कश्मीर से एक वीडियो वायरल हुआ है. वायरल वीडियोज की खासियत होती है. उसका मूल पता नहीं होता. वो कहां से आया. कब का है. किसने बनाया. फिर आगे क्या हुआ. ये कुछ नहीं बताया जाता. सिर्फ वीडियो होता है. किसी समय में घट रही ढेर सी घटनाओं के बीच एक हिस्से का चलचित्र होता है. जो अपने में संपूर्ण होता है. कहानी बताने को नहीं. कहानी को अलग-अलग तरीके से दिखाने के लिए. याद रहे, हर वायरल वीडियो के पीछे एक शक्ति काम करती है. अंग्रेजी में उसे इंटेंशन कहते हैं.
ऐसा ही है ये वीडियो.
इस वीडियो में फौज की वर्दी पहने कुछ लोग एक दाढ़ी वाले को मार रहे हैं. दाढ़ी वाला इस वक़्त एक धर्म का प्रतीक हो जाता है. ऐसा होते ही वो पाकिस्तान परस्त भी हो जाता है. और कश्मीरी पत्थरबाज भी. सामने वर्दी वाला भी एक अथॉरिटी की बजाय विचारधारा हो जाता है. फैक्ट्स चाहे जो रहे हों, कुछ मामलों में थोड़ी ऊंच-नीच के साथ कश्मीरी पत्थरबाज वाली बात सच भी हो सकती है. क्योंकि फ़ौजी वर्दी वाले उसे यही कहते हुए पीट और ट्रीट कर रहे हैं. मानो वो पत्थरबाजी करते पकड़ाया हो.
वर्दी वाले पीटते हुए उससे आई लव माय इंडिया बुलवा रहे हैं. धीरे बोलने पर पीटते हैं. और कहते हैं कि पत्थर फेंकते हुए कैसे जोर से बोलते हो. साथ का एक आदमी कहता है. इसका वीडियो बनाकर फेसबुक में डालेंगे. साथ ही आवाज आती है. इसका नाम मिलिटेंट लिस्ट में डाल देंगे. एक और आवाज जो डराती है वो ये कि मिलिटेंट लिस्ट में नाम डालकर इसे गोली मार देते हैं.
वीडियो किसी गाड़ी के अंदर बनाया हुआ लगता है. जिसमें पंखा चल रहा है. नल की टोंटी लगी है. वीडियो रमजान के महीने का लगता है. क्योंकि वर्दी वाले का कहना है कि ‘रोज़ा रखता है, रात को जाकर दारू पीता है, और पाकिस्तान जिंदाबाद कहता है.” हिंदुस्तान जिंदाबाद पाकिस्तान मुर्दाबाद कहते हुए जब लड़का रुकता है तो उसे फिर पीटा जाता है.
ये वीडियो कई लेवल पर गलत है. फौजियों का ये कहना कि मिलिटेंट लिस्ट में नाम डालकर मार देंगे. उसी जबरिया ‘आई लव माय इंडिया’ बुलवाना. इस बात के विरोध में भी कई तर्क आ जाएंगे. कुछ सही कुछ गलत लेकिन ज्यादती होती तो दिख ही रही है. हालांकि इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि इसके पीछे हो सकता है कोई और कहानी भी हो और आप आधी बात देखकर चीजें तय नहीं कर सकते. लेकिन ये भी स्वीकारिए कि देश के किसी और हिस्से में किसी आम आदमी के साथ ऐसा होना. सहज बात न होती.
पर सारा दोष आर्मी पर मढने के पहले ठहरिए. सामने वालों की बात भी देखिए. इस वीडियो को अपलोड करने वालों ने जिस भाषा का उपयोग किया है. वो कहीं से भी ठीक नहीं है. आर्मी के लिए भद्दे शब्दों का प्रयोग करने के साथ ही जिस नाम के पेज से ये अपडेट शेयर हुआ. और वहां जिस तरह के दूसरे वीडियोज डाले जाते हैं. वो देश विरोधी हैं. ऐसे भी वीडियो साझा किए गए हैं जिसमें आर्मी के लोगों को घेर कर लोग परेशान कर रहे हैं. इस पेज की मानसकिता विशुद्ध पत्थरबाजोंवाली है.
ये प्रोपैगैंडा फैलाने वाला पेज है. आप इनके दिए हुए कंटेंट पर चीजें तय नहीं कर सकते. लेकिन एक बात तय है कि चीजें बहुत बड़े लेवल पर बुरी हैं, जो इस तरह से सामने आ रही हैं.
http://www.thelallantop.com/jhamajham/viral-video-army-man-beating-alleged-stone-pelter/