इंतजार.....
बांधकर पैरों में पायल,
पहना हाथों में चूड़ा मैने,
मैने सजाई मेंहदी हाथों में,
बालों में गजरा लगाया मैने,
मैने बांधी साड़ी फिर बड़े सलीके से,
फिर आंखो में काजल भरा मैंने,
संवारे केश अपने,लगाया इत्र बालों में फिर,
माथे पर बिंदी का श्रृंगार किया मैंने,
कानों में पहनी बालियां सुंदर सी,
होंठो पर लाली का रंग दिया मैने,
मैने धड़कनों को थामा हौले से,
फिर दर्पण में खुद को निहारा मैंने,
आ गई फिर उसी चौखट पर ,
जहां बरसों से ऐसे ही तेरा इंतजार किया मैंने..!