shabd-logo

9) " इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏

19 सितम्बर 2021

55 बार देखा गया 55
    "इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏



अगली सुबह राधा और विशु के लिए कुछ अलग- सा लग रहा है।
विशू ,  राधा के रूम में आती हैं- गुड मॉर्निंग दी ,उठो ना, मन्दिर जाना है आज मंगलवार है फिर शोपिंग पर जाना है फ़िर ऑफिस जाना है अपको। बच्ची कि तरह सो रही हो, देखो 07 बज गए हैं।
राधा झट से उठ कर बैठ जाती हैं। फिर बोली -गुड मॉर्निंग विशू, मुझे तो अभी तक नींद आ रही हैं। 
विशू-ओहो राधा रानी, उठ जाओ, देख  भोर हो गई है सूर्य देवता अंगड़ाई ले रहे है और तुम नींद में डूबी हों।
राधा- ओ, कब से इतनी इंटेलिजेंट हो गई है? चल ठीक है मै फ्रेश होकर आती हूं फिर एक साथ मन्दिर जाएंगे।
विशू- ठीक है दी मै कॉफी बना रही हूं आप जल्दी नीचे हॉल में अा जाना फ्रेश होकर।

विशू चली जाती हैं । तभी राधा को यश का कॉल आता है, "हेल्लो मिस राधा! गुड मॉर्निंग, 10 बजे रेडी रहना, मै अपनी कार से आऊंगा तुम्हारे घर और मेरा भाई अपनी फियांस के साथ अपनी कार में आएगा। अपने घर का एड्रेस सेंड कर दो मुझे।" ओके बाय बोलकर यश कॉल कट कर देता हैं।

राधा अपने घर का एड्रेस सेंड करती हैं यश को और फ्रेश होने चली जाती हैं।
यश देखता है मोबाईल को ,राधा के घर का एड्रेस देखकर उसके चेहरे में आज एक मुस्कुराहट हैं जो पहले किसी भी लड़की के लिए नहीं होती थी।
यश के रूम में उसका भाई अा जाता हैं।
रूपेश- हेल्लो भैया, गुड मॉर्निंग। क्या बात है इतना मुस्कुरा रहे है? भाभी मिल गई क्या, ( रूपेश शरारती ढ़ंग से यश के हाथ से मोबाईल लेकर देखते हुए कहता है कि- जिस पर मेरे भाई का दिल आया है उसका नाम राधा है! वाउ राधा भाभी के घर का एड्रेस आया है! भैया आप भाभी को आज डेट पर……

यश उससे मोबाईल छीन लेता है और कहता है कि- तेरा फालतू का बक बक बन्द कर,कोई भाभी नहीं, ना कोई डेट। ये पर्सनल सेक्रेट्री है मिस राधा जो मेरे फार्म हाउस का डेकोरेशन करेगी जहां एंगेजमेंट होगा तेरा। समझा, ना जाने क्या– क्या सोच लेता है मेंटल। जा रेडी हो जा। लवली को भी रेडी होने के लिए बोल देना।

रूपेश चला जाता हैं और यश फ्रेश  होने चला जाता हैं।
थोड़ी देर बाद रूपेश और यश डायनिंग टेबल पर ब्रेकफास्ट करने लगते है फिर बाकी फैमिली के लोग भी ब्रेकफास्ट करते है।
यश के दिल में हलचल मची हुई है राधा को देखने के बाद से।

