08 ट्रैफिक नियमआठ एकम आठ, ट्रैफ़िक नियमों का यह पाठ।आठ दूनी सोलह, चलो साइड से अपनी राह ।।आठ तिया चौबीस, मत करो गति पर रीस।आठ चौक बत्तीस, काग़जों की होगी तफ़्तीस ।।आठ पंजे चालीस, सीट बेल्ट को कहती पुलि
07 ईमानदारीसात एकम सात, ईमान का दो साथ।सात दूनी चौदह, करो सच्चा सौदा ।।सात तिया इक्कीस, बेईमानी गन्दी चीज़ ।सात चौक अट्ठाइस, कम रखो ख्वाहिश ।।सात पंजे पैंतीस, मेहनत करो तुम नित।सात छंग बयालिस, सोना बन
06 धैर्यछः एकम छः, धैर्य से काम ले।छः दूनी बारह, धैर्य का बोलबाला।।छः तिया अठारह, जीवन बनता प्यारा।छः चौक चौबीस, सब्र तू रखना सीख ।।छः पंजे तीस, तुम बनो धीर।छः छंग छत्तीस, