प्रस्तुत है मितशायिन्आ चार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण :-
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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के चौथे चरण में आज उन्नाव की छह विधानसभा सीटों के लिये मतदान होगा इस चुनाव की चर्चा करते हुए बीच में आचार्य जी ने बताया कि पहले गांव प्रातःकाल जल्दी जाग जाता था आज कल ऐसा नहीं है हमें अन्धकार को दूर करने का प्रयास करना चाहिये हम पढ़े लिखे लोगों की मानसिकता इस प्रकार की बन गई है कि हम लोग विचार तो बहुत करते हैं लेकिन जब कार्य में उतरने की बात आती है तो बहुत सारे अवरोध दिखने लगते हैं और हम कदम उठाने की हिम्मत तक नहीं करते ऐसे बहुत से प्रकरण हैं जो हमें कुंठित करते हैं जैसे हम चाहते हैं कि जिन्हें हम वोट डालने के लिये कहें वो वोट डालें लेकिन वो वोट डालने ही न जायें लेकिन आप प्रयास करते रहें परमात्मा का सदैव ध्यान रहे निराशा आये तो अपने को ही समझायें सोने से पहले चिन्तन विचार कर डायरी लेखन करिये इससे आत्मशक्ति विकसित होगी इससे आप जवाब देना सीख जायेंगे समय पर कैसे व्यवस्थाएं करें इसे भी सीख जाते हैं दूसरे के भावों को भांप लेने पर हम यह पता कर लेते हैं कि यह समूह किधर जायेगा यह व्यक्ति किधर जायेगा हम अपनी तैयारी कर लेते हैं दूसरे के भरोसे नहीं रहते उसके द्वारा धोखा देने पर अपनी ऊर्जा का क्षरण न करें | अपनी उम्र की गणना न करें किसी भी उम्र में कुछ भी किया जा सकता है हमें ध्यान धारणा चिन्तन मनन अध्ययन स्वाध्याय लेखन और व्यावहारिक रूप से भी कुछ करना चाहिये अभी भारत को बहुत अधिक विकसित होने की आवश्यकता है गौमाताओं की दुर्दशा की चर्चा करते हुए आचार्य जी ने बताया कि वो थकान की परवाह न करते हुए अभी भी इस बात के लिये दृढ़ हैं कि भारत माता के लिये वो कुछ कर सकें भारत का स्वरूप किस प्रकार आनन्दमय होगा इस ओर ध्यान दें वैश्विक संकटों में इस समय भारतवर्ष को पूछा जा रहा है यह अच्छी बात है |