विशु- मॉम गुड मॉर्निंग, ये लीजिए कॉफी।
लीला- गुड मॉर्निंग बेटा, वेल डन ।
कॉफी पीते हुए- नाइस कॉफी।
विशु -थैंक्स मॉम।
थोडी देर बाद राधा आती हैं।
राधा- गुड मॉर्निंग मॉम, हैव ए गुड डे।
तीनों कॉफी पी रहे है।
कॉफी पीने के बाद विशु- दी चलो बहुत लेट हो गया है मन्दिर जाना है कही पूजा……
लीला -ओके जाओ तुम दोनों मै नाश्ता बना दूंगी और फिर कॉलेज जाना है मुझे जल्दी, आज इंपॉर्टेंट मीटिंग होगी।
राधा- ओके मॉम हम मंदिर जा रहे है।
राधा और विशु मन्दिर के लिए चले जाते है और लीला किचन में जाकर ब्रेकफास्ट बना रहीं है।
विशु   - मन्दिर पहुंच गए, चलो  आरती शुरू हो गई हैं आरती की  आवाज अा रही हैं।
दोनों  मन लगाकर आरती करते है, पुष्म, धूपबत्ती  , नारियल, इत्यादि अर्पित करते है और आंख बन्द करके हाथ जोड़कर मन में प्रार्थना करते है।
राधा मन में कहती हैं -हे भगवान जी आपने मुझे जीने की उम्मीद विशु और लीला मॉम का प्यार दिया है। जिसकी वजह से आज मै अपने मन को एकाग्र करके, अपनी मंजिल की ओर अग्रसर होने की कोशश कर रही हूं। आप मेरी हमेशा हेल्प करते रहना, मेरी विशु और मॉम को मुझसे मत छीनना भगवान जी। ये दोनों ही मेरे जीने की उम्मीद है, इनके बिना अकेले मै कैसे रह सकती हूं।  मैंने पहले मां फिर अपने पापा को खो दिया जिनके सपनों को अब मै पूरा करने की कोशिश कर रही हूं। जॉब कर रही हूं ताकि मै लीला मॉम पर बोझ ना बनू। बस भगवान मेरी फैमिली हमेशा मेरे पास रहे कोई भी सिचुएशन हो, हम कभी भी एक- दूसरे से अलग मत हो। हमेशा साथ रहे यही आशीर्वाद दीजिए । ऐसा बोलकर वो आंखे खोल देती हैं तो सामने में विशु अपनी आंखे बड़ी करे उसको मुस्कुरा कर देख रही हैं ।

राधा- क्या हुआ है तुम्हे, ऐसे बड़ी -बड़ी आंखें दिखा करके क्या करना चाहती हो? भूत समा गया है क्या तेरे अंदर?
विशु -दी कोई भूत प्रेत नहीं, (मन्दिर के तरफ इशारा करते हुए) वो समा गए है मेरे अन्दर।
राधा- ओह! भक्तिन देवी चले घर या और भक्ति करनी बची है तुम्हारी?
विशु- चलिए दी, कही लेट हो गई आप ऑफिस के लिए तो आपके बॉस आपका काचूमर बना देंगे। आज तो शॉपिंग करने जाना है ना 10 बजे?
राधा- हां, 10 बजे तुम और मैं तैयार रहेंगे , मेरे बॉस अपने कार से हमें शॉपिंग मॉल ले जाएंगे बस टाइम पर तैयार रहना होगा हमें, वरना नहीं पता मेरे हिटलर बॉस कौनसा नया ड्रामा क्रिएट करेंगे? 
विशु और राधा बाते करते हुए घर की ओर जा रहे है।
विशु - दी,   आपका बॉस हिटलर कैसे?
राधा- अरे छोड़ इस बात को, जरा -सी गलती पर ही गुस्सा करते रहते है। अपने आप को करोड़पति और हमे रोड़पती समझते है। उनका चेहरा ही गुस्से वाला है इनसे क्या उम्मीद कि जा सकती हैं।
विशु- लगता है आप अपने बॉस से नाराज हो गई हैं? 
राधा- हां नाराज़ भी और गुस्सा भी, मुझे दो टके की लड़की बोल रहे थे सबके सामने। तो गुस्सा नहीं करूंगी तो क्या आरती उतारूंगी ।
तभी कोई पीछे से-
"हेल्लो मिस राधा ,गुड मॉर्निंग।"
राधा पीछे देखती हैं लोकेश भी मन्दिर से बाहर अा रहा था। राधा के पास आकर उससे बाते करने लगता है।
राधा- गुड मॉर्निंग सर।
लोकेश- कौन सर? हम इस टाइम ऑफिस में नहीं है, मन्दिर के पास है यहां कोई किसी का सर नहीं है। ऑनली फ्रेंड समझी? अब से आप मुझे सर नहीं लोकेश कहना ।
राधा- सॉरी लोकेश, नाइस टू मीट यूं। आप भी आते है मन्दिर मुझे पता नहीं था। विशु के तरफ इशारा करते हुए कहती हैं- ये मेरी सिस्टर विशाखा हैं।
लोकेश-  हां, कभी- कभी आ जाता हूं। तुम्हारी सिस्टर तुम्हारे जैसी ही अच्छी लग रही है, फिर कभी बाते करते है।मुझे कुछ काम है ऑफिस में मुलाकात होगी। टेक केयर बाय।

