shabd-logo

डायरी दिनांक १५/०४/२०२२

15 अप्रैल 2022

27 बार देखा गया 27

डायरी दिनांक १५/०४/२०२२

  शाम के चार बजकर तीस मिनट हो रहे हैं ।

  आज गुड फ्राईडे का अवकाश था। पर मुझे अदालत जाना था। दिन में जरूरत से ज्यादा गर्मी थी। ऐसी गर्मी में बोतल में पानी बहुत जल्दी खत्म हो जाता है।

  अलीगंज में एक विभागीय अधिकारी के घर बरसी की दावत थी। वैसे मेरे जाने का विचार था। पर अब नहीं जाऊंगा। कल जिन लोगों के साथ अलीगंज जाने का प्रोग्राम तय किया था, उन्होंने भी अभी तक कोई फोन नहीं किया है। बड़ा गड़बड़ झोल है।

  जब किसी प्रश्न का उत्तर देने से विवाद बढ़ने की संभावना हो, उस समय उस प्रश्न को नजरअंदाज कर देना ही उचित है। अधिक से अधिक सामने बाला यही तो कहेगा कि मेरे प्रश्न का उत्तर नहीं देते हो। व्यर्थ का विवाद तो बच जायेगा।

  कभी कभी कुछ लोग विवाद करने के लिये ही व्यर्थ के प्रश्न करते हैं। उन्हें हर हाल में विवाद करना ही है। ऐसी स्थिति में विवाद से बचा नहीं जा सकता है।

  आज ज्ञात हुआ कि तीस दिनों तक किसी धारावाहिक का अगला भाग प्रकाशित न करने पर वह धारावाहिक अपने आप सब्सक्रिप्शन प्रोग्राम से बाहर आ जाता है।
 

   आज श्रीराम चरित मानस के वर्णित उन महर्षियों का उल्लेख करूंगा जिनका किसी प्रसंग में उल्लेख आया हो। पर किसी भी मूल कथानक में उनका कोई वर्णन न हो।


(१) महर्षि कश्यप - श्री राम चरित मानस में महर्षि कश्यप और उनकी पत्नी अदिति के तप का उल्लेख किया है।


कश्यप अदिति महातप कीन्हा।


तिनकहुं मैं पूरव वर दीन्हा।।


महर्षि कश्यप पूरी सृष्टि के पिता कहे जाते हैं। समस्त देव, दानव, मनुष्य, सर्प तथा अन्य तिर्यक योनियां उनकी ही संतान कही जाती हैं।


(२) महर्षि दुर्वासा - श्री राम चरित मानस के अयोध्या कांड में महर्षि दुर्वासा और महाराज अंबरीश के प्रसंग का उल्लेख है।महर्षि दुर्वासा महर्षि अत्रि के पुत्र थे।


(३)महर्षि कर्दभ - श्री राम चरित मानस के बाल कांड में राजा मनु और शतरूपा के तप का उल्लेख करते समय उनकी पुत्री देवहूति के बारे में बताया है। जो कि महर्षि कर्दभ की प्रिय स्त्री थीं।


(४) महर्षि कपिल - इसी प्रसंग में आगे बताया है कि महर्षि कर्दभ और देवहूति के पुत्र महर्षि कपिल थे। महर्षि कपिल ने सांख्य शास्त्र की रचना की।


(५)महर्षि पुलस्त - श्री राम चरित मानस में कई बार महर्षि पुलस्त का वर्णन किया है। उल्लेखनीय है कि रावण महर्षि पुलस्त का नाती था।


(६) महर्षि चंद्रमा -  श्री राम चरित मानस के किष्किंधा कांड में महर्षि चंद्रमा का उल्लेख है जबकि सागर के तट पर संपाति ने महर्षि चंद्रमा के विषय में बताया।


मुनि एक नाम चंद्रमा ओही।


लागी दया देखि कर मोही।।


महर्षि चंद्रमा भी महर्षि अत्रि के पुत्र थे तथा वह भगवान ब्रह्मा के अंश कहे जाते हैं।


