साधु पुरुष खुद

ही समझ लेंगे। रूप नाम के अधीन दिखाई देते हैं, नाम के बिना रूप का ज्ञान नहीं हो सकता इस नाम रूपात्मक जगत्

में हमारे देश का नाम भारत है उत्तरं यत् समुद्रस्य हिमाद्रेश्चैव दक्षिणम् | वर्षं तद् भारतं नाम भारती यत्र सन्ततिः || 

सागर के उत्तर में एवं हिमालय के दक्षिण में जो देश है उसका नाम भारत है और उसकी सन्तति को भारती कहते हैं। विष्णु पुराण २.३.१ भारत की संस्कृति अति प्राचीन है हिमालय के आँगन में उसे, किरणों का दे उपहार उषा ने हँस अभिनंदन किया, और पहनाया हीरक हार। जगे हम, लगे जगाने विश्व, लोक में फैला फिर आलोक व्योमतम पुंज हुआ तब नष्ट, खिल संसृति हो उठी अशोक। हम और कहीं से नहीं आये थे यह भ्रामक बात है कि हम बाहर से आये थे हमें सूझबूझ के साथ ध्ययन करने की आवश्यकता है हमारे साहित्य की परंपरा सुदर्शन चक्र जी की पुस्तक में देखी जा सकती है महाभारत में चीन से भी युद्ध करने योद्धा आये थे पांडवों के यज्ञों में बहुत दूर दूर से लोग उपहार देने आये थे भारत के तो टीले भी पवित्र माने जाते हैं भारतवर्ष के चिन्तन में जड़ता नहीं है पूरे भारत में देवस्थान हैं हम कौवे को भी पूजते हैं हम अपनी मातृभूमि की पूजा करते हैं स्वामी रामतीर्थ अपने को बादशाह राम कहते थे भारत की भावना के साथ हमारी भावनाएं संयुत हो जाती हैं तो हम भारत ही हो जाते हैं आचार्य जी ने परामर्श दिया कि हम भारत से प्रेम करना सीखें देश के प्रति प्रेम की पराकाष्ठा हिलोरे लेने लगती है तो हमारा भाव हो जाता है कि देश के प्रति जिसका भाव दूषित हो उसको सबक सिखाएं इसके अतिरिक्त आचार्य जी ने बैलगाड़ी से संबन्धित एक प्रसंग बताया | 

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रचनाएँ
सदाचार बेला (फरवरी 2022)
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नियमों के अनुकूल किया गया काम ही सदाचार कहलाता है, जैसे—सत्य बोलना, सेवा करना, विनम्र रहना, बड़ों का आदर करना आदि। ये उत्तम चरित्र के गुण हैं। जिस व्यक्ति के व्यवहार में ये गुण होते हैं, वह सदाचारी कहलाता है। ... इस तरह सदाचार का अर्थ है अच्छा व्यवहार सदाचारी व्यक्ति में गुरुजनों का आदर करना, सत्य बोलना, सेवा करना, किसी को कष्ट न पहुँचाना, विनम्र रहना, मधुर बोलना जैसे गुण होते हैं।
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सदाचार बेला (01-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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श्रवणं कीर्तनं विष्णोः स्मरणं पादसेवनम् । अर्चनं वन्दनं दास्यं सख्यमात्मनिवेदनम् ॥      (नवधा भक्ति ) प्रस्तुत है चित्रकथालापसुख आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण:-  https://sadachar.yugb

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सदाचार बेला (02-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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प्रस्तुत है विकिरण -प्रहि आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण जिसे समीक्षातीत अत्यन्त दिव्य प्रसाद समझकर हमें ग्रहण करना चाहिये यह हमें प्रेरित करने के लिये है |   https://sadachar.yugbharti

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सदाचार बेला (03-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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प्रस्तुत है विश्रब्ध आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-  https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZRHAHbK1w , https://t.me/prav353  सर्वप्रिय भैया अशोक त्रिपाठी (बैच 1988) को

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सदाचार बेला (04-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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प्रस्तुत है शुद्धभाव आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-  https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZRHAHbK1w , https://t.me/prav353  (कल टेलीविजन पर काशी में हो रहे एक कार्यक्

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सदाचार बेला (05-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-   https://sadachar.yugbharti.in/ https://youtu.be/YzZRHAHbK1w , https://t.me/prav353  हम संसार से संयुक्त रहकर संसार से मुक्त होने का प्रयास करते हैं l सहज विषय

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सदाचार बेला (06-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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श्लोकेन वा तदर्धेन तदर्धार्धाक्षरेण वा । अबन्ध्यं दिवसं कुर्याद्दानाध्ययनकर्मभिः ॥  (ऐसा एक भी दिन नहीं बीतना चाहिये जब आपने एक श्लोक, आधा श्लोक, चौथाई श्लोक, या श्लोक का मात्र एक अक्षर नहीं सीखा य

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सदाचार बेला (07-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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जो कल गया वह सदा सुवासित लतान्त है तभी तो रहें न रहें हम महका करेंगे..... प्रस्तुत है कार्पटिक आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-   https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZ

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सदाचार बेला (08 -02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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प्रस्तुत है शक्न आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZRHAHbK1w , https://t.me/prav353  यह सदाचार संप्रेषण आत्मविश्वास, आत्मचिन्तन, आत्मश

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सदाचार बेला (09-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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प्रस्तुत है दत्तहस्त आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in , https://t.me/prav353  जब आदि शंकराचार्य का जन्म हुआ तो उस समय अत्यन्त विषम परिस्थितियां थीं l शंक