राधा और विशु बाय बोलकर घर अा गए। लोकेश अपने बाइक से चला गया।
राधा-( लीला सोफे पर बैठ कर न्यूज पेपर रीड कर रही थी) लीजिए मॉम प्रसाद।
लीला प्रसाद ग्रहण करती हैं और कहती हैं- ब्रेकफास्ट कर लो फिर शॉपिंग करने जाना आराम से।
राधा और विशु डायनिंग टेबल पर खाना सर्व करती हैं फिर तीनों खाना खा लेते है।
लीला- ओके अच्छे से रहना मै कॉलेज जा रही हूं जल्दी अा जाऊंगी। राधा और विशु लीला के गले लग जाती हैं फिर लीला अपनी स्कूटी से कॉलेज चली जाती हैं।
विशु- दी आप इस ड्रेस में अच्छी नहीं लग रही हैं चलिए कपड़े चेंज कर लेते है।
राधा- क्यों, क्या हुआ है इस ड्रेस को? मै शादी करने नहीं जा रही हूं जो तुम कपड़े चेंज करने के लिए बोल रही हो। इसी ड्रेस में जाऊंगी मै।
विशु- कितनी जिद्दी हो गई है आप, कितना क्वेश्चन पूछती हैं। बिल्कुल अपने बॉस के जैसे हिटलर हो गई हो। देखो इस ड्रेस को वहां पर क्रेक हो गया है। फटा हुआ दिख रहा है। आपके बॉस आपकी ड्रेस को देखकर सोचेंगे, मेरी पर्सनल सेक्रेट्री के पास अच्छे कपडे तक…….
राधा- बस कर अभी आ रही हूं चेंज करके। तू वेट कर । ये बोलकर राधा अपने रूम में चली जाती हैं फिर कुछ देर बाद विशु के पास आती हैं ।
राधा–विशु देख ये ड्रेस कैसा लग रहा है?

विशु- लुकिंग सो ब्यूटीफुल। अब आपके बॉस कहेंगे, मिस राधा आई लव यू……
राधा आंखे बड़ी करके विशु को मारने के लिए दौड़ती है लेकिन विशु को पकड़ नहीं पाती। 
"रुक जा विशु, मेरे हाथ लग जा एक बार तुझे तेरी नानी याद दिला दूंगी , बहुत बोलने लगी है आजकल,मॉम से शिकायत करूंगी।"
विशु- सॉरी दी, मजाक कर रही थी मै प्लीज़ मत मारो ना?
राधा उसे गले से लगा लेती हैं ।
और कहती हैं- मै अपनी प्यारी विशु को कभी भी नहीं मार सकती हूं। जैसे तू मजाक कर रही थी वैसे मै भी मजाक कर रही थी। डरने की कोई बात नही है, मै उस हिटलर से कभी प्यार नहीं कर सकती हूं और वो कभी भी मुझे आई लव यू नहीं बोल सकता है। मेरे बॉस तो बस लडकियो को इस्तेमाल करना जानते है,  सिर्फ अपनी ख्याहिश पूरे करने तक प्यार का नाटक करते है फिर ब्रेकअप……

विशु- बस करो दी, जो भी हो आपके बॉस है । उनकी बात तो मननी ही पड़ेगी आपको।
राधा - मज़बूरी है इसलिए ये सब करना पड़ रहा है, नहीं तो मैं ऐसे गुस्से वाले हिटलर के चेहरे को भी देखना पसंद नहीं करती।

लवली अपने रूम में रेडी होकर बैठी हुई थीं तभी किसी का कॉल आता है जिसे देखकर वो थोड़ा घबरा गई।

