आज मे आपको कुछ ऐसे हिल स्टेशन के बारे में बताना चाहता हू जहा आपको जरूर जाना चाहये | उत्तराखंड भारत का एक खूबसूरत राज्य हैं और इसकी राजधानी देहरादून हैं। उत्तराखंड देवभूमि या देवों की भूमि के रूप में भी प्रसिद्ध हैं इसलिए यहाँ का नजारा आपका मन मोह लेन
केदारनाथ यात्रा के बारे में जय्दा जानकारी के लिए ये जरूर पढ़े - केदारनाथ यात्रा
कैसे समझाऊ?देश विकाश कर रहा है, सोना आसमान छू रहा।किसी का आँख मुँह तिरक्षा, यह सेल्फी कह रहा।पानी जमीन का घटा, पानी चाँद की गोद मे दिख रहा।मानव कर प्रकृति को बर्बाद, रहने चाँद में जा रहा।दिल्ली का जाम झेला नही जाता, हैलीकॉप्टर की बात सुना रहा।कर आयुष्मनभारत का निर्माण, मना आँख के ऑपरेशन को कर रहा। क
कैसे समझाऊ?देश विकास कर रहा है, सोना आसमान छू रहा।किसी का आँख मुँह तिरछा ,यह सेल्फी कह रहा।पानी जमीन का घटा, पानी चाँद की गोद मे दिख रहा।मानव कर प्रकृति को बर्बाद, रहने चाँद में जा रहा।दिल्ली का जाम झेला नही जाता, हैलीकॉप्टर की बात सुन
मध्य प्रदेश का छोटा सा शहर खजुराहो अपने मंदिरों के कारण विश्व प्रसिद्द है. ये सभी मंदिर विश्व धरोहर - World Heritage Site में आते हैं. भोपाल से खजुराहो की दूरी 380 किमी है और झांसी से 175 किमी. खजुराहो हवाई जहाज, रेल या सड़क से पहुंचा जा सकता है. हर तरह के होटल और अन्य सुव
मध्य प्रदेश का छोटा सा शहर खजुराहो अपने मंदिरों के कारण विश्व प्रसिद्द है. ये सभी मंदिर विश्व धरोहर - World Heritage Site में आते हैं. भोपाल से खजुराहो की दूरी 380 किमी है और झाँसी से 175 किमी है. खजुराहो छतरपुर जिले का हिस्सा है. खजुराहो में एक एयरपोर्ट भी है. इसके अलावा
ग्वालियर का किला शहर से सौ मीटर ऊँची पहाड़ी पर है जिस का नाम गोपाचल पहाड़ी है. गेरुए लाल रंग के बलुए पत्थरों से बना किला तीन वर्ग किमी में फैला हुआ है. दीवारों की लम्बाई दो मील है. किले की अंदरूनी चौड़ाई दो सौ मीटर से लेकर एक हज़ार मीटर तक है. किले के अंदर मंदिर, महल, पानी के
गो एयर की टिकटें अहमदाबाद, बैंगलुरु, मुंबई, कोलकाता, दिल्ली गोवा, हैदराबाद, चंडीगढ़, रांची, लखनऊ, नागपुर, पटना, पुणे और चेन्नई की यात्रा के लिए मान्य हैं.नए साल में गो एयर ने हवाई यात्रा करने वाले लोगों को बड़ा तोहफा दिया है. गो एयर के नए ऑफर में आप केवल 1199 रुपए देकर हवाई यात्रा कर सकते हैं. हालां
अपनी विदेशी यात्राओं को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में मंत्रियो के बारे में एक नया खुलासा हुआ है। कुछ समय पहले प्रधानमंत्री की विदेशी यात्राओं पर हुए खर्च का लेखा जोखा सामने आया था लेकिन अब उनके मंत्रियो की यात्राओं पर हुए खर्च का ब्यौरा भी सामने आ गया है।इ
वैष्णो देवी यात्रियों के लिए बड़ी खबरमान्यता है कि वैष्णो देवी में मत्था टेकने के बाद श्रद्धालु भैरव घाटी में जाते हैं। दो किलोमीटर की दुर्गम चढ़ाई होने के कारण अधिकतर श्रद्धालु भैरव घाटी में दर्शन किए बिना ही वापस लौट जाते हैं।नवरात्रों के दौरान शुरू किया जायेगाश्रद्धालु
