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इन आंखों को तलाश तेरी "😏😏😏
अब आगे.....
अब राधा अंधेरे में खड़ी होकर देख रही है कि यश क्यों ऐसा कर रहे है? बहुत टाइम हो गया यश का पता नहीं चला?
राधा थोड़ा और आगे बढ़ रही थी, कोई लड़का उसके आगे आया लेकिन अंधेरा होने के कारण वो उसे देख नहीं पा रही थी।
राधा- कौन है आप?
लड़का- अपना दीवाना समझ लो, जाने जाना मै हूं तेरा दीवाना।
उस लड़के की आवाज राधा पहचान नहीं पा रही थी।
राधा- क्या बोल रहा है पागल,मै कोई ऐसी मामूली -सी लड़की नहीं हूं जो तुम्हारी फालतू बातो को……
बीच में ही लड़का बोल पड़ा- ओह, भोली- सी सूरत
आंखो में मस्ती, तू मेरी बाते क्यू नही समझती।
लगता है रोग लगा है इश्क का यार
तू भी कर ले मुझसे प्यार…
सच में रानी बनाकर रखूंगा
तेरे सारे नखरे सहूंगा…
बस बोल दे ये एक बार
आई लव यू मेरे यार.…
मेनू इश्क दा लगिया रोग
मेनू बचने दी नइयो उम्मीद
राधा को भूख लग रही थी क्योंकि अब रात हो गई थी और उस अजनबी लड़के की बाते सुन कर उसे और ज्यादा गुस्सा आ रहा था।
राधा- बिल्कुल चुप हो जाओ। मुझे तुम्हारी बाते सुनने में कोई इंट्रेस्ट नहीं हैं समझे पागल? जाओ यहां से, पता नहीं कैसे यहां आ गए हो? शराब का नशा ज्यादा हो गया होगा इसलिए यहां आकर ये सब बोल रहे हो।
लड़का खड़ा हो कर राधा के नजदीक जाकर- नशा तो ज्यादा हो गया है मैडम, लेकिन ये नशा शराब का नहीं बल्की तुम्हारी नशीली आंखों का नशा चढ़ा है जानू मुझ पर। और गुस्से में तुम बहुत खूबसूरत लगती हो (उसके नजदीक जाकर) हाय ये गुस्सा, उफ़! क्या क़यामत लग रही हो जाने जाना।( राधा को बहुत गुस्सा आ रहा था उस पर) गुस्सा तेरा देख के, ब्यूटी जी, हमारे दिल, कि धड़कन तेज हो गई । राधा कुछ बोलने वाली थी कि वो लड़का उसके और नजदीक आ गया और राधा दीवाल के पास पहुंच गई और उसे थोड़ा डर लगने लगा। लाईट नहीं थी इसलिए राधा की घबराहट और बढ़ रही थी।
लड़का उसके एकदम नजदीक आ गया और राधा को बोलने लगा- तेरी आंखों का यो काजल
गोरी करे से मेनू घायल
तू सहज सहज पाव धरले
मेरा दिल धड़का वे पायल
ओ मेनू पल पल पल पल पल याद तेरी तड़पावे से हाय
तेरा रूप जिगर में रगड़के आग लगावे से
तेरी आंखों का यो काजल……
राधा ने गुस्से से कहा- पागल इंसान, ये क्या बकवास कर रहे हो इतने टाइम से? अपने आप को समझते क्या हो?
लड़का- मै अपने आप को तेरा दीवाना समझता हूं और कुछ मिस राधा जी।
राधा- तुम्हे मेरा नाम कैसे पता है?कौन हो तुम?
लड़का- मै भी इसी कंपनी में जॉब करता हूं। तुम्हे जब से देखा है मैंने, तब से मैं तुम्हारा दीवाना बन गया हूं।तुम्हारे ये होठ आह! कातिल हैं जान। तुम्हारी अदाओं का मारा हूं, तुम गुस्से में और भी ज्यादा ब्यूटीफुल लगती हो।
राधा- मै इस कंपनी के बॉस की पर्सनल सेक्रेट्री हूं, तुम्हारी शिकायत कर सकती हूं बॉस से। ये लास्ट वार्निंग दे रही हूं, हटो यहां से, जाने दो मुझे।नहीं तो अपने जॉब से हाथ धो बैठोगे।
लड़का- ओह, मिस ब्यूटी! तुम्हे क्या लगता है कि तुम्हारी टुच्ची -सी धमकियों से मै डर जाऊंगा? यश रॉय तो मेरा बहुत अच्छा दोस्त है । रही बात मेरे जॉब की तो, कुछ भी नहीं कर सकती हो तुम। छोड़ो ये सब बाते। चलो प्यार भरी बातें करते हैं वैसे भी तुम्हारा कोई बॉय फ्रेंड नहीं है तो मुझे ही एक्सेप्ट करने में क्या हर्ज है? आज से तू मेरी गर्ल फ्रेंड और मै तेरा बॉय फ्रेंड, ठीक।
राधा उस लड़के के पास जाकर, उसे एक झापड़ रसीद कर देती हैं जिसका निशान उस लड़के के गाल पर पड़ जाता हैं।
राधा- किसी से प्यार नहीं करती हूं मै समझे। और रही बात तुम्हारी तो, बहुत देखे है मैंने तुम्हारे जैसे नौटंकी वाले। आइंदा से अपना चेहरा मत दिखाना मुझे, समझे मिस्टर ?
