अब तक आपने देखाजहां वो प्रतिक्षा को पहले दिन से ही उसे गुस्सा दिलाने की बात कर रहा था , ताकि वो कुछ दिन बाद खुद ही उसे छोड़ कर चली जायेगी । वहीं आज अभी उसको एकटक निहार रहा था , बिना उससे कुछ कहे - सुन
अब तक आपने देखा वो अपने आस - पास देखने लगी की वो जग कहा रख दी । उसे लगा कि वो अनुभव से अच्छे से लड़ाई करने के लिए , उसने जग कही रख दिया है । अब आगे &
🌿🌻🌷"कुछ लोग अपनी बात छुपा कर रखते हैं , शायद वही अच्छा करते है , नही तो कुछ लोग इसका भी फायदा उठाने लगते है "🌿🌻🌷 रितिका🖊️🌷🌻🌿
🌻हम रहे ना रहे लेकिन🌿कुछ यादे ऐसी होती है..🌷जो जीवन से इतनी गहरी जुड़ी होती है🌸कि आने से नही रुकती, 🌺चाह कर भी पिंड नही छोड़ती.. l
🌹🌻❤️ऐसा मन बावरा ढूँढे तुझे हर पहर👁️कभी था जो शांत गाँव साआज बन बैठा आवारा शहरऐसा मन बावरापल मे बुझ सा जाता हैपल मे आबादकभी समंदर मे गोते लगाताकभी बिन पंख ही उड जाता हैऐसा मन बावराढूढ़े तुझे ह
किसी की भोली सूरत देखकर या किसी की शहद जैसी मीठी बातें सुनकर ।उसके बारे में जल्दी अच्छी राय कायम मत कर लेना ।दोस्तों !क्योंकि कभी-कभी भोली सूरत वाले और शहद जैसी मीठी मीठी बातें करने वाले ह
🌿तुम्हें दिल❤️ में बसा कर बंद कर लिया🌷🌻 दिल का दरवाजा क्योंकि ये हक 💚🌺मैंने किसी और को देना नही चाहती 🌹💘मेरे जमनदाता ! मेरे प्रभु !🕉️💝🌿आप मेरे दिल में थे हो और हमेसा रहोगे🌷✍🏻रितिका💚
लत बहुत बुरी चीज होती है ,जब इंसान को लग जाती है तोवो अपना आपा खो देता है ।बस इतनी लत लगाओं किआदत लग जाये और वोअपने बस में रहे ।✍🏻🧡 रितिका💙👌🏻❤️🌹
अब तक आपने देखा उसकी ननंद ने कुछ जूलरी और मेकअप की चीजें , उसके बैग से निकाल कर ड्रेसिंग टेबल पर रख दी थी ताकि , प्रतिक्षा जब आए तो उसे ज्या
खरंच आम्ही वांझ आहोत* ( सिन 1 स्क्रिन प्ल्ये - मित्र गेट उघडून बंगल्यात प्रवेश सुधाकर एका रेस्ट खुर्चीवर बसून त्यांचं लक्ष पुढील रामभाऊ च्या घराकडे असते मित्र म्हणतो ) सिन
तुम मेरे इन हाथों के लकिरो में हो ...तुम्ही मेरी हर आती जाती , सांसों में समाई हो ...हाँ ! तुम मेरी जिंदगी हो ...तुम मेरे जीवन में खुशियां बन कर आई हो ...मेरे दिल पे राज करने वाली रानी हो तुम ...बिन
अब तक आपने देखा मिस्टर सिकरवार संध्या से — नहीं मैं वहीं आ रहा हूँ और ये कहकर वो अनुभव को घुरते हुए वहाँ से नीचे चले आये ।अब आगे
अब तक आपने देखा इस समय किसी को होश नहीं था कि , वो कैसे सोये है और उनका हाथ - पैर कहां है ? ... 😄 अब आगे &nb
नींद की आगोश में जाने से पहले वो दोनों एक दूसरे की नींदे चुराते थे । दिन भर की सारी थकन को निचोड़ कर जब वो बिस्तर के सिरहाने से अपने नर्म गालों को छिपाती थी , तो कानों में इयरफोन के मार्फत वो महसूस कर
अब तक आपने देखातुम्हारे आंख बंद कर के चलने के वजह से तुम्हें कई बार चोटे भी लगी है , कई बार तो तुम बड़ी - बड़ी गाडियों के सामने भी चले जाते थे । इसी वजह से मैं तुम पर हमेशा ग
अब तक आपने देखावो सोच रही थी कि चोर भी मुझसे यही कह रहा था कि वो मुझे बिल्ली समझ कर अपने साथ डण्डा लेकर आया था और आंटी भी मुझे बिल्ली ही समझ रही थी ! उनके बोलने से तो ऐसा लग रहा कि
अब तक आपने देखा लेकिन अफसोस है कि इस बात को बहुत कम लोग ही जानते और समझते हैं । प्रशांत और प्रतीक्षा दोनों बड़े ही ध्यान से , उनकी यह बातें सुन रहे
अब तक आपने देखाअनुभव ने देखा कि मिस्टर सिकरवार उस पर ध्यान नहीं दिये है तो वो मौका का फैदा उठाया और वहां से नीकल गया । अब आगे क्योंकि ( अनुभव को ) उसे पता
अब तक आपने देखा ...प्रशांत को गुस्सा तो बहुत आ रहा था , लेकिन वो प्रतिक्षा के वजह से अपना गुस्सा दबा कर रह जाता है ।ऐसे ही रास्ते भर दोनों दोस्त , प्रशांत को परेशान करने के लिए ,
बारिश एक भीगन ही नही ये एक प्रतीक है संयोग और वियोग का , जहां नीरद से निकला नीर सदानीरा में परिवर्तित हो रहा होता है । इस यात्रा में अनंत पड़ाव है । तीव्रता है तो मादकता भी , पर्वतों पर कलकल करती मीठी