सूमो तीन साल की हो गई । उसके जन्मदिन पर उसे साइकिल दिलाई। जिसे वह अभी चला नहीं पाती है । सूमो रोज स्कूल जाती है । स्कूल से आने के बाद भी अपनी कॉपी निकाल कर लिखती रहती है। उसकी टीचर भी उससे बहुत खुश रहतीं , क्योंकि वह स्कूल में शरारत नहीं करती है। बस लिखती रहती है ।
अंशू अब तीन साल नौ महीने की हो गई। गर्मियों की छुट्टियों में टोटल खेल खेल में रही । इस कारण पढ़ने में सुस्त हो गई। उसकी टीचर रोज शिकायत करती कि उसे आता तो सब कुछ है लेकिन बड़े धीरे धीरे लिखती है। एक अक्षर बना कर बैठ जाती है फिर उससे कहो लिखो तो बड़ी मुश्किल से धीरे-धीरे हाथ चलाती है । सुबह जगा कर स्कूल के लिए तैयार करती हूं तो एक दिन भी बिना रोए स्कूल नहीं जाती है स्कूल से आकर होमवर्क नहीं करती है। पढ़ने बैठने के लिए कहो तो एक दो अक्षर लिखकर खेलने लगती है ।
उसके पापा कुछ भी खाने के लिए लाते हैं तो खाने के लिए टूट पड़ती है ।
वैसे तो बहुत समझदार है । कुछ भी बात कहो तो जल्दी समझती है । हर बात को बड़े गौर से सुनती है ।
नहाने के बाद अपने पसंद के कपड़े पहनने की जिद करती है । जब खिलौनों से खेलती है तो पूरे खिलौनों को फैला लेती है। खेलती रहती है ।ज्यादा ऊधम नहीं करती है। घर में ही खेलती रहती है।
कहीं बाहर रोड पर भागदौड़ नहीं करती है ।कपड़े भी ज्यादा गंदे नहीं करती है । कभी तबीयत खराब होने पर गोली दवाई बड़ी शौक से खाती है ।उसे मेकअप करने का ही बहुत शौक है बस उसको मौका मिल जाए और वह शुरू हो जाती है पाउडर लगाकर ,काजल लगाकर तैयार हो जाती है। मेरे दुपट्टा को साड़ी की तरह लपेट कर घूंघट निकाले पूरे घर में घूमती रहती है। और हां मैंने उसको घुंघरू वाली पायल दिलाई हैं जिनको पहने वह छन छन करती पूरे घर में घूमती रहती है।
उसकी स्कूल में और घर के आसपास की कोई फ्रेंड नहीं है वह बस अकेले ही खेलती रहती है । टीचर बतातीं हैं स्कूल में भी दूसरे बच्चों से ज्यादा बात नहीं करती बस अपने आप में ही बिजी रहती है।
मिट्टी खाना उसने अभी तक नहीं छोड़ा मौका मिलते ही वह दीवार की पुट्टी छुटा-छुटा कर खाती रहती है।