"हेल्लो मिस लवली, आपको जल्दी ही मुझसे मिलना होगा। अर्जेंट हैं आपको आपका सामान मिल जाएगा बस मेरे पैसे तैयार रखना, और अकेले ही आना मेरे पास कोई चालाकी नहीं वरना जानती हो मै क्या कर सकता हूं। और मेरी उस बात को याद रखना नहीं तो अच्छा नहीं होगा तुम्हारे लिए मिस लवली जी। ओके बाय, कॉल कट हो जाता हैं।
लवली मन में कहती हैं –क्या करू,  कहां फंस गई। कैसे इससे पीछा छुड़ा सकती हूं कोई आईडिया नहीं आ रहा है! पता नही अब क्या करना पड़ेगा मुझे? कही किसी को पता चला तो मै कही कि नहीं रह जाऊंगी। 
लवली को पसीना आ रहा था वो वॉशरूम जाकर अपना मुंह धोने लगती है । आइने के सामने खड़ी होकर खुद से ही बाते कर रही थी।
"कुछ भी हो ये सच मै किसी के सामने नहीं आने दूंगी, चाहे कुछ भी हो जाए। रूपेश को मै पाकर ही रहूंगी । भले ही कितना ही मुझे प्यार का झूठा नाटक ही करना पड़े। मुझे रूपेश नहीं उसके पैसो से प्यार है अभी बहुत जरूरत हैं पैसे कि मुझे। पैसों के लिए कुछ भी कर सकती हूं मैं।"

कुछ देर बाद लवली अपने रूम से बाहर आती है रूपेश के पास जाने के लिए 10 बजने वाला है। थोड़ी घबराई हुई लग रही है। मन में कुछ चल रहा है जिसे वो छिपाना चाहती हैं सबसे।


यश अपना हैंड वॉच देखता है 10 बजने वाला है । थैंक्स गॉड, रिया अपने मॉम– डैड के साथ अपने घर चली गई नहीं तो मेरा दिमाग ख़राब हो जाता उसकी बक- बक सुनकर। वो कार का लॉक खोलता है और कार में बैठ जाता है और कार ड्राइविंग शुरू करता है ।

रूपेश कार में बैठकर कहता है- जल्दी करो लवली हम लेट हो जाएंगे देखो भैया कार को स्टार्ट कर रहे है हमें उनको फॉलो करते हुए शॉपिंग मॉल जाना है।
लवली कार में आगे आकर रूपेश के पास बैठ गई।

रूपेश मन ही मन भगवान से कह रहा है -डैड कि वजह से इस मुसीबत को झेलना पड़ रहा है। छिपकली कहीं कि ऐसे मेकअप करके अाई है जैसे इंडिया की मिस वर्ल्ड हो। एक भी खूबसूरती नहीं है इस में, पता नहीं क्यों डैड ने इसे पसंद किया है, शायद उनके दिमाग का स्क्रू ढीला हो गया है? भैया के साथ रहूंगा इससे दूर।
लवली- किसका इंतजार कर रहे हो , देखो यश कितना आगे बढ़ गए है?
रूपेश मन में -तू देख कैसे मै तुझसे अपना पीछा छुड़ाता हूं। वो कार स्टार्ट करता है और यश को फॉलो करते हुए राधा के घर कि ओर जा रहा है ।

अब राधा घर को लॉक करके चाबी अपने पर्स में रख लेती हैं और विशु के पास आकर खड़ी हो जाती है।




अब दोनों रेडी हो गई हैं। बस यश को लेट हो रहा है 
10 बज गए और राधा, विशु इंतजार कर रहे है। राधा मन में- कि कब आएंगे, कही खुद ही लेट हो जाएंगे ऐसा लग रहा है।






अब कहानी का दिलचस्प मोड़ आने वाला है।
आगे की कहानी अगले पार्ट में….


