मैं और मेरा भाई बड़े होने की कोशिश कर रहे थे. हमें पता चल चुका था कि रेस्टोरेंट जाए बगैर हम ‘बड़े’ नहीं हो सकते. पैसे न उसके पास थे न मेरे पास. पप्पा से मांगने में जान जाती थी. तब मेरे भाई को मैकडी (McD) जैसी जगह का पता चला. जहां 60 रुपये में हम भाई-बहन बर्गर खा सकते थे. बर्गर का मतलब समझ रहे हैं आप? फास्ट फूड, पार्टी, ट्रीट, आउटिंग, कुछ भी कह लो. तुम्ही हो बंधु, सखा तुम्ही टाइप. पहली बार बर्गर खा रहे थे तो पता नहीं था कि दोबारा कब मिलेगा. 60 रुपये इतने भी कम नहीं होते थे. इसलिए मुंह के हर किनारे तक उसका स्वाद पहुंचा रहे थे. धीमे-धीमे खा रहे थे.
आज पता चला कि मैकडी बंद हो रहा है तो मुंह के किसी किनारे से एक टुकड़ा निकल आया. छोटी दुकान चलाने वाले से लेकर स्कूटर से ऑफिस जाने वाले पापा के बच्चे तक अपना बर्थडे मैकडी में मनाने का सपना देख रहे हैं. ये खबर उनके लिए वैसी ही है जैसी हमारे लिए ‘शक्तिमान’ के टीवी पर बंद हो जाने की थी.
43 रेस्टोरेंट पर लटकेगा ताला
मैकडॉनल्ड ने दिल्ली के 55 में से 43 रेस्टोरेंट बंद करने का फैसला लिया है. इस फैसले से 1700 लोगों की नौकरी छिन जाएगी. हालांकि उन्हें इसका हर्जाना मिलेगा. मामला ये है कि कनॉट प्लाज़ा रेस्टोरेंट प्राइवेट लिमिटेड (CPRL)के कर्ता-धर्ता विक्रम बख्शी और मैकडॉनल्ड मिलकर इंडिया में रेस्टोरेंट चला रहे थे. इन दोनों के बीच कानूनी झगड़ा चल रहा है. इसलिए CPRL ने इन आउटलेट्स को बंद करने की ठान ली है.
लेकिन क्यों मीलॉर्ड?
मैकडॉनल्ड का कहना है कि दिल्ली में मैकडी का eating house license एक्सपायर हो गया है. CPRL का कहना है कि वो लाइसेंस लेने में जुटा है लेकिन तब तक के लिए बर्गर खतरे में है. हालांकि कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो रेस्टोरेंट कम कमाई की वजह से भी बंद हो रहे हैं. साथ ही 2013 से मैकडी की क्वालिटी पर भी सवाल उठ रहे हैं. नॉर्थ इंडिया फ्रैंचाइजी और ग्लोबल फूड जाइंट के बीच इनवेस्टमेंट का भी लफड़ा है.
फास्ट फूड के पापा हैं बर्गर
पिज्जा, हॉट डॉग और ऐसे कई ‘तेज़’ खाने से पहले हमने बर्गर को जाना था. वो हमारे लिए फास्ट फूड के माई-बाप हैं. माना जा रहा है कि मैकडी के बंद होने से रेवन्यू पर भी खासा फर्क पड़ेगा. हालांकि सेहत के नज़रिए से देखें तो ये एक अच्छी खबर है. लेकिन सिर्फ मैकडी बंद हो जाने से पप्पू फास्ट फूड तो नहीं छोड़ देगा. हां सस्ते में मिलने वाली पार्टी का मज़ा ज़रूर बंद हो जाएगा.
साभार : The Lallantop