डायरी दिनांक ११/०४/२०२२ शाम के छह बजकर तीस मिनट हो रहे हैं । हर काम का सही समय होता है। समय से पहले कभी भी किसी को कुछ नहीं मिलता है। मार्च के महीने की डायरी बहु
दिनाँक: 10.04.2022समय : रात 11 बजेप्रिय डायरी जी,काल करे सो आज कर,आज करे सो अब,पल में प्रलय होएगी बहुरि करेगा कब?कबीर दास जी का यह दोहा आज भी उतना ही प्रासंगिक है। यह बात त
श्री गणेशाय नमः 🙏🏼🙏🏼🙏🏼 सच्चिदानंद रूपाय विश्वपात्यादिक हेतवे तापत्रय विनाशाय श्री कृष्णाय वयं नमः। 1.. श्रीमद्भागवत नौका है, चलाने वाले सुखदेव जी, हम सब बैठने वाले ...सोने पर भी पार हो जाएंगे स
पार्वती व प्रकृति का रिश्ता (*कहानी प्रथम क़िश्त *)आज मैं जल संसाधन अधिकारी के बतौर कुछ विशेष बातों का अवलोकन करने ग्वालियर से 40 किमी दूर ग्राम मानपुर जा रहा हूं । आज के परिपेक्ष्य में ग्राम मान
डायरी दिनांक १०/०४/२०२२ दोपहर के तीन बजकर तीस मिनट हो रहे हैं । आज नव रात्रि का आखरी दिन होने के साथ भगवान श्री राम का प्रादुर्भाव दिवस भी है। चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को द
नवम शक्ति सिद्धिदात्रीनवदुर्गाओं में सबसे श्रेष्ठ, सिद्धि और मोक्ष देने वाली दुर्गा को सिद्धिदात्री कहा जाता है। यह देवी भगवान विष्णु की प्रियतमा लक्ष्मी के समान कमल के आसन पर विराजमान हैं।
अष्टम शक्ति महागौरी नवरात्र के आठवें दिन आठवीं दुर्गा महागौरी की पूजा-अर्चना की जाती है। अपनी तपस्या द्वारा इन्होंने गौर वर्ण प्राप्त किया था । अतः इन्हें उज्ज्वल स्वरूप की शारीरिक, मानसिक और सां
सप्तम शक्ति कालरात्रि अपने महा विनाशक गुणों से शत्रु एवं दुष्ट लोगों का संहार करने वाली सातवीं दुर्गा का नाम कालरात्रि है। सांसारिक स्वरूप में यह काले रंग-रूप की अपनी विशाल केश राशि को फैलाकर चार
षष्ठम शक्ति कात्यायनीयह दुर्गा, देवताओं के और ऋषियों के कार्यों को सिद्ध करने लिए महर्षि कात्यायन के आश्रम में प्रकट हुई ।और महर्षि ने उन्हें अपनी कन्या के रूप में पाला साक्षात दुर्गा स्वरूप इस छठी दे
पंचम शक्ति स्कंद माताश्रुति और समृद्धि से युक्त छान्दोग्य उपनिषद के प्रवर्तक सनत्कुमार की माता भगवती का नाम स्कंद है। उनकी माता होने से कल्याणकारी शक्ति की अधिष्ठात्री देवी को पांचव दुर्गा स्कंदम
चतुर्थ शक्ति कूष्मांडाये अष्टभुजाधारी, माथे पर रत्नजड़ित मुकुटवाली, एक हाथ में कमंडल और दूसरे हाथ में कलश लिए हुए उज्जवल स्वरूप की दुर्गा है। इनका वाहन बाघ है। जब सृष्टि का अस्तित्व नहीं था, चारो
एक खेत में कुछ मजदूर काम कर रहे थे। एक गहनता काम करने के बाद वे बैठकर आपस में गप्पें मारने लगे। यह देखकर खेत के मालिक ने उनसे कुछ नहीं कहा। उसने खुरपी उठायी और खुद काम में जुट गया। मालिक को काम करता द
हैं यह नश्वर प्राण हैं यह नश्वर जीवन नश्वर है अपनी काया नश्वर हैं अंत नश्वर ही नश्वर हैं पर एक सृजन है प्रकृति एक सृजन है आत्मा एक सृजन है परमात्मा को जानना एक सृजन हैं आशा की किरण एक सृजन
सभ्य सभा में हुआ आज एक अनर्थ भारी अपनों के समक्ष अपनों से ही लज्जित होती थी एक नारी थे पांच पति उस सभा बीच पांचों के पांचों मौन रहें यह कठिन कुठाराघात हृदय में कोमल हृदया कैसे सहे
हे कालिका हे कालिका कंठे विधुतमालिका हे कालिका हे कालिक हस्ते चंद्रहास धरिका हे कालिका हे कालिका कपालिनी कपाल धरिका हे कालिका हे कालिका कंकाली कंकाल धरिका हे कालिका हे कालिका बघम्भरा बघम्भर धरिक
डायरी दिनांक ०९/०४/२०२२ शाम के पांच बजकर पचास मिनट हो रहे हैं । आज दुर्गा अष्टमी है। आज के दिन हमारे घर पर उपवास रखा जाता है और नवमीं को कन्या पूजन किया जाता है। वैसे कुछ परिवारों में अष्टमी को
**ये गुरुवाणी है या उनकी चित्रकारी**प्रकृति का है सौंदर्य अनोखा। चारों ओर छाई छटा मनोहारी है।। सोच रहा ये पुलकित मन मेरा।ना जाने इतनी खूबसूरत यह किसकी चित्रकारी है।। इन खूबसूरत वा
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि "मेहनत करने से दरिद्रता, धर्म करने से पाप और मौन धारण करने से कभी भी कलह नहीं रहता है।"मेहनत - केवल मेहनत करना ही पर्याप्त नहीं अपितु उचित दिशा में अथवा तो एक ही दिशा
तृतीय शक्ति चंद्रघंटाशक्ति के रूप में विराजमान चंद्रघंटा मस्तक पर चंद्रमा को धारण किए हुए है। नवरात्र के तीसरे दिन इनकी पूजा-अर्चना भक्तों को जन्म-जन्मांतर के कष्टों से मुक्त कर इहलोक और परलोक में कल्
जब जीवन में समझ बढ़ती है तोइंसान मौन रहना पसंद करता है,पर जब अभिमान बढ़ता है तोइंसान अधिक बोलना पसंद करता है।कभी किसी के सामने अपनी सफाई पेश ना करो क्योंकि जिसे हम पर यकीन है उसे सफाई की जरूरत नहींऔर