(७) महर्षि मतंग - श्री राम चरित मानस के अरण्य कांड में महर्षि मतंग का उल्लेख है। महर्षि मतंग माता शवरी के गुरु थे। उन्होंने ही माता शवरी को भगवान श्री राम के आगमन की भविष्यवाणी की थी। महर्षि मतंग के वचनों को ही सत्य मान माता शवरी प्रभु श्री राम के आगमन की प्रतीक्षा कर रही थीं।


(८) अंधा तपस्वी - श्री राम चरित मानस के अयोध्या कांड में ही अंधे तपस्वी (श्रवण कुमार के पिता) का उल्लेख है। महाराज दशरथ को मृत्यु से पूर्व अंधे तपस्वी के श्राप का स्मरण हुआ।


तापस अंध श्राप सुधि आयी।


कोशल्यहिं सब कथा सुनाई।।


भयउ विकल बरनत इतिहास।
राम रहित धिग जीवन आशा।।

  इनके अतिरिक्त एक बेनामी तपस्वी का भी वर्णन है। जिसे मैं अगले भाग में बताऊंगा।

अभी के लिये इतना ही। आप सभी को राम राम।


   

1

डायरी दिनांक ०२/०४/२०२२

2 अप्रैल 2022
6
2
0

<p dir="ltr">डायरी दिनांक <a href="tel:02042022">०२/०४/२०२२</a></p> <p dir="ltr">शाम के चार बजकर पच्चीस मिनट हो रहे हैं ।</p> <p dir="ltr"> जीवन और अनिश्चितता एक ही सिक्के के दो पहलू जैसे हैं। अ

2

डायरी दिनांक ०३/०४/२०२२

3 अप्रैल 2022
5
1
0

डायरी दिनांक ०३/०४/२०२२ - महर्षि याज्ञवल्क्य दोपहर के दस बजकर चालीस मिनट हो रहे हैं । कल अपनी डायरी में मैंने श्रीरामचरित मानस में वर्णित महर्षियों के विषय में लिखने के बारे में बताया था

3

डायरी दिनांक ०४/०४/२०२२

4 अप्रैल 2022
3
1
1

<div align="left"><p dir="ltr">डायरी दिनांक <a href="tel:04042022">०४/०४/२०२२</a></p> <p dir="ltr">रात के आठ बजकर पचास मिनट हो रहे हैं ।</p> <p dir="ltr"> आज का दिन अति व्यस्तता भरा रहा । अचानक

4

डायरी दिनांक ०५/०४/२०२२

5 अप्रैल 2022
6
3
1

डायरी दिनांक ०५/०४/२०२२ शाम के सात बजकर पांच मिनट हो रहे हैं । कल की तरह आज का दिन भी व्यस्तता भरा रहा। कुछ विभागीय समस्याएं पूरे दिन परेशान करती रहीं। जिनका कोई निदान नहीं मिला। कभी कभी

5

डायरी दिनांक ०६/०४/२०२२

6 अप्रैल 2022
1
0
0

डायरी दिनांक ०६/०४/२०२२ शाम के छह बजकर दस मिनट हो रहे हैं । अभी अप्रेल का आरंभ ही है। पर गर्मी कुछ ज्यादा ही हो गयी है। तापमान ४२ डिग्री के लगभग रह रहा है। आफिस में भी बहुत गर्मी रहती है।

6

डायरी दिनांक ०७/०४/२०२२

7 अप्रैल 2022
4
1
0

डायरी दिनांक ०७/०४/२०२२ शाम के छह बजकर पैतीस मिनट हो रहे हैं । लगातार साथ रहने बाले पत्थर से भी मनुष्य को कुछ प्रेम हो जाता है। वह उस पत्थर को वहां से हटाना नहीं चाहता। उसकी आंखें हर रोज

7

डायरी दिनांक ०९/०४/२०२२

9 अप्रैल 2022
2
0
0

डायरी दिनांक ०९/०४/२०२२ शाम के पांच बजकर पचास मिनट हो रहे हैं । आज दुर्गा अष्टमी है। आज के दिन हमारे घर पर उपवास रखा जाता है और नवमीं को कन्या पूजन किया जाता है। वैसे कुछ परिवारों में अष्टमी को

