भाव विचार शब्दों का परस्पर मतभेद
मेरे क्रियाकलापों पर हावी है
ये संकेत है की कोई
आतंरिक विद्रोह अवस्यम्भावी है
ये कोई नयी बात नहीं पर
जब ये घटनाक्रम दिनचर्या का हिस्सा हो
हर पल का किस्सा हो
और मन में मंथन रहे जारी
तब लगता है हो रही हो कोई क्रांति की तैयारी
डर लगता है कहीं खुद न हो जाऊं मैं शहीद
या फिर कर दूं आत्मसमर्पण मन में है ऊहापोह
नित जारी है मानसिक विद्रोह ........