" रिश्ता " रखो या ना रखो. किंतु..." भरोसा " जरूर रखना..!क्युं की जंहा " भरोसा " होता हेवंहा " रिश्ते " अपने आप बन जाते है बेशक़ पलट के देखो. वो बीत
सरल रहो ताकि सब तुमसे मिल सकें! तरल रहो ताकि तुम सबमे घुल सको! किसी ने क्या खुब कहा है साहब बहुत ज्यादा परखने से, बहुत अच्छे अ
जीवन का एक सीधा सा नियम है और वो ये कि अगर अनुशासन नहीं तो प्रगति भी नहीं।अनुशासन में बहकर ही एक नदी सागर तक पहुँचकर सागर ही बन जाती है। अनुशासन में बँधकर ही एक बेल जमीन से उठकर वृक्ष जैसी ऊँचाई
16 अप्रैल 2022 शनिवार समय 11:20 (रात) मेरी प्यारी सखी, चारों ओर जय हनुमान ज्ञान गुण सागर की आवाजें गूंज रही है। आज हनुमान जयंती है।
जब तक यथार्थ आध्यात्मिक ज्ञान नहीं होता तो जन-साधारण की धारणा होती है कि:-1) बड़ा होकर पढ़-लिखकर अपने निर्वाह की खोज करके विवाह कराकर परिवार पोषण करेंगे। बच्चों को उच्च शिक्षा तक पढ़ाऐंगे। फिर उनको रोजगा
डायरी दिनांक १६/०४/२०२२ शाम के पांच बजकर बीस मिनट हो रहे हैं । आज हनुमान जन्मोत्सव का पर्व मनाया जा रहा है। वैसे एक दूसरी मान्यता के अनुसार हनुमान जी का जन्म फागुन की पूर्णिमा को हुआ था। उस दिन
दूध और नमक का संयोग सफ़ेद दाग या किसी भी स्किन डीजीज को जन्म दे सकता है, बाल असमय सफ़ेद होना या बाल झड़ना भी स्किन डीजीज ही है।⚫-सर्व प्रथम यह जान लीजिये कि कोई भी आयुर्वेदिक दवा खाली पेट खाई जाती है
यहां छपने से हमारा तात्पर्य है कि प्रत्यक्ष होने/रहने से है अथवा किन्हीं विशेष भूमिकाओं में अपना अभिनय प्रत्यक्ष रूप से निभाने से है जबकि छिपने का हमारा तात्पर्य है अप्रत्यक्ष रहन
हनुमान जन्मोत्सव पर बंदना---श्री राम दूत पवनपुत्र प्रणम्य सर्व कार्य सिद्धि,अहम् त्वमेव शरणागतम् पाहि माम पाहि माम,नमामि हनुमंते नमः।।सभी मित्रों को हनुमान जी जन्मोत्सव पर हार्दिक शुभकामनाएंस्वरचित--ब
मेरी प्यारी सखी, परीक्षा केंद्र पर छेड़छाड़ को लेकर झगड़े जैसी वारदात निंदनीय है। न जाने क्यों लोग बुद्धि का प्रयोग का कार्य नहीं करते। जैन समाज द्वारा 50 साल बाद आयोजित किए जा रहे म
इस शरीर में आंखों की गहराई,मन की गहराई से ज्यादाहृदय की गहराई है।ये गहराई इतनी गहरी हैं किइसकी गहराई किसी को पता नहीचाहे तीन लोक की सम्पत्ति भी मिल जाए तो भी हम इसकी गहराई को भर नहीं सकतेन किसी पद से,
खुशियों की चाबी अपने आप में मस्त रहो व्यस्त रहो ।लोगों में खुशियां तलाशने की बजाए ,खुद में खुश रहे।दूसरों से उम्मीद लगाने की बजाए, खुद से उम्मीद लगाए।बाहर शांति तलाशने से अच्छा मन को शांत रखे।यही है ख
ऊपरवाला जिन्हे खून के रिश्ते में बांधना भूल जाता है,उन्हें सच्चे मित्र बनाकर अपनी भूल सुधार देता है जिनके पास अपने हैं वो अपनों से झगड़ते हैंजिनका कोई नहीं अपना, &
जीवन बड़ा अनंत है, कुछ भी तो ऐसा नहीं जिसे प्राप्त ना किया जा सके। प्रत्येक जीवन ईश्वर की अनुपम देन और कृपा प्रसाद है।यहाँ हर कोई साधारण से असाधारण होने की पात्रता रखता है। यहाँ अनेकों ऐसे उदाहरण
डायरी दिनांक १५/०४/२०२२ शाम के चार बजकर तीस मिनट हो रहे हैं । आज गुड फ्राईडे का अवकाश था। पर मुझे अदालत जाना था। दिन में जरूरत से ज्यादा गर्मी थी। ऐसी गर्मी में बोतल में पानी बहुत जल्दी
*ईश्वर कृपा क्या है?*पैसा, आलीशान घर, महंगी गाड़ियां और धन-दौलत ईश्वर_कृपा नहीं है।इस जीवन में अनेक संकट और विपदाएं जो हमारी जानकारी के बिना ही गायब हो जाती हैं, *वह ईश्वर कृपा है।*कभी-कभी सफ़र के दौर
क्या आपने कभी ये विचार किया कि इस दुनिया में आपकी तकदीर कौन और कैसे बदल सकता है..? कौन है जो आपके चेहरे पर मुस्कुराहट ला सकता है..? कौन है जो आपके जीवन को सुखी और आनंदमय बना सकता है और कौन है वो जो आप
सृष्टि के कण कण में व्याप्त होने के बावजूद परम तत्व, ईश्वर या सत , आप उसे जिस भी नाम से पुकार लें, एक मानव की अंतर दृष्टि में क्यों नहीं आता? सुख की अनुभूति प्रदान करने की सम्भावना से परिपूर्ण हो
पेट हमारे शरीर का वह अंग होता है जो की हमारे शरीर की पाचन क्रिया को बनाये रखने का काम करता है अगर पेट में आंत होती है जिसमे अगर सूजन आ जाती है तो वह हमारे बहुत सारे रोगो को पेट में उत्पन्न करती है | इ
डायरी दिनांक १४/०४/२०२२ शाम के चार बजकर चालीस मिनट हो रहे हैं । आज छुट्टी का दिन लगभग गुजर गया और पता ही नहीं चला। वैसे आज के अवकाश के दो कारण हैं। एक तो आज महावीर जयंती है। दूसरा आज बाब