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1) " इन आंखों को तलाश तेरी..😏😏😏"

14 सितम्बर 2021

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"इन आंखों को तलाश तेरी"……😏😏😏



मेरे घर में पार्टी चल रही है, आज मेरे बर्थडे कि, लेकिन मै खुश नहीं हूं क्योंकि मेरे मॉम- डैड मेरे पास नहीं है।

लीला -" राधा! यहां आ बेटा? चल कर केक कट कर, सब मेहमान तेरा इन्तजार कर रहे है।"
राधा टेरेस पर थी, अपनी  सौतेली मां कि आवाज सुनकर तेज  कदमों से नीचे हॉल में आ गई।

राधा - "मौम मै आ गई, चलिए केक कट करते हैं मिलकर ।"
राधा कैंडल्स बुझाकर केक कट करती 
है……🎂🎂
सब लोग बर्थ डे सॉन्ग गा रहे है…… 
हैप्पी बर्थडे टू यू 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎊🎊🎊🎊🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂
लीला दिखावटी अपनेपन से बोली–"राधा हैप्पी बर्थडे बेटा, हामेशा खुश रहो।"

राधा सभी को केक कट करके खिला रही हैं अब वो 18 साल की हो गई है। फिर कुछ देर बाद सभी आए गेट्स डिनर करके अपने अपने घर चले जाते है और राधा के पास बहुत सारा बर्थडे गिफ्ट आ गया है। राधा की मां उससे कुछ बोले बिना ही अपने रूम में चली जाती हैं। राधा भी अपने रूम में चली जाती हैं। राधा और उसकी सौतेली मां के अलावा उसके घर में कोई नहीं है क्योंकि लीला ने अपनी बेटी विशाखा को किसी दूसरे शहर के हॉस्टल में भेज दिया है और दादा , दादी तो 2 साल पहले ही गुजर गए थे।

आज राधा को अपने पापा की बहुत याद आ रही है आज वो होते तो कितना अच्छा होता, क्यू भगवान ने उसकी सारी खुशियों को उससे छीन लिया।

खुद से राधा कहती हैं –"पापा आप कहां है? देखिए आपकी बेटी किस हालत में है। आपके बिना मै एक जीती- जागती लाश बन गई हूं कितने खुश थे हम सब फिर…………।"

राधा रोने लगती हैं और आपने पापा –मम्मी कि तस्वीर को देखकर खुद से ही बाते करने लग गई । उसके पास एक टेडी बियर है पिंक कलर का जिसे उसके डैड ने उसके बर्थ डे पर उसे दिया था।
"आई मिस यू मॉम डैड……"
फिर वो उन दिनों को याद करती है जब वो सिर्फ 12 साल की हुईं थीं……………………………🤔🤔🤔🤔🤔
बंशीधर -" मेरी प्यारी बेटी आ गई स्कूल से?"

बंशीधर बड़े प्यार से बोले –"आज तेरी मां ने तेरा फेवरेट डीस खीर– पूड़ी और साथ में गरमा– गरम समोसा बनाया है।
राधा - "ओहो! थैंक्स मॉम एंड डैड। आई लव यू सो मच। मै बहुत खुश हूं।"

शीतला - "अरे बेटी अपना बैग उस टेबल पर रख और हाथ को अच्छे से धोकर आजा मैंने इसे देखने और तारीफ करने के लिए नहीं बनाया है इसे  खाने के लिए बनाई हूं और तुम अपने पापा से ही बात करने में टाइम वेस्ट कर रही हो।"
राधा –" ओके मॉम मै यू जाकर यू आ रही हूं।"
राधा अपना बैग जल्दी से टेबल पर रख कर हाथ धोने जाती है , फिर 5 मिनट्स में आ गई और समोसा को देखकर उसके मुंह में पानी आ रहा था।

बंशीधर - "देखती रहेगी या खाएगी भी बेटा? मुझे पता है आज तुम अपना टिफिन घर में ही भूल गई थी।"
शीतला - "इसलिए मैंने तेरा मनपसंद खीर –पूड़ी और समोसा बनाया है,खाकर बता कैसा बना है?"