8

डायरी दिनांक १०/०४/२०२२

10 अप्रैल 2022
2
0
0

डायरी दिनांक १०/०४/२०२२ दोपहर के तीन बजकर तीस मिनट हो रहे हैं । आज नव रात्रि का आखरी दिन होने के साथ भगवान श्री राम का प्रादुर्भाव दिवस भी है। चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को द

9

डायरी दिनांक ११/०४/२०२२

11 अप्रैल 2022
1
0
0

डायरी दिनांक ११/०४/२०२२ शाम के छह बजकर तीस मिनट हो रहे हैं । हर काम का सही समय होता है। समय से पहले कभी भी किसी को कुछ नहीं मिलता है। मार्च के महीने की डायरी बहु

10

डायरी दिनांक १२/०४/२०२२

12 अप्रैल 2022
0
0
0

डायरी दिनांक १२/०४/२०२२ शाम के पांच बजकर चालीस मिनट हो रहे हैं । निकृष्ट व्यक्ति कभी भी अपनी निकृष्टता नहीं छोड़ सकता है। यदि कोई निकृष्ट व्यक्ति कुछ दिनों शांत रहे तब वह एक बड़े खेल की

11

डायरी दिनांक १३/०४/२०२२

13 अप्रैल 2022
2
1
1

डायरी दिनांक १३/०४/२०२२ शाम के छह बजकर पंद्रह मिनट हो रहे हैं । आज अचानक ज्ञात हुआ कि कल और परसों लगातार दो दिनों का अवकाश है। दूरसंचार क्षेत्र में कार्य करने बालों के लिये दो दिनों का अवकाश मि

12

डायरी दिनांक १४/०४/२०२२

14 अप्रैल 2022
0
0
0

डायरी दिनांक १४/०४/२०२२ शाम के चार बजकर चालीस मिनट हो रहे हैं । आज छुट्टी का दिन लगभग गुजर गया और पता ही नहीं चला। वैसे आज के अवकाश के दो कारण हैं। एक तो आज महावीर जयंती है। दूसरा आज बाब

13

डायरी दिनांक १५/०४/२०२२

15 अप्रैल 2022
0
0
0

डायरी दिनांक १५/०४/२०२२ शाम के चार बजकर तीस मिनट हो रहे हैं । आज गुड फ्राईडे का अवकाश था। पर मुझे अदालत जाना था। दिन में जरूरत से ज्यादा गर्मी थी। ऐसी गर्मी में बोतल में पानी बहुत जल्दी

14

डायरी दिनांक १६/०४/२०२२

16 अप्रैल 2022
1
0
0

डायरी दिनांक १६/०४/२०२२ शाम के पांच बजकर बीस मिनट हो रहे हैं । आज हनुमान जन्मोत्सव का पर्व मनाया जा रहा है। वैसे एक दूसरी मान्यता के अनुसार हनुमान जी का जन्म फागुन की पूर्णिमा को हुआ था। उस दिन

15

डायरी दिनांक १७/०४/२०२२

17 अप्रैल 2022
1
0
0

डायरी दिनांक १७/०४/२०२२ दोपहर के तीन बजकर तीस मिनट हो रहे हैं । मनुष्य जितना अधिक प्राकृतिक माहौल में रहता है, उतना ही स्वस्थ रहता है। आज भी गांव के लोग कम बीमार होते हैं। तथा बीमार हो जान

16

डायरी दिनांक १८/०४/२०२२

18 अप्रैल 2022
2
1
0

डायरी दिनांक १८/०४/२०२२ शाम के छह बजकर तीस मिनट हो रहे हैं । एक पुराना नियम है - आत्मनः प्रतिकूलानि, परेशां न समाचरेत। जो बातें खुद के लिये उपयुक्त न हों, उन्हें दूसरों पर भी लागू नहीं क

