विप्लव अरोड़ा नाम के सज्जन ने दिल्ली में कैब बुक की. 500 और 1000 के नोट तो चल नहीं रहे थे. तो इन्होंने अपना ओला मनी अकाउंट रिचार्ज कर लिया. जिनको न पता हो, उन्हें बता दें कि ओला मनी पेटीएम की तरह है. आप उसमें अपने कार्ड से पैसे भरो, और जब कैब राइड ख़तम होगी, उसमें से पैसे कट जाएंगे. यानी नकद के लेन-देन से बचने का तरीका.
लेकिन हुआ ये कि जब विप्लव की राइड ख़त्म हुई, उनके ओला मनी अकाउंट में पैसे कम पड़ गए. विप्लव की जेब में पड़े थे 500 के नोट, जाहिर सी बात है जिसको कोई ले नहीं रहा था. किसी भी ATM से 100 के नोट नहीं आ रहे थे. लेकिन उस वक़्त ड्राइवर ने एक ऐसी बात कही कि आपका सर गर्व से ऊंचा हो जाएगा.
‘सर बाकी के पैसे रहने दीजिए. दो पैसे कम कमा लेंगे. थोड़ी सी तकलीफ होगी और वो तो सबको हो रही है. अब सरकार के फैसले का सम्मान करते हुए देश की तरक्की में हमारा योगदान ही समझ लीजिए. आप बेफिक्र होकर अपनी ट्रेन लीजिए.’
इंडिया में सभी लोग इतने अच्छे होते, तो शायद ब्लैक मनी होता ही ना. और इस तरह के फैसले करने की जरूरी ही नहीं पड़ती.