आज हरकोई डर के साए में जी रहा है | कोरोनाने हर किसी के जीवन में उथल पुथल मचाई हुई है | जिससे भी बात करें हर दिन यही कहता मिलेगा कि आज उसके अमुकरिश्तेदार का स्वर्गवास हो गया कोरोना के कारण, आज उसका अमुक मित्र अथवा परिचित कोरोना की भेंट चढ़ गया | पूरे के पूरे परिवार कोरोना की चपेटमें आए हुए हैं | हर ओ
आओ ना बैठो ना कुछ पल ही सही साथ बिताओ ना । आप हो हम हों,बातों की महफिल हो और ठहाके हो।यादों के फूल खिले हो, और सुगंध से मन प्रफुल्लित हो ।और साथ-साथ गरमागरम चाय हो,आलू के गुटके हो।गुड़ की डली के साथ चाय की चुस्की हो,और संग हो।अपनों की संगति,
गीत/गीतिकाउठती है कुछ बात हृदय मेंक्योंकर सत्य विसारा जाएजा देखें रावण की बगियासीता समर निहारा जाए।।छुवा नहीं उसने जननी कोजिसने धमकाया अवनी कोपतितों को बतलाया जाएगिन राक्षस को मारा जाएसीता समर निहारा जाए।।संविधान सर्वोत्तम कृति हैजीवन अपनी अपनी वृति हैनैतिक मूल्य सँवारा जाएन कि संपति जारा जाएधर्म कथ
सोने के पीछे सोना भुला दिया, खजाना भूल के खजाना लुटा दिया | दौलत के खजाने के पीछे , दिल का खजाना भुला दिया | जान गए मन की तेरी, तू औरों के दिल मे बसी | तू है पराये दिल की चिड़िया, समझे नहीं मेरे दिल के कभी|| जिस-जिस को धोखा मिला, सोचले वह अब मुझे जीने का मौका
चलते-चलते कह दिया था उनसे कुछ, ना जाने क्या समझे कर गए ऐसा कुछ. डरता हूँ कहने से फिर न समझ ले कुछ, फिर ना कर दे वो ऐसा कि मैं रहूं ना कुछ. (आलिम)
आप अपने दिन से गुजर रहे हैं, और एक अखबार समीक्षक की तरह, लगातार प्रशंसा और आलोचना करने के लिए चीजों की तलाश में है।क्या यह सही था ? कमाल का काम किया ! Youtube पर बहुत अधिक समय बिताया? ख़राब ! जैसे आप शीशे के सामने खड़े हो, और आपका शरीर भद्दा दिख रहा है?हम जो कुछ भी करते है
"कुछ शेर"बहुत गुमराह करती हैं फिजाएँ जानकर जानमआसान मंजिल थी हम थे अजनवी की तरह।।तिरे आने से हवावों का रुख भी बदला शायदलोग तो कहते थे कि तुम हुए मजहबी की तरह।।समय बदला चलन बदली और तुम भी बदलेबदली क्या आँखें जो हैं ही शबनबी की तरह।।लगाए आस बैठी है इंतजार लिए नजरों मेंतुम आए तो पर जलाए किसी हबी की तरह
पहला शब्द पहला टीचर पहला स्कूल मेरी माँ . पहला संश पहला दोस्त पहला प्यार मेरी माँ सुपर माँ है मेरी माँ
पिछले दर्जन सालों से, मैं (अपेक्षाकृत) सरल जीवन जी रहा हूं। कभी-कभी, मेरे जीवन की जटिलता बढ़ती है, और मैं बस जीने की अपनी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करता हूं।एक साधारण जीवन जीना, वापस पार करने के बारे में है, ताकि आपके पास सांस लेने के लिए जगह हो। यह कम के साथ करने के बारे में है, क्योंकि आपको एहसास है
हम अपने हर उपलब्ध स्थान को भरने, अधिक कार्यों में व्यस्त रहने, संदेशों का जवाब देने, सोशल मीडिया और ऑनलाइन साइटों की जाँच करने, वीडियो देखने में बिताते हैं।हम अपने जीवन में खाली जगह से डरते हैं।परिणाम अक्सर एक निरंतर व्यस्तता, निरंतर व्याकुलता और परिहार, ध्यान की कमी, हमारे जीवन से संतुष्टि की कमी ह
हाईजेनिक आदतें आजकल कई तरह की बीमारियों ने लोगों को घेरा हुआ है जो गंभीर समस्या की तरह है । पुराने जमाने में लोग बहुत सी हाईजेनिक आदतें अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में अपनाते थे जिससे उन्हे बीमारियां कम लगती थी, लोग स्वस्थ रहते थे। आज कल के लोगों की तरह बहुत सी बीमारी उन्हे नहीं घेरे रहती थी। हमारे गांव
हर इंसान की ज़िन्दगी में एहसास का मतलब बहुत की महत्वपुर्ण होता है क्यूंकि एहसास किसी भी तरीके का हो हर एक ही ज़िन्दगी में होता ज़रूर है बस उसके रूप फरक होते है. कोई अपने रिश्तो के एहसास से खुश है तो कोई अपनी सफलता से. आज यहाँ भ
“पिता हमारे वट वृक्ष समान” किसी ने सही ही कहा हैं कि ‘पिता न तो वह लंगर होता हैं जो तट पर बांधे रखे, न तो लहर जो दूर तक ले जाएँ. पिता तो प्यार भरी रौशनी होते हैं,जो जहाँ तक जाना चाहों,वहां तक राह दिखाते हैं.’ऐसे ही मेरे पिता हैं,जो चट्टान की तरह दिखने वाले पर एहसास माँ की तरह.घर-परिवार का बोझ
प्यार एक ऐसा शब्द है जो सुनते ही मन खिल उठता है.......प्यार से प्यारा इस दुनिया में कुछ भी नहीं है. .....प्यार दो दिलो की दास्ताँ है .....प्यार दो दिलो का संगम है .........प्यार के बिना ज़िन्दगी अधूरी है .........प्यार के बिना जीवन अधूरा है .........लेकिन प्यार में