ऐ बरसात तुझे भी देख लेंगे कभी मेरे आँगन में बरसना तेरी बूंदो से आंखें सेंक लेंगे कभी मेरे आँगन में बरसना .. वक्त का हर दौर बरसात की बूंदे बनकर जैसे बरस रहा है इशारे समझ थोड़ा खेल लेंगे कभी मेरे आँगन
बरसात के दिन आते ही किचन की खुली खिड़की से रह-रहकर बरसती फुहारें बचपन में बिताए सावन की मीठी-मीठी यादें ताज़ी करा देती है। जब सावन आते ही आँगन में नीम के पेड़ पर झूला पड़ जाता था। मोहल्ले भर के बच्
वर्षा ऋतु में वायु का विशेष प्रकोप तथा पित्त का संचय होता है। वर्षा ऋतु में वातावरण के प्रभाव के कारण स्वाभाविक ही जठराग्नि मंद रहती है, जिसके कारण पाचनशक्ति कम हो जाने से अजीर्ण, बुखार, वायुदोष का प्
मेरे अभिमान हैं पापा ... मेरे शान है पापा ...मेरे दिल के हर कोने में ...बसते है मेरे पापा ...मेरे जिंदगी में आए वो बहार है मेरे पापा ...मैं उनके नाम से पहचानी जाती हूँ ...उनका सपना है कि वो मेरे नाम स
रात के बाद फिर रात हुई... ना बादल गरजे न बरसात हुई.. बंजर भूमि फिर हताश हुई.. शिकायत करती हुई आसमान को.. संवेग के साथ फिर निराश हुई.. कितनी रात बीत गयी.. पर सुबह ना हुई.. कितनी आस टूट गयी.. पर सुबह ना हुई.. ना जला चूल्हा, ना रोटी बनी.. प्यास भी थक कर चुपचाप हुई.. निराशा के धरातल पर ही थी आशा.. की एक
बरसत से नहिन ये हो नाही सकाता गीत: यह कुमार सानू और साधना सरगम द्वारा एक बहुत अच्छा गाया गया गीत है जिसमें नादेम और श्रवण द्वारा अच्छी तरह से तैयार संगीत है। नहिन ये हो नाही सक्ता के गीत सुमेर द्वारा खूबसूरती से लिखा गया है।बरसात (Barsaat )नहीं यह हो नहीं सकता (मेरी जान चली जाए)की लिरिक्स (Lyri
बरसी अदोन पे मार्टा हुन बरसाट से गीत: यह कुमार सानू और अल्का याज्ञिक द्वारा नादेम और श्रवण द्वारा अच्छी तरह से तैयार संगीत के साथ एक बहुत अच्छा गाया गया गीत है। तेरी अडाओन पे मार्टा हुन के गीत सुमेर द्वारा खूबसूरती से लिखे गए हैं।बरसात (Barsaat )तेरी अदाओं पे मरता हूँ की लिरिक्स (Lyrics Of Teri Ad
हस्को सरफ तुम्से प्यार है बरसाट (1 99 5) के गीत: यह बॉबी देओल, ट्विंकल खन्ना, राज बब्बर और मुकेश खन्ना अभिनीत बरसाट से एक प्यारा गीत है। यह कुमार सानू और अल्का याज्ञिक द्वारा गाया जाता है और नादेम और श्रवण द्वारा रचित है।बरसात (Barsaat )हमको सिर्फ तुमसे प्यार है की लिरिक्स (Lyrics Of Humko Sirf Tu
"Barsaat" is a 1995 hindi film which has Bobby Deol, Twinkle Khanna, Raj Babbar, Mukesh Khanna, Danny Denzongpa, Harish Patel, Anjan Srivastava, Bharat Kapoor, Ashwin Kaushal, Vijay Kashyap, Suhas Bhalekar, Viju Khote, Shehzad Khan, Suresh Bhagwat, Kiran Juneja, Asha Sachdev, Tinu Verma, Ajit Singh
सावन के बादलों की तरह हम भी कहीं उमड़-घुमड़ बस बरस पड़ें। उत्तर,दक्षिण ,पूरब,पश्चिम कहीं भी आओ किसी दिशा हम निकल पड़ें। खेत,खलियानों,मंदिर,मस्जिद,गुरुद्वारा जगह-जगह पर,मोड़-मोड़ पर बरस पड़ें। अमीर-गरीब,जात-पाँत से बंधन मुक्त गली,मुहल्लों के हर रस्ते गुजर पड़ें। काम करें कुछ ऐसा अपने जीवन में सुख,शांति स्वर