सर्वप्रथम तो आप सभी को रामलला के विराट रूप में अयोध्या में स्थापित होने की बहुत सारी शुभकामनाएं..!
वैसे तो श्री राम कभी अयोध्या से गए ही नहीं,वो जन्मभूमि है उनकी, उनका निवास स्थान है असंभव है उनका वहां से कहीं भी जाना🙏
हम बस ये कहना चाहते हैं कि अयोध्या आप लोग तभी जाएं जब मन में पूर्ण श्रद्धा का भाव हो जब आपने अपने आचरण को श्री राम जैसा बनाने की प्रेरणा ली हो,
जब आप स्त्रियों का सम्मान करना सीख जाएं ,जब आप बड़ों का सम्मान करना सीख जाएं,
जब आप अपने साथ दूसरों का भला करना भी सीख जाएं,
जब आप अपने मन से पाप को पूर्णतया मिटाने की सपथ ले चुके हों .....
अन्यथा व्यर्थ है आपका अयोध्या जाना,
राम नाम के जोर जोर से नारे लगाना ,
राम भक्त होने का दिखावा करना,
श्री राम के प्रति अपनी झूठी श्रद्धा दिखाना ,
राम नाम के वस्त्रों को धारण करना ....
और ये छल आप किसी और से नही, खुद से और प्रभु श्री राम से ही कर रहे हैं।
तो पहले स्वयं को बदलने का प्रयास कीजिए फिर धर्म के पथ पर कदम रखिए ....!
धर्म....