ये मरयम नवाज़ हैं, नाम मात्र के शरीफ और पाकिस्तान के बदमाश प्रधानमंत्री शरीफ की बेटी। इन्होंने अपनी एक मूर्खता के चलते अपने बाप और खुद अपनी परेशानी बढ़ा ली है। नवाज़ शरीफ़ पनामा केस में फंसे हैं और पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने इसकी जांच के लिए एक "जॉइंट इन्वेस्टिगेशन टीम" बना रखी है, जिसके सामने मरयम ने अपनी और अपने पिता की बेगुनाही साबित करने के लिए एक डॉक्यूमेंट सबमिट किया, केस 1990 के आसपास विदेश में बेनामी सम्पत्ति खरीदने का है, मरयम के मुताबिक जमा किया डॉक्यूमेंट ऑरिजिनल और पुराना है।
लेकिन एक्सपर्ट्स ने उनकी गलती पकड़ ली, डाक्यूमेंट्स कम्प्यूटर के एक font Calibri में टाइप किया गया था, ये फॉन्ट मार्किट में 31 जनवरी 2007 को avail हुए और डाक्यूमेंट्स 90 के दशक के थे।
अब इन बातों से कम से कम 3 निष्कर्ष निकाले जा सकते हैं, पहला, पाकिस्तान में जंगलराज नहीं है, बल्कि कोर्ट्स भी हैं, और पर्याप्त ताकतवर हैं, जो वहां के सत्तानशीं प्रधानमंत्री ख़िलाफ़ जांच कर रही हैं, हमारे यहां, तो एक राज्य के उपमुख्यमंत्री ने सारे आम एक पत्रकार को पिटवाया, चैनल वाले सेकुलरिज्म के तक़ाज़े से चुप हैं, खैर, दूसरा निष्कर्ष, पाकिस्तान में खूबसूरती बेइन्तहा है, भ्रष्ट हुई तो क्या, मरयम कम से कम राजनीति में ममता, माया से तो बेहतर ही हैं, तीसरा, वहां पाकिस्तान में, कंप्यूटर एक्सपर्ट्स भी हैं, जो फ़ॉन्ट्स वगैरह के नाम और डेट्स भी जानते हैं
खैर, जोक्स अपार्ट, पाकिस्तान को अपने ही देश के प्रधानमंत्री के ख़िलाफ़ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर पाने के लिए बधाई, हमारे देश मे कम से कम किसी प्रधानमंत्री के सत्ता में रहते हुए, ऐसा कर पाना मुमकिन नहीं।
मूल लेखक : अमित चतुर्वेदी