थोड़ा थोड़ा तो समझो बातों को मेरी,
इश्क है या नहीं बता दो तुम भी।
जाने क्यू ख्वाब देखे हर नज़र,
जिसमे बने मैं और तुम हमसफर।
इश्क की बाजी में हम डूबे या तरे,
तुम ही बता दो कुछ हम क्या करे।
थोड़ा थोड़ा तो समझो बातों को मेरी,
इश्क है या नहीं बता दो तुम भी।