25 मई 2015
12 फ़ॉलोअर्स
हमारे हाथ में है जो कलम वो सच ही लिखेगी , कलम के कातिलों से इस तरह करी बगावत है !D
अति सुन्दर लेखन और बहुत अच्छी कहानी...बधाई !
10 जून 2015
शिखा जी, अति सुन्दर लेखन और बहुत अच्छी कहानी...धन्यवाद !
26 मई 2015
काश उस सन्नारिको साथ लेकर देश सेवा की होती ... काश उसके दर्दको समझा होता ....
25 मई 2015
jashoda ben ke charitr ka yatharth hi prastut kar diya hai aapne .
25 मई 2015
बहुत अच्छा विषय है । कहानी बिल्कुल वर्तमान प्रधानमंत्री के जीवन से मेल खाती है
25 मई 2015