*इस धराधाम पर आदिकाल से मानव जीवन बहुत ही दिव्य एवं विस्तृत रहा है | मनुष्य अपने जीवन काल में अनेक प्रकार के क्रियाकलापों से हो करके जीवन यात्रा पूरी करता है | यहाँ मनुष्य के कर्मों के द्वारा समाज में उसकी श्रेणी निर्धारित हो जाती है | यह निर्धारण समाज में तभी हो पाता है जब मनुष्य के कर्म समाज के अन
बोधगया में है 2650 साल पुराना यह बोधिवृक्ष। बोधिमंदिर सहित इस वृक्ष की सुरक्षा में बिहार मिलिट्री पुलिस की चार बटालियन (करीब 360 जवान) तैनात हैं।इसकी टहनियां इतनी विशाल हैं कि इसे लोहे के 12 पिलर के सहारे खड़ा किया गया है। संभवत: यह देश का अकेला वृक्ष है, जिसके दर्शन के लिए हर साल 5 लाख से ज्यादा श्र
*सनातन धर्म इतना दिव्य एवं विस्तृत है कि यहाँ मानव जीवन में उपयोगी सभी तत्वों का विशेष ध्यान रखा गया है | सनातन धर्म में अन्य देवी - देवताओं की पूजा के साथ ही प्रकृति पूजन का विशेष ध्यान रखा गया है , इसी विषय में आज हम बात करेंगे २५ दिसंबर अर्थात "तुलसी पूजन दिवस" की | मानव जीवन के लिए तुलसी कितनी उ
क्रिसमस के मौके पर हर घर में छोटे से लेकर बड़े क्रिसमस ट्री को बेहद आकर्षक ढंग से सजाया जाता है। गिफ़्ट, लाइट और मोमबत्तियों से सजा क्रिसमस ट्री बेहद सुंदर दिखता है, लेकिन क्या कभी आपने सोचा क्रिसमस ट्री को सजाने की शुरुआत कैसे हुई और इसे क्यों सजाया जाता है? zoom ऐसा माना
क्रिसमस के मौके पर हर घर में छोटे से लेकर बड़े क्रिसमस ट्री को बेहद आकर्षक ढंग से सजाया जाता है। गिफ़्ट, लाइट और मोमबत्तियों से सजा क्रिसमस ट्री बेहद सुंदर दिखता है, लेकिन क्या कभी आपने सोचा क्रिसमस ट्री को सजाने की शुरुआत कैसे हुई और इसे क्यों सजाया जाता है? zoomऐसा माना जाता है मशहूर संत बोनिफेस जब
*आदिकाल में जब सृष्टि का प्रादुर्भाव हुआ तो इस संपूर्ण धरा धाम पर सनातन धर्म एवं सनातन धर्म के मानने वाले लोगों के अतिरिक्त न तो कोई धर्म था और न ही कोई पंथ | सनातन धर्म ने ही संपूर्ण सृष्टि को आगे बढ़ने का मार्ग दिखाया | संसार के समस्त ज्ञान इसी दिव्य सनातन धर्म से प्रसारित हुये | सृष्टि के साथ ही
अगर आप वैष्णो देवी जाना चाहते हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। IRCTC वैष्णो देवी की यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए खास पैकेज लेकर आया है। इस पैकेज के तहत यात्रियों को ट्रैवेलिंग से लेकर खाने-पीना से लेकर ठहरने तक की सुविधाए मिलेंगी।जानिए पैकेज के बारें में डिटेल्स : इस इकोनॉमी पैकेज में स्लीपर क्लास
ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियों की मनमानी के किस्से तो आपने सुने ही होंगे. ग्राहकों को लुभाने के लिए ये कंपनियां न जाने क्या-क्या हथकंडे अपनाती हैं. इनकी मनमानी इस कदर बढ़ गई है कि ये कुछ भी बेचने को तैयार हैं, चाहे उससे किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस ही क्यों न पहुंचे.Source: rack
हाल ही में पांच राज्यों राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में चुनाव सम्पन्न हुए। इन विधानसभा चुनावों में जनता को लुभाने के लिए चुनावी पार्टियों ने खूब वादे किए। किसी ने किसानों का कर्ज माफ करने की बात कही तो किसी ने पानी की समस्या दूर करने की बात की तो किसी राजनीतिक पार्टी ने राम क
हम आपके लिए 11 बहुत ही खूबसूरत तस्वीरें लेकर आए हैं। आज की तस्वीरों पर आपको गर्व जरूर होगा। क्योंकि ये तस्वीरें हिंदू मुस्लिम एकता का प्रतीक है। भारत में सैकड़ों धर्म मौजूद है। यहां पर हिंदू और मुस्लिम दो मुख्य धर्म है। इन दोनों धर्मो को मानने वाले करोड़ों लोग इस देश में रहते हैं दोनों ही समुदाय के