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सदाचार बेला (10-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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प्रस्तुत है क्षन्तृ आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-  https://sadachar.yugbharti.in , https://t.me/prav353  हमारे विद्यालय में सदाचार वेला होती थी आम तौर पर विद्यालयों में प्रार्थना ह

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सदाचार बेला (11 -02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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दुष्टदस्युचोरादिभ्यः साधुसंरक्षणं धर्म्मतः। प्रजापालनं धनुर्वेदस्य प्रयोजनम्॥  (अर्थ : दुष्ट, दस्यु (लुटेरे), चोर आदि से धर्मपूर्वक साधुओं (सज्जनों) की रक्षा करना और प्रजा का पालन करना धनुर्वेद क

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सदाचार बेला (12-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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प्रस्तुत है शुचिस्मित आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण : -  https://sadachar.yugbharti.in https://t.me/prav353  हमें जब तक किसी बात का स्मरण न हो हम सांसारिक प्रपंचों में उलझे रहें विचारों

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सदाचार बेला (13-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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तीर्थे तीर्थे निर्मलं ब्रह्मवृन्दं। वृन्दे वृन्दे तत्त्वचिन्तानुवादः॥  वादे वादे जायते तत्त्वबोधः। बोधे बोधे भासते चन्द्रचूडः॥  (रम्भा शुक संवाद) प्रस्तुत है प्रेरक आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाच

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सदाचार बेला (14 -02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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प्रस्तुत है ध्यानतत्पर आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-  https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZRHAHbK1w , https://t.me/prav353  प्रतिदिन की यह सदाचार वेला आचार्य जी

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सदाचार बेला (15-02-2022) का उद्बोधन

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प्रस्तुत है क्षेत्रविद् आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZRHAHbK1w ,https://t.me/prav353  प्रतिदिन की यह सदाचार वेला आचार्य जी के अ

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सदाचार बेला (16 -02-2022) का उद्बोधन

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प्रस्तुत है प्रतिशिष्ट आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-   https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZRHAHbK1w , https://t.me/prav353  प्रतिदिन की यह सदाचार वेला आचार्य जी

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सदाचार बेला (17-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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प्रस्तुत है प्रौण आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-  https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZRHAHbK1w , https://t.me/prav353  प्रतिदिन की यह सदाचार वेला आचार्य जी के अन

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सदाचार बेला (18-02-2022) का उद्बोधन

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संगठन मन्त्र इस युग का तारक -मन्त्र है प्रस्तुत है प्रेक्षावत् आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-  आचार्य जी ने बताया हम लोग अर्थात् जो सिद्धान्त और विचार को लेकर चलते हैं, देश और समाज

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सदाचार बेला (19-02-2022) का उद्बोधन

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समय नहीं विचार का यही समय प्रहार का, सभी उठें कमर कसें कि, एक भाव में बसें , दिखेगा यह कि शौर्य शक्ति का उजास हो रहा । प्रस्तुत है यतिन् आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-  https://sad

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सदाचार बेला (20-02-2022) का उद्बोधन

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प्रस्तुत है परिरक्षक आचार्य श्री ओम शंकर जी का का सदाचार संप्रेषण :-   https://sadachar.yugbharti.in , https://t.me/prav353  आचार्य जी ने आज सबसे पहले लोकतन्त्र के प्रपंच की चर्चा की हमारा लक्ष

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सदाचार बेला (21-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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प्रस्तुत है सदोत्थायिन् आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in , https://t.me/prav353  कल ZOOM पर आयोजित युगभारती साप्ताहिक विमर्श बैठक के अन्तर्गत विषय था अखंड

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सदाचार बेला (22-02-2022) का उद्बोधन

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 प्रस्तुत है परिकाङ्क्षित आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in , https://t.me/prav353  आचार्य जी ने बताया कि भैया जीतेन्द्र सिंह त्यागी (बैच 1988) आचार्य जी

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सदाचार बेला (23-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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प्रस्तुत है मितशायिन्आ चार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-   https://sadachar.yugbharti.in , https://t.me/prav353  उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के चौथे चरण में आज उन्नाव की छह विधान

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सदाचार बेला (24-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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हितं सन्निहितं तत् साहित्यम् अर्थात् साहित्य वही है, जिसमें मानव का हित सन्निहित हो। पाश्चात्य विद्वान विलियम हेनरी हडसन के अनुसार - ‘साहित्य मूलतः भाषा के माध्यम से जीवन की अभिव्यक्ति है' प्रस्तुत

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सदाचार बेला (25-02-2022) का उद्बोधन

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प्रस्तुत है क्षेमिन् आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-  https://sadachar.yugbharti.in , https://t.me/prav353  आचार्य जी ने रशिया यूक्रेन विवाद की चर्चा में बताया कि भारत का अमरत्व झल

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सदाचार बेला (26-02-2022) का उद्बोधन

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प्रस्तुत है चित्तज्ञ आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-  https://sadachar.yugbharti.in , https://t.me/prav353  इस लोक में माता पिता का संरक्षण वास्तव में बहुत बड़ा संरक्षण है l कल भैया

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सदाचार बेला (27-02-2022) का उद्बोधन

11 मार्च 2022
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महाप्रभु वल्लभाचार्य के सम्मान में भारत सरकार ने सन 1977 में एक रुपये मूल्य का एक डाक टिकट जारी किया था। प्रस्तुत है सुतुस् आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण  https://sadachar.yugbharti.in

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सदाचार बेला (28-02-2022) का उद्बोधन

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प्रस्तुत है भ्राजिष्णु आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in , ttps://t.me/prav353  कल प्रखर देशभक्त चन्द्रशेखर 'आजाद (२३ जुलाई १९०६ — २७ फ़रवरी १९३१) का बलिदान

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