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हास्य व्यंग्य की किताबें

Comedy-satire books in hindi

हास्य व्यंग्य की सर्वश्रेष्ठ पुस्तकों को पढ़िए Shabd.in पर। हमारे इस संग्रह में पाठकों के लिए हंसी का अनोखा संग्रह है। नए-पुराने मनोरंजक कहानियों के अलावा चुटकुलों का भी ऐसा भंडार है की पाठकों के मन को गुदगुदा दे। यहां विभिन्न विषय, जैसे की__ सामाजिक, राजनीतिक, देश-विदेश जैसे कई मुद्दों पर व्यंग्यात्मक कटाक्ष का भरमार है। तो चलिए सारी परेशानियों को विदा देते हुए मन को हल्का करने के लिए हास्य व्यंग्य के इस बेजोड़ संग्रह पर।
विचारों की उथल पुथल

विचारो का द्वंद कैसे इंसान पर हावी हो जाता है । किसी को समझे बिना भला बुरा कह जाता है। उसके व्यक्तित्व के बारे में बिना सोचे अनुमान लगा लेता है । जून में गर्मी के दिन थे बहुत बेहाल सूरज ने भी रूप बनाया था विकराल तभी की बात बताता हू एक छोटा सा किस्स

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बेरहम दिल

बड़े बेरहम होते हैं ये दिल आ जाए किसी पर समझाना हो जाए मुश्किल बड़े बेरहम होते हैं ये दिल

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केबीसी अल्टीमेट

हास्य का एक रूप यह भी है कि फिल्म या प्रोग्राम की पैरोडी बने जाये, जो अपने तौर पर मूल फिल्म या प्रोग्राम से अलग मनोरंजन करे... तो प्रस्तुत किताब इसी तरह की है जिसमे सिर्फ मनोरंजन के उद्देश्य से कई अलग तरह के प्रसंग लिए गये हैं.. कृपया इसे मनोरंजन के

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dil hi to hai

isme ajsi njks nmks nnkks.nnkks nnnn bbnskanris nnksn nenenrn nekns. njsnns nsjsb dnsjdj dnssjjdj dnsnns dd d. d. s snns. nnnmkkkkkks. ddddfnn

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राना की बुंदेली चौकड़िया

हिन्दी एवं बुंदेली साहित्य के ख्यातिप्राप्त साहित्यकार राजीव नामदेव "राना लिधौरी" की बुंदेली चौकड़ियां पढ़े-

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रोज ही आलू

रोज अलग व्हारायटी की सब्जी थोडा हसीए!!🤣🤣 ©पूनम पिंगळे सुजाता को रोज खाना बनाना अच्छा नही लगता था .. एक नंबर की कामचोर थी वह..वो रोज अपने बेटे को आलू की सब्जी बनाकर देती थी ..बेचारा ऋषि बाकी बच्चो की अलग अलग सब्जियां देखकर ललचा जाता था.. वो खुदक

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0 अध्याय
25 जुलाई 2022
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बहू पेट से है

एक परिवार और आसपास के मौहल्ले में रोजमर्रा की जिंदगी में होने वाली घटनाओं , बातों और कथाओं से हास्य पनपता है । हास्य कभी भी अकेला नहीं होता है उसके साथ व्यंग्य उसी तरह चिपका होता है जैसे किसी लड़की पर किसी आशिक की दो आंखें चिपकी होती हैं । बात में से

8 पाठक
18 अध्याय
17 मई 2022
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राना लिधौरी के प्रतिनिधि हिंदी व्यंग्य

*व्यंग्य-‘‘शिक्षक बेचारा काम का मारा’’* *(राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’)* शिक्षक इस दुनिया में सबसे अजीबोगरीब इंसान है वह बहुत ही बेबस,लाचार,दयनीय भी होता है। वह कक्षा में बच्चों के द्वारा पूछे गये प्रश्नों की बौछार खाता है घर में बीबी से ताने औ

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गृहस्थ शास्त्र

जहां आज के समय में हर व्यक्ति अपने पति से परेशान है ऐसे ही लोगों के लिए खासकर पत्नी को नियंत्रित करने के 108 उपाय रोज कि वर्क झक तू तू मैं मैं से निजात पाने का सबसे आसान तरीकाll

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हंसता क्यों है पागल

ये किताब एक ऐसे व्यक्ति की कहानी कहती है जो अपने जीवन में सभी कुछ दायित्व पूरे करके निवृत्त हो चुका है। बदले ज़माने के साथ उसे अपने तौर तरीके पुराने लगते हैं किंतु वह अपनी सोच को पुराना नहीं होने देता। रोचक कहानी।

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ShayariAurChutkule

नमस्कार मित्रों, आप सभी का शायरी और चुटकुले पेज पर स्वागत हैं | इस पेज पर आप हिंदी में शायरी, चुटकुले, अनमोल विचार, ताजा खबर, आदि पढ़ सकते हैं | इस लिएँ इस वेबपेज के सदस्य बनियें और पाएं

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🌼गृहस्थ शास्त्र 🌼

                   😂 गृहस्थ शास्त्र😂                     👉भाग✍️१👈                   💀आवश्यक चेतावनी💀 बताए गए  एक उपाय एक या दो बार ही प्रयोग करें,, इससे ज्यादा बार प्रयोग करने से हो सकता है।। आपके प्रेम, विश्वास ,रिश्ते और यदि पत्नी ज्यादा मजबूत हु

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आधुनिकता पर तंज

पुस्तक की मुख्य उद्देश्य व्यंग्य के माध्यम से तत्कालिक सामाजिक व राजनीतिक नीति पर तंज कसना है।

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विचार

सटीक शब्दों का समुह

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test

tygggg

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19 अगस्त 2022
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khullamkhulla

व्यंग्य स्तम्भ

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अमन का व्यंग्य

वर्तमान समाज की स्थिति को देखते हुए समाज का,देश का सबसे बड़ा कोढ़ भ्रष्टाचार पर आधारित यह पुस्तक होगा।

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कविता

फिर इस शहर में यारों लगने जा रहा है लाक डाउन, फिर खामोश रहेगा यारो अपना बेहद वाचाल टाउन । सबको बस अपने ही घर में यारों बेबस रहना पड़ेगा , लैला के दर्शन के लिए मजनूँ को और तड़पना पड़ेगा। पता नहीं लाक डाउन से शहर को क्या फायदा होगा? क्या व किसे फाय

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8 जनवरी 2022
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 इंसानियत का परिणाम

आज की दुनिया में इंसान को , कोई कदर नहीं, सैतानो को आज कल वसेरा होता है ! रूप रंग भेष भूसा सब रंग अनेक है , बड़े छोटे को कद्र नहीं सब कुछ फेक है , भगवन के भी घर में सैतानो का रेक है , मत पूछो इंसान को कैसे बसेरा होता है !सैतानो ....... संभल संभल क

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16 फरवरी 2022
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भष्ट नेताओ के लिए

देश के खेवनहार तुम्हारी ऐसी - तैसी करेंगे नैया पार तुम्हारी ऐसी- तैसी !! डाकू , चोर, लुटेरे , गद्दारों के वंशज बनते इज्जतदार तुम्हारी ऐसी- तैसी !! प्रजातंत्र के मखमल में पैबंद टाट के कैसे हो सरकार तुम्हारी ऐसी- तैसी !! खून पसीने से सिंचित भारत क

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18 फरवरी 2022
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