https://akankshasrivastava33273411.wordpress.com/ नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैयालाल की.... छैल छबीला,नटखट,माखनचोर, लड्डू गोपाल,गोविंदा,जितने भी नाम लिए जाए सब कम है। इनकी पहचान भले अलग अलग नामो से जरूर की जाए मगर अपने मोहने रूप श्याम सलौने सबको मंत्र मुग्ध कर लेते ह
मदुरई दक्षिण भारतीय राज्य तमिलनाडु का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। वैगई नदी के किनारे स्थित मंदिरों का यह शहर सबसे पुराने बसे हुए शहरों में से एक है। शहर के उत्तर में सिरुमलाई पहाड़ियां स्थित हैं तथा दक्षिण में नागामलाई पहाड़ियां स्थित हैं। मदुरई का नाम “मधुरा” शब्द से पड़ा जिसका अर्थ है मिठास। कहा जाता है क
देश के रहने लायक शहरों से जुड़े 'लिवेबिलिटी इंडेक्स' में पुणे पहले नंबर पर है। नवी मुंबई दूसरे और ग्रेटर मुंबई तीसरे स्थान पर है। इस मामले में नई दिल्ली का 65वां स्थान है। इस प्रतिस्पर्धा में कोलकाता ने भाग नहीं लिया। टॉप 10 में मध्य प्रदेश के 2 शहर भोपाल और इंदौर भी हैं
जोधपुर भारत के राज्य राजस्थान का दूसरा सबसे बड़ा नगर या ज़िला है। इसकी जनसंख्या १० लाख के पार हो जाने के बाद इसे राजस्थान का दूसरा "महानगर " घोषित कर दिया गया था। यह यहां के ऐतिहासिक रजवाड़े मारवाड़ की इसी नाम की राजधानी भी हुआ करता था। जोधपुर थार के रेगिस्तान के बीच अपने
यूपी का वाराणसी भी देश की आजादी के लिए छिड़े स्वतंत्रता संग्राम का गवाह रह चुका है। वाराणसी के चौक थाने के बगल में दालमंडी के नाम से प्रसिद्ध गली आज बिजनस का बड़ा हब बन गई है, लेकिन कभी इसी गली में कोठे हुआ करते थे जहां से आने वाली तवायफों के घुंघरूओं की झनकार ने अंग्रेजी
गोरखपुरउत्तर प्रदेश राज्य के पूर्वी भाग में नेपाल के साथ सीमा के पास स्थित भारत का एक प्रसिद्ध शहर है। यह गोरखपुर जिले का प्रशासनिक मुख्यालय भी है। यह एक धार्मिक केन्द्र के रूप में मशहूर है जो बौद्ध, हिन्दू, मुस्लिम, जैन और सिख सन्तों की साधनास्थली रहा। किन्तु मध्ययुगीन सर्वमान्य सन्त गोरखनाथ के बाद
बोधगया – बौद्धों का पूजनीय स्थलअंतरराष्ट्रीय पर्यटन की नज़र से देखे तो बोधगया बिहार का सबसे सुप्रसिद्ध स्थान है। बिहार में यह इकलौती ऐसी जगह है जो विश्व धरोहर के दो स्थलों में से एक है। बौद्धों के लिए यह जगह बहुत ही पूजनीय है क्योंकि, इसी स्थान पर बोधि वृक्ष के नीचे बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी।
तीन चीजें एक शहर का निर्माण करती हैं - दरिया, बादल, बादशाह. इसे इस प्रकार कह सकते हैं एक नदी, वर्षा-बादल लाने वाली और एक सम्राट (जो अपनी इच्छाएं लागू कर सकता है)। पुरानी कहावत"हम दिल्ली शहर में हैं, जो प्राचीन और नए भारत का प्रतीक है। यह पुरानी दिल्ली की तंग गलियों और मकानों तथा नई दिल्ली के खुली जग