क्रिसमस ईसाई समुदाय का सबसे बड़ा त्यौहार है । जैसे हिन्दू समुदाय के लिए दीपावली, मुस्लिम समुदाय के लिए ईद और सिख समुदाय के लिए लोहड़ी का त्यौहार होता है ठीक उसी तरह क्रिसमस ईसाई समुदाय का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण त्यौहार होता है। क्रिसमस हर साल 25 दिसंबर के दिन मनाया जाता
*परमात्मा की बनाई हुई यह महान सृष्टि इतनी रहस्यात्मक किससे जानने और समझने मनुष्य का पूरा जीवन व्यतीत हो जाता है , परंतु वह सृष्टि के समस्त रहस्य को जान नहीं पाता है | ठीक उसी प्रकार इस धरा धाम पर मनुष्य का जीवन भी रहस्यों से भरा हुआ है | मानव के रहस्य को आज तक मानव भी नहीं समझ पाया है | इन रहस्यों क
*परमात्मा द्वारा बनाई हुई सृष्टि आदिकाल से गतिशील रही है | गति में निरंतरता बनाए रखने के लिए इस संसार की प्रत्येक वस्तु कहीं न कहीं से नवीन शक्तियां प्राप्त करती रहती है | इस संसार में चाहे सजीव वस्तु हो या निर्जीव सबको अपनी गतिशीलता बनाए रखने के लिए आहार की आवश्यकता होती है | किसी भी जीव को अपनी गत
*सृष्टि का सृजन करने वाले अखिलनियंता , अखिल ब्रम्हांड नायक , पारब्रह्म परमेश्वर , जिसकी सत्ता में चराचर जगत पल रहा है ! ऐसे कृपालु / दयालु परमात्मा को मनुष्य अपनी आवश्यकता के अनुसार विभिन्न नामों से जानता है | वेदों में कहा गया है :- "एको ब्रह्म द्वितीयो नास्ति" | वही ब्रह्म जहां जैसी आवश्यकता पड़त
*इस धरा धाम पर भक्त और भगवान का पावन नाता आदिकाल से बनता चला आया है | अपने आराध्य को रिझाने के लिए भक्त जहां भजन कीर्तन एवं जब तथा आराधना करते रहे हैं वहीं ऐसे भी भक्तों की संख्या कम नहीं रही है जो भगवान की भक्ति में मगन होकर के नृत्य भी करते रहे हैं | भगवान को रिझाने की अनेक साधनों में एक साधन भगवा
आज हम आपके लिए लेकर आया हैं कुछ दमदार लाइनें, जिन्हें पढ़ने के बाद आपके अंदर की आग भड़क उठेगी आपका हौसला बुलंद हो जाएगा और आप कुछ भी करने के लिए तैयार होंगे ये लाइनें आपके मोटिवेशन को दुगना कर देंगी। इसीलिए दोस्तों एक बार पूरी लाइनें जरूर पढ़िएगा:-1. रख हौंसला वो मंजर भी
भगवान गणेश के भक्तों के लिए उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में स्थित पाताल भुवनेश्वर गुफा आस्था का अद्भुत केंद्र है। यह गुफा पहाड़ी के करीब 90 फीट अंदर है। यह उत्तराखंड के कुमाऊं में अल्मोड़ा से शेराघाट होते हुए 160 किमी। की दूरी तय करके पहाड़ी के बीच बसे गंगोलीहाट कस्बे में है। पा
ऐसी बहुत सी ऐतिहासिक चीजें हैं जो आज भी इस जमीन में दफन है और हमें हमारी पुरानी सभ्यता और उनसे जुड़े किस्से-कहानियों की याद दिलाती है।अक्सर पुरातत्व विभाग द्वारा खुदाई के दौरान मिली चीजों को देखकर हमारे होश उड़ जाते हैं। छत्तीसगढ़ में भी कुछ ऐसा ही हुआ यहां के सिरपुर में हुई खुदाई से पुरातत्व विशेषज
सभी ग्रहों में शनि ग्रह को सबसे पापी ग्रह के रूप में जाना जाता है यदि किसी व्यक्ति की राशि में शनि ग्रह बुरी स्थिति में हो तो व्यक्ति को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ता है ज्योतिष में भी शनि ग्रह को बुरा ग्रह माना गया है अपनी राशि में शनि के बुरे प्रभाव को दूर करने क
जब इस देश पर औरंगजेब का शासन था तब वह कश्मीरी पंडितों तथा हिंदुओ पर बहुत अत्याचार कर रहा था उनका धर्म संकट में था वह उन्हें जबरन मुसलमान बना रहा था उसके जुलम से तंग आकर यह सभी लोग सिखों के नौवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के पास सहायता के लिए पहुंचे तब उन्होंने इनसे कहा आप सभी लोग घबराए नहीं