“हाइकू”
तुक बंद है
कविता पसंद है
वाह रे वाह॥ -1
लिखता हूँ मैं
पढ़ता कोई और
आह्लाद है न॥– 2
साहित्य साथी
बड़े बड़े महारथी
शब्द चैन है॥– 3
गुम होते हैं
गुमनाम भी हैं ही
कवि है कवि॥– 4
छाप छापते
पन्नो पर पन्ना है
खूब सजाते॥– 5
खुश हो जाते
मन ही मुसुकाते
कहाँ अघाते॥- 6
लिख जाते हैं
शब्द की चाह बढ़ा
रास्त दिखाते॥– 7
रचनाकार
रच पच जाते हैं
खूब निभाते॥– 8
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी