दो दिन पहले खबर आई. सपना डांसर ने जहर खा लिया. सपना की तरह ही एक और स्टेज स्टार थी हरियाणा की. जिसकी हत्या कर दी गई थी. नाम था बीनू चौधरी .
बीनू चौधरी गले में मंगलसूत्र, लाल लिपस्टिक लगाती थी. जब बूढ़ों की तरफ आंख मार कर ठुमके मारती तो टेंटों में बैठे मर्दों की आंखे फटी की फटी रह जाती थीं.
एक रागनी में बीनू ने कहा था “हसणा हसाणा ही जिंदगी हो सै”. और बस फिर वो हंसाती रही लोगों (मर्दों) को. अपने जोक्स और रागनियों से.
आप इन स्टेज पर नाचने-गाने वालियों के चकाचौंध दुनिया के अलावा इनके जिंदगी के डर-डिप्रेशन को भी जान लो. आंख मारने पर फ़िदा भीड़ में बैठने वाले दीवानों ने कोई हंगामा नहीं किया. एक दो न्यूज़पेपर में खबर छाप दी गई. स्टेज किसी के इंतज़ार में नहीं रुकता. बीनू गई तो सपना आगई. सपना चली जाएगी तो कोई और आएगी. आओ जाने बीनू के बारे में. जो न्यूज़पेपर्स ने नहीं छापा.
कन्वेंशनल रागनी से सेक्सुअल जोक्स पर
जब वो रागनी कम्पटीशन में आई थी तब कन्वेंशनल रागनी ही गाती थी. बाद में उसने देखा कि लोग एक सेक्शुअल जोक पर इतने पैसे लुटा रहें हैं. एक छोटा सा इशारा कर दो और लोगों के बटुए खाली. लख्मीचंद की रागनियों में लोग भी कम इंटरेस्ट लेने लगे थे. फिर उसने “सेक्शुअल जोक्स” का ट्रेंड चालू कर दिया. आदमियों के ग्रुप्स में ऐसे जोक्स मारना हमेशा से रहा है. वो बड़े सहज तरीके से बोल कर निकल लेते हैं. औरतों ने ये बातें खुलकर बोली नहीं. लेकिन बीनू चौधरी बिस्तर की सारी बातें स्टेज पर ले आई. औरत के मुंह से ये सब सुनना आदमियों की फंतासी रही होगी.
बिस्तर की बातें ले आई स्टेज पर
जो बातें शायद एक पत्नी भी पति से शेयर नहीं करती हो. वो बातें बीनू ने ठहाके मार-मार कर बताईं. आदमियों के लिंग से लेकर उनके सेक्स करने के तरीकों तक का मजाक उड़ाया. इतनी आसानी से वो हजारों मर्दों के बीच सेक्स की बात बोलकर हंस देती. बूढ़ों की धोती से निकलती ‘चीज’ पर कमेंट मार देती. फौजी के सारा टाइम फ़ौज में रहने से ‘प्यार की भूखी’ पत्नी की भूख का भी जिक्र कर देती. ‘हॉट एंड सेक्सी बीनू चौधरी रागनी” नाम से वीडियोज यूट्यूब पर हैं. वहां आपको ये जोक्स मिल जाएंगे.
बीनू चौधरी ‘उतरातली’ रागनी गाती थी. ऐसी रागनियों में सिंगर्स जोड़े का रोल करते हैं. सिंगर्स में एक आदमी और एक औरत होती है. दोनों शादीशुदा ‘बातों’ पर गाते हैं.
घटियापना वर्सेज संस्कारीपना
लोगों को लगता है कि बीनू चौधरी लिमिट क्रॉस कर गयी थी. उसी ने इस भद्दे ट्रेंड को शुरू किया था. इस बात पर लोगों की राय अलग हो सकती है. अगर आठ-नौ साल पहले सेक्स के जोक्स मारना भद्दा था तो रोका क्यूं नहीं गया? वो घर-घर जाकर तो सुनाने गयी नहीं होगी. पंडालों में बैठी हजारों की भीड़ के सामने जब बीनू सेक्स के जोक्स सुनाती थी तो 80 साल के बुड्ढे तक ठठाकर हंसते थे. वरना वो समाज जो ऑनर किलिंग्स के लिए बदनाम है वो ऐसे ‘वाहियातपने’ को कैसे पनपने देता?
सिडक्टिव लुक्स से रिझाती थी भीड़ को
बीनू सिडक्टिव लुक देती हुई बोल देती “मौसम देखिये कितना कसुता सै, किम्मे करण का जी नहीं हो रया कै?” वो भीड़ की आंखो में आंखे डाल कर गाती तो भीड़ पागल हो जाती. शायद पति (मर्द) वो सब लाइव देख पाते थे जितना अंग्रेजी फिल्मों में छूट जाता था. वो पतियों (मर्दों) की कल्पना की उड़ान भरवा देती थी.
http://www.thelallantop.com/tehkhana/beenu-chaudhary-the-unconventional-ragni-singer-of-harayana/