Jyoti

Jyoti

Lets see क्या होगा आगे👌👌👌

7 दिसम्बर 2021

23
रचनाएँ
" इन आंखों को तलाश तेरी....😏😏😏"
5.0
राधा और उसके अनोखे सफ़र का दर्पण है यह उपन्यास।
1

1) " इन आंखों को तलाश तेरी..😏😏😏"

14 सितम्बर 2021
12
9
6

"<b>इन आंखों को तलाश तेरी"</b>……😏😏😏<div><br></div><div><br></div><div><br></div><div>मेरे घर में

2

2) " इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏

15 सितम्बर 2021
3
6
2

" <b>इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏</b><div><br></div><div><br></div

3

3) " इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏

15 सितम्बर 2021
1
5
1

<b> 3) " इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏</b><div><br></div><div><br></div><div><i>अब आगे……</i>…</

4

4) " इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏

16 सितम्बर 2021
2
6
1

4) " इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏<div><br></div><div><br></div><div>अब आगे-</div><div><br></div><div

5

5) " इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏

17 सितम्बर 2021
2
2
1

<b> "इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏</b>😏<div><br></div><div><i>अब आगे–:</i><

6

6) " इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏

18 सितम्बर 2021
2
5
1

<b>" इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏</b><div><br></div><div><br></div><div><b>अब आगे...</b

7

7) " इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏

18 सितम्बर 2021
2
7
1

<b>" इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏</b><div><br></div><div><i>अब आगे.....</i></div><div><br></div><div

8

8) " इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏

18 सितम्बर 2021
5
5
2

<div> <b>"इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏</b></div><div><br></div><div><br></div><d

9

9) " इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏

19 सितम्बर 2021
2
7
1

"<b>इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏</b>😏<div><br></div><div><br></div><div><br></div><div>

10

10) " इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏

19 सितम्बर 2021
7
9
2

"<b>इन आंखों को तलाश तेरी "😏😏😏</b><div><br></div><div><br></div><div><br></d

11

11) " इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏

20 सितम्बर 2021
3
3
1

<b>"इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏</b><div><br></div><div><i>अब आगे....</i>

12

12) " इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏

20 सितम्बर 2021
1
4
1

"<b>इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏</b><div><br></div><div><i>अब आगे.....</i></div>

13

13) " इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏

20 सितम्बर 2021
1
4
1

"<b>इन आंखों को तलाश तेरी "😏😏😏</b><div><br></div><div><br></div><div><i>अब आगे</i>..

14

14) " इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏

20 सितम्बर 2021
5
5
3

"<b>इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏</b>😏<div><br></div><div><br></div><div><i>अब आगे...</i></div>

15

15) " इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏

21 सितम्बर 2021
2
2
1

"<b>इन आंखों को तलाश तेरी "😏😏</b>😏<div><br></div><div><i>अब आगे</i>.....</div

16

16) " इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏

21 सितम्बर 2021
1
3
1

<b>"इन आंखों को तलाश तेरी </b>"😏😏😏<div><br></div><div><br></div><div><i>अब आग

17

17) " इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏

21 सितम्बर 2021
1
4
1

"इन आंखों को तलाश तेरी " 😏😏😏<div><br></div><div><br></div><div>अब आगे...</di

18

18) " इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏

21 सितम्बर 2021
2
3
1

"इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏<div><br></div><div><br></div><div>अब आगे....</div

19

19) " इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏

21 सितम्बर 2021
1
3
3

" इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏<div><br></div><div><br></div><div><br></d

20

20) " इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏

21 सितम्बर 2021
4
3
3

"इन आंखों को तलाश तेरी " 😏😏😏<div><br></div><div><br></div><div>अब आगे.

21

21) " इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏

26 सितम्बर 2021
4
3
3

<div> " इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏</div><div><br></div><div><br></div><div><br>

22

22) " इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏

29 सितम्बर 2021
2
4
1

" <b>इन आंखों को तलाश तेरी</b>"😏😏😏<div><br></div><div><i>अब आगे..</i>...</div

23

23) " इन आंखों को तलाश तेरी"😏😏😏[ अंतिम भाग]

29 सितम्बर 2021
6
4
3

<i><b><u>{ अंतिम भाग }</u></b><

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए