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इन आंखों को तलाश तेरी "😏😏😏
अब आगे.....
यश , राधा के साथ मजाक कर रहा है लेकिन राधा उसके मजाक को समझ नहीं पा रही है।
राधा- समझते क्या हो आप अपने आप को?
यश- मै अपने आप को हीरो और तुम्हे जीरो समझता हूं, मिस राधू जी।
राधा- आपके दिमाग का स्क्रू ढीला हो गया है, पागलों जैसी……
यश- तुम्हारे दिमाग का स्क्रू बहुत कस गया है थोड़ा ढीला कर लो और ये समझ लो कि आई एम ए किंग ऑफ इंडिया।
राधा मन में कहती हैं- बेवकूफ कही का। थोड़ी देर पहले बोल रहा था कि इंपॉर्टेंट फाइल है कंप्लीट करो जल्दी अब ना जाने इसे क्यो पागलपना का दौरा पड़ रहा है।
यश - चलो एक गेम खेलते हैं मै जो भी बोलूंगा उसका उल्टा बोलना तुम।
राधा- मुझे आप के साथ, बच्चो वाली गेम खेलने में कोई इंट्रेस्ट नहीं हैं। लिव मी बाय। छोड़िये ? मुझे बहुत जरूरी काम करने जाना है।
यश उसके और नजदीक आकर, उसके कानों में कहता है- तुम्हे ये गेम खेलना पड़ेगा क्योंकि मै तुम्हारा बॉस हूं समझी मिस साईको?
राधा मन में- हे भगवान कितनी खुश थी मै ये सोच कर कि इतनी आसानी से जॉब मिल गई मुझे लेकिन क्या पता था मुझे की इस रावण के साथ काम करना पड़ेगा।
यश- अब एक शब्द भी नहीं। अब गेम स्टार्ट करता हूं। रेडी हो जाओ।
राधा- ओके।
यश मन ही मन मुस्कुरा कर- हे भगवान ये लड़कियां कितनी स्टुपिड होती हैं।
राधा ( मेरे बॉस होने का फायदा उठाकर हम लड़कियों की बुराई खुद मेरे मुंह से करवाना चाहता है ये स्टुपिड, हिटलर।)
यश- क्या हुआ , अपोजिट बोलो न? मै देखना चाहता हू कि तुम मेरी पर्सनल सेक्रेट्री के लायक हो या नहीं? आज इंटरव्यू ले रहा हूं।
राधा- हे भगवान ये लड़के कितने इंटेलिजेंट होते हैं।
यश- हाय, ये राधा की नीली आंखों का नशा, शराब से भी ज्यादा नशीला है।
radha- हाय, ये यश की काली आंखों का नशा, शराब से भी ज्यादा नशीला है।
यश- हे रब्बा, ये डर्टी गर्ल कितनी ख़राब है, मन करता है इससे सारे रिश्ते तोड़ लू ।
राधा गुस्से में- हे राम, ये हैंडसम लड़का कितना अच्छा है, मन करता है इससे सारे रिश्ते जोड़ लू।
राधा- बस कीजिए, अब मै जा रही हूं।
यश- अरे चुड़ैल किस पर टोना टोटका करने वाली हो?
जरा पास आओ, और मेरे हाथ से….
राधा-; पागल आदमी, अब बहुत हो गया बकवास।
यश- सुन्दर नारी, सब कम हो गया कैनवास।
राधा- क्या -क्या बोल रहे हो? ना जाने कोनसा भूत…
यश- क्या -क्या बोल रही हो? ना जाने कौनसी डयान समा गई है तेरे अन्दर।
राधा आंखे बड़ी करके, गुस्से में- 3 बजने वाला है, मीटिंग पर जाना है और आप ये सब क्या बकवास करने में बिजी हो। क्लाइंट नाराज़ हो जाएंगे आपका ऐसा हाल देखकर।
यश सिटी बजाकर- ओ मीटिंग वाली, क्लाइंट को संभालने के लिए तुम काफी हो।
राधा- मै कैसे ……?
यश उसके नजदीक आ कर -
तेरी आंखों की मस्ती, जिसमें मुझे हैं दिलचस्पी,
पता नही तू खुद को क्या समझती हैं, कोई पागल -सी लगती है।
राधा बोलने वाली थी लेकीन यश उसे बोलने का मौका नहीं देता हैं।
यश- अरे* क्लाइंट को प्रोजेक्ट दिखाकर उसे एक्सप्लेन करना है बस और आज नहीं कल होगा मीटिंग, आज का कैंसल हों गया है। कल 11 बजे होगी मीटिंग रेडी रहना समझी मिस वर्ल्ड?
राधा- तो आप सीधे बता नहीं सकते हैं कि कल मीटिंग है आज नहीं। इतना बक- बक क्यों कर रहे थे। इतने टाइम से और मुझे चुड़ैल, डायन, साइको और ना जाने क्या- क्या बोल रहे थे। पागल हो गए हो आप, जाओ मेंटल हॉस्पिटल में अपना चेकअप कराने।
यश- ओहो इतना गुस्सा! मै बॉस हूं तुम्हारा इतना हंसी- मजाक तो कर ही सकता हूं तुम्हारे साथ? और मै पागल हूं तो तुम्हे क्या मतलब है मुझसे?
राधा- ओके बाय, मुझे थोड़ा काम है। बाद में बात करूंगी। ऐसा बोलकर वो वहां से जाने लगती है और यश भी उसे जाने दे देता हैं। राधा , लोकेश के केबिन में जाती हैं जैसे ही वो लोकेश को देखती हैं लोकेश मोबाईल को साइड में रख देता हैं।
राधा- क्या कर रहे हो लोकेश?
लोकेश- कुछ नहीं और तुम बताओ फाइल चेक हो गया?.
राधा- नहीं पता, वो रावण जाने।
लोकेश- राम ने तो रावण को लंका में मार दिया था तो क्या रावण अपने आप जिंदा हो गया है? पता नहीं ये रावण हमारा क्या हाल करेगा? फिर से रामावतार होगा ऐसा लग रहा है।
हंसते हुए राधा- तुम भी ना क्या- क्या सोच लेते हो।
लोकेश- मुझे पता है यश ने कुछ कहा होगा तुमसे, जिससे तुम नाराज़ हो गई हो। इसलिए तुम्हे हंसाने की कोशिश कर रहा था।
राधा- थैंक्स बट, यश कभी- कभी ऐसा बिहेव करते है जिसे समझना इंपॉसिबल हो जाता हैं। लगता है उन्हें किसी……
लोकेश-; चलो छोड़ो उसकी बातों को , लंच टाइम हो गया चले कैंटीन पर?
राधा- ओके, चलो। मुझे भी भूख लगी है चूहे कूद रहे है पेट में।
लोकेश हंसते हुए राधा के साथ कैंटीन कि ओर चला जाता है।
यश भी हैंड वॉच देखता है लंच टाइम हो गया है। लेकिन वो कैंटीन पर नहीं जाता अपना लंच बॉक्स खोलता है जिसमें उसकी मॉम ने उसका मनपसंद खाना बनाकर पैक किया था।
यश अपने केबिन में बैठ कर लंच कर रहा है और राधा कैंटीन में लोकेश के साथ।
विशु अपने रूम में बैठी थी तभी किसी ने कॉल किया ।
विशु देखती है तो रूपेश का कॉल आ रहा था। लेकिन वो कॉल रिसीव नहीं करती है। फिर बार -बार रूपेश कॉल करता है।
हर बार विशु कॉल कट कर देती हैं।
रूपेश इस बार मैसेज करता है-"प्लीज़ एक बार सुन लो मेरी बात , फिर कभी तुम्हारी मर्जी के बिना मैसेज या कॉल नहीं करूंगा।"
विशु उसकी बात मान कर इस बार कॉल रिसीव कर लेती हैं।
रूपेश- हेल्लो, प्लीज़ सुन लो मेरी बात।
विशु- ओके, बोलो क्या बात है?
रूपेश-; मेरे डैड मेरी जबरदस्ती शादी करवा रहे है लवली से। मै उससे प्यार नहीं करता हूं वो ही पीछे पड़ी है।
विशु- लेकिन तुम लवली से प्यार क्यों नही करते?
रूपेश- कैसे समझाऊं कि मेरे दिल में उसके लिए कोई फिलिंग नहीं हैं। डैड अपनी कम्पनी को फायदा पहुंचाने के लिए मुझे बली का बकरा बना रहे है। मुझे तुमसे प्यार हो गया है।
विशु कुछ बोल नही पाती और फ़ोन स्वीच ऑफ कर देती हैं और इधर रूपेश परेशान हो जाता हैं।
क्रमशः।