ऐसा बोलकर राधा टेरेस से नीचे आने लगती है वो लड़का अपने गाल पर हाथ रखा हुआ, वहीं पर मूर्ति के जैसे खड़ा हुआ है और गुस्से में बोल रहा हैं- तूझे तो इसका जवाब जल्दी ही मिल जाएगा, आखिरकार यश रॉय को झापड़ मारी हो ना, अब देखना मिस राधा, मै अपना बदला कैसे लेता हूं। मै तुम्हे आज प्रपोज करने वाला था लेकिन तुमने ऐसा सिला दिया मेरे प्यार का? थोड़ा इंतजार नहीं कर सकती थी?
इधर राधा टेरेस से नीचे उतरकर सीधे ऑफिस से बाहर निकल गई और टैक्सी को आते हुए देखकर उस टैक्सी ड्राइवर को रोका और उसमे बैठकर अपने घर कि तरफ चली गई जिसे टेरेस से यश देख रहा था और वहा लाईट आ गई थी। वहां टेरेस में इतना अच्छा डेकोरेशन हुआ था जिसे देखकर कोई भी लड़की यश का प्रपोजल एक्सेप्ट करने से इंकार नहीं कर सकती। यश सोच रहा है शायद लाईट पहले ही ऑन कर देना चाहिए था, राधा को आई लव यू बोल कर उसके साथ डिनर करने का ये प्लान फेल हो गया और तो और यश को झापड़ भी पड़ गई, जिससे प्यार करता है उसी के हाथ से झापड़ खानी पड़ी। यश भी गुस्से से टेरेस से नीचे उतरकर ऑफिस को लॉक करके कार स्टार्ट कर के अपने घर के लिए चला गया।
राधा अपने घर पहुंच गई और टैक्सी ड्राइवर को पैसे देकर अपने घर में चली गई। काफी देर हो चुकी थी।विशु और लीला सो गई थी। राधा किचन में जाकर, एक प्लेट में खाना लेकर डायनिंग टेबल में बैठकर खाना खाने लगती हैं और थोड़ी देर बाद खाना खाकर अपने रूम में जाकर,लाईट बंद करके सो जाती हैं। उसे बहुत नींद आ रही थी। लगभग 9 बजने वाला था।
यश अपने घर पहुंच जाता हैं। कार को लॉक करके चाबी लेकर अपने रूम में चला जाता हैं। बेड पर लेट कर सोच रहा है कि-" राधा ने बिल्कुल अच्छा नहीं किया।इसका बदला लूंगा मै। थोड़ी देर इंतजार कर लेती तो क्या हो जाता। कितना अच्छा गाना गा रहा था मै, सिर्फ उसके लिए । आज तक किसी के लिए गाना नहीं गाया था मैंने। कितना अच्छा डेकोरेशन किया था टेरेस में, कितना कुछ सोचा था मैंने और ये सिला दिया उसने मुझे। कम -से -कम मेरे गाने को पूरा करने देती वो साइको। कितनी मेहनत से अपने सुर ताल को परफेक्ट किया था मैंने। कितना अच्छा गा रहा था और वो ना जाने क्या सोच रही थी। अब देखो मिस ब्यूटी, क्या करता हूं मैं तुम्हारे साथ? 1 दिन के बाद एंगेजमेंट है मेरे भाई का, तुम्हे सारी तैयारियां करनी है। उसी दिन तुम्हारे साथ कुछ ऐसा करूंगा, जिसे तुम कभी भी नहीं भूल पाओगी।
आगे की कहानी बहुत दिलचस्प होने वाली है। लवली और रूपेश का एंगेजमेंट होने वाला है और कुछ ऐसे राज खुलने वाले है, जिसे सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे?
आगे की कहानी अगले पार्ट में..