लोग कहते हैं किसी के बाद कुछ बाकी नही रहता,
सुनो..
मैं छोड़ जाऊंगी अपने एहसास,अपनी बातें ,अपनी सिसकियां,अपने ख्वाब,अपने अधूरे किस्से,अपनी बातों की मिठास,अपनी चूड़ियों की खनखन,अपनी झांझर की झंकार,
अपने गीतों की मद्धम मद्धम ध्वनि,थोड़ा सा गुस्सा
अपनी कुछ मीठी कुछ कड़वी यादें,कोरे कागज़ पर उकेरी कुछ आधी अधूरी पंक्तियां,एक भीनी सी हल्की सी महक,और बस मेरी अनकही खामोशी.....!