17

डायरी दिनांक १९/०४/२०२२

19 अप्रैल 2022
2
1
2

डायरी दिनांक १९/०४/२०२२ शाम के छह बजकर पांच मिनट हो रहे हैं । जैसे जैसे गर्मी बढ रही है, ठंडी वस्तुओं की खपत बढ रही है। इस बार नीबू के दाम आसमान पर चढ़ रहे हैं। मजेदार बात है कि बाजार में हर व

18

डायरी दिनांक २०/०४/२०२२

20 अप्रैल 2022
1
1
1

डायरी दिनांक २०/०४/२०२२ शाम के पांच बजकर पचास मिनट हो रहे हैं । कई बार मनुष्य कुछ कामों को करने में असहज महसूस करता है। स्थिति तब और ज्यादा भीषण बन जाती है जबकि वह कार्य अति आवश्यक हो। &

19

डायरी दिनांक २१/०४/२०२२

21 अप्रैल 2022
1
0
0

डायरी दिनांक २१/०४/२०२२ शाम के छह बजकर चालीस मिनट हो रहे हैं । जीवन के हर मोड़ पर कितनी ही कहानियाँ मिलती हैं। पर उन सभी कहानियों को शव्दों में उतार पाना बहुत आसान नहीं है। पौराणिक पृष्

20

डायरी दिनांक २२/०४/२०२२

22 अप्रैल 2022
1
0
0

डायरी दिनांक २२/०४/२०२२ शाम के छह बज रहे हैं। कल रात मौसम ज्यादा ठंडा हो गया। चादर ओढनी पढी। लग रहा था कि कहीं बारिश हुई है। हालांकि कहीं भी बारिश होने का अनुमान गलत निकला। साथ ही साथ दिन में ब

21

डायरी दिनांक २४/०४/२०२२

24 अप्रैल 2022
0
0
0

डायरी दिनांक २४/०४/२०२२ शाम के पांच बजकर पांच मिनट हो रहे हैं । वर्तमान मकान में कुछ समस्याएं हैं। पर उससे भी बड़ी समस्या मकान मालिक के परिजनों का आपसी मतभेद है। मकान अंटी जी का है

22

डायरी दिनांक २५/०४/२०२२

25 अप्रैल 2022
1
1
1

डायरी दिनांक २५/०४/२०२२ रात के नौ बज रहे हैं। आज मैनपुरी तारीख पर गया। अत्यधिक गर्मी और अदालत की कार्रवाई में देरी से बहुत ज्यादा थकान हो गयी। खुद दो बोतल पानी लेकर गया था जो कि अदालत में

23

डायरी दिनांक २६/०४/२०२२

26 अप्रैल 2022
0
0
0

डायरी दिनांक २६/०४/२०२२ शाम के छह बज रहे हैं। अप्रेल का महीना समाप्त होने जा रहा है। इसी के साथ सीरीज लेखन पूरा करने का टार्गेट समय पास आता जा रहा है। वैसे पूरी उम्मीद है कि धारावाहिक तय समय स

24

डायरी दिनांक २७/०४/२०२२

27 अप्रैल 2022
2
2
1

डायरी दिनांक २७/०४/२०२२ रात के आठ बजकर तीस मिनट हो रहे हैं । आज डायरी लिखने का विचार तो शाम का ही था। पर कतिपय कारणों से उस समय कुछ व्यवधान आ गया। जब घर पर कोई मिलने बाला आ जाये, उस समय

25

डायरी दिनांक २८/०४/२०२२

28 अप्रैल 2022
0
0
0

डायरी दिनांक २८/०४/२०२२ रात के आठ बज रहे हैं। कभी कभी बहुत छोटी छोटी लगती बातें बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण होती हैं। छोटी छोटी बातों से बड़ी से बड़ी समस्या हल हो जाती है। आज इसका खुद अनुभव किया। हु

26

डायरी दिनांक २९/०४/२०२२

29 अप्रैल 2022
1
0
0

डायरी दिनांक २९/०४/२०२२ शाम के छह बजकर पांच मिनट हो रहे हैं । जो नवीन मकान तलाश किया है, उसके गृहस्वामी जी ने संदेश दिया कि मकान की पैंटिंग का कार्य पूर्ण हो चुका है। फिर थोड़ी ही देर में

---

किताब पढ़िए