राधा - "यम्मी ! आप दोनो वर्ल्ड के सुपर बेस्ट मॉम डैड हो। बहुत प्यार करती हूं मै आप दोनों से , आपके बिना तो एक पल भी रहना मेरे लिए बहुत मुश्किल है।
बंशीधर- "बस बहुत बोलती हो अपनी मां पर गई हो , पहले पेट पूजा फिर काम दूजा।"
राधा हंसते हुए खाने लगती हैं…और कहती हैं ". बहुत टेस्टी है मॉम आई लव यू।"
1 साल के बाद…………

दादी मां कि तरह राधा बोली–" मॉम, डैड आपको पता है ना ठीक 01 बजे स्कूल आना है आपको  ,लेट मत करना नहीं तो मेरे फ्रेंड्स मेरा मजाक उड़ाएंगी। आज सभी स्टूडेंट्स के पैरेंट्स को स्कूल आना है।"

शीतला- "ओहो ! मेरी प्यारी बेटी इतनी चिंता करने की जरूरत नहीं है । मै और तेरे पापा 01 बजने के पहले ही तेरे साथ होंगे समझी, अब जा तेरा स्कूल बस आ गया। "

राधा-" आई लव यू मॉम डैड, बाय।"
शीतला और बंशीधर- "बाय बेटा! टेक केयर," लव यू बाय बेटा"।

कुछ देर बाद लगभग 10 बजे राधा अपने स्कूल पहुंच गई।

नैना -" हाय  , राधा ……हाउ आर यू?"
राधा - ठीक हूं और चल साथ में क्लास जाते है?
नैना चल जल्दी जाकर अपने बैंच पर बैठ जाते है नहीं तो कोई और बैठ जाएगी।"
नैना–"ओके चल।"
दोनों अपने क्लास रूम में चली गई।

11 बजे………
सभी स्टूडेंट्स एक साथ मिलकर
गुड मॉर्निंग टीचर…………
टीचर -" आज पैरेंट्स मीटिंग है , आई होप सभी स्टूडेंट्स ने अपने –अपने पैरेंट्स को ये बता दिया होगा और पैरेंट्स 01 बजे तक अा जाएंगे।"
स्टूडेंट्स - "Yes , मैम जी। हमारे पैरेंट्स तैयार होकर 01 बजे तक आ जाएंगे उन्होंने कहा है।"

टीचर- "ठीक है मै ऑफिस में जाकर अपना कुछ काम कर रही हूं यहां क्लास में सब लोग अपना होमवर्क पूरा करो कोई लड़ाई –झगड़ा नहीं, कोई हल्ला नहीं करना क्लास में नहीं तो मैं पनिशमेंट दूंगी। समझे?"

स्टूडेंट्स -; "ओके मैम हम अपना होमवर्क पूरा करते है आपको कोई शिकायत का मौका नहीं मिलेगा।"
टीचर चली जाती हैं।

कुछ घंटो बाद 01 बजने में ऑनली 20 मिनट्स बाकी थे तभी…….

शीतला - "जल्दी कीजिए , राधा हमारा इंतजार कर रही होगी पता नहीं कब पहुचेंगे?"
बंशीधर - "चलो आओ कार मे बैठो? 10 मिनट्स में स्कूल पहुंच जाएंगे। चिंता करने वाली कोई बात नहीं है। "

दोनों कार में बैठ गए और स्कूल के तरफ अा रहे थे।


राधा सभी दोस्तों के साथ बाते कर रही है लेकिन उसकी नजर स्कूल के गेट पर टिकी हुई थी, ना जाने कब आएंगे मॉम डैड?



शीतला - "इतना स्लो कार ड्राइविंग करेंगे तो हम कल पहुचेंगे स्कूल जरा जल्दी करिए, कहीं आपकी लाडली नाराज़ ना हो जाए?"
बंशीधर कार कि स्पीड बढ़ा देता है लेकिन तभी अचानक कार रुक गई और फिर से स्टार्ट नहीं हो रही थी।
शीतला-" क्या हुआ कार आगे क्यों नहीं बढ़ पा रही है?"

बंशीधर-" ना जाने क्यों ये कार आज ही ख़राब हो गई?"
शीतला- "आप बाहर जाइए और किसी कार मैकेनिक को बुला लाइए नहीं तो बहुत लेट हो जाएंगे हम। मै कार में बैठकर आपका इंतजार करूंगी मेरी चिंता मत करिए।"

बंशीधर - "लेकिन तुम्हे अकेले छोड़कर कैसे ? और हमारी कार भी साइड में नहीं है!अगर किसी ट्रक से टककर……"

शीतला -;" आप भी ना क्या– क्या सोच लेते है मुझे या इस कार को कुछ नहीं होगा। आप बेफिक्र होकर जाइए।"

बंशीधर- "तुम भी ना अपनी बेटी के जैसी जिद्दी हो गई हो ठीक है मै जा रहा हूं लेकिन तुम कार से बाहर मत निकलना ये सुनसान रास्ता है।"
शीतला-" ठीक है मै कार से बाहर नहीं उतारूंगी अब तो जल्दी जाइए.? "

बंशीधर कार मैकेनिक को बुलाने जाता हैं उसे कुछ ही दूर में कार मैकेनिक मिल जाता हैं और वो कार मैकेनिक के साथ कार के पास आ रहा था।

शीतला कार में बैठी हुई थी अचानक तभी कोई ट्रक आता है और उस कार से टकरा जाता हैं और वो कार पलट कर एक बड़े से पेड़ से टकरा जाती है।
बंशीधर - "शीतला ??,",😱😱😱😱😱😱😱😨😨😨

फिर बंशीधर और उसके साथ कार मैकेनिक कार के पास आते है, कार की हालत बिल्कुल ख़राब हो गई है। कार के शीशे टूट गए हैं। 

शीतला के पूरे बॉडी से बहुत ब्लड निकल रहा था।

राधा इंतजार कर रही हैं।
"मॉम डैड प्लीज़ जल्दी कीजिए सिर्फ 10 मिनट्स बाकी हैं।"

बंशीधर ने एम्बुलेंस को कॉल किया और जल्दी से उस कार से शीतला को बहुत मुश्किल से वो कार मैकेनिक कि मदद से बाहर निकल पाता है थोड़ी ही देर बाद एम्बुलेंस आ गई और शीतला को बंशीधर ने उठाकर एम्बुलेंस में स्ट्रेक्चर पर लेटा दिया फिर एंबुलेंस के अंदर उसके पास बैठ गया।

बंशीधर रुंधे हुए कंठ से बोला –"प्लीज़ जल्दी से हॉस्पिटल चलिए? बहुत ब्लड निकल रहा है।"
एम्बुलेंस ड्राइवर- "जी हम जल्दी ही पहुंच जाएंगे आप चिंता मत करिए,भगवान पर भरोसा रखिए।"

कुछ देर बाद.……
हॉस्पिटल के पास एम्बुलेंस पहुंच गई लेकिन तभी.…

रोते हुए बंशीधर–"शीतला आंखे खोलो ! देखो मै तुम्हारे साथ हूं तुम्हे कुछ नहीं होने दूंगा लेकिन शीतला बहुत मुश्किल से कुछ बोल पाई।"

शीतला -" अब मेरा बच पाना मुश्किल है , आप से एक प्रॉमिस चाहिए मुझे कि आप हमारी बेटी को पुलिस ऑफिसर बनाएंगे यहीं मेरा सपना है जिसे अब आपको पूरा करना है। उसे आप एक मां की कमी महसूस करने मत देना। और आप अपना ख्याल रखना आप एक अच्छे पति और पिता है अब आपको मेरी जगह लेकर राधा को मां का भी प्यार देना होगा।
आप से मुझे बस ये प्रॉमिस चाहिए और कुछ…………नहीं।"


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फिर शीतला कि बॉडी ठंडी हो गई , अर्थात् उसकी मृत्यु हो गई।

बंशीधर रोते हुए -" क्यों मुझे छोड़कर चली गई शीतला? आप के बिना राधा तो एक पल भी नहीं रह पाएगी और मै उसे कैसे बताऊंगा कि उसकी मां………।" 

राधा- "मॉम डैड क्यों लेट कर रहे है आप? प्लीज़ भगवान मॉम- डैड को जल्दी से मेरे पास भेज दीजिए।"





"अब शीतला के गुजर जाने के बाद राधा कैसे अपनी मां का सपना पूरा करेगी ?"

आगे की कहानी अगले पार्ट में.………
आपको यह पार्ट कैसा लगा जरूर समीक्षा करें..।




 क्रमशः

Rajan Mishra

Rajan Mishra

सुन्दर और धारा प्रवाह रचना है आपकी

18 अक्टूबर 2021

Pragya pandey

Pragya pandey

👌👌२

21 सितम्बर 2021

Aniruddhsinh zala

Aniruddhsinh zala

nice rchna superb muje folow kre me nya join shkar pls

14 सितम्बर 2021

Jyoti

Jyoti

14 सितम्बर 2021

फॉलो नहीं हो रहा है आपका id में ट्राई कर रही हूं

14 सितम्बर 2021

Jyoti

Jyoti

14 सितम्बर 2021

Thanks

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रचनाएँ
" इन आंखों को तलाश तेरी....😏😏😏"
5.0
राधा और उसके अनोखे सफ़र का दर्पण है यह उपन्यास।
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1) " इन आंखों को तलाश तेरी..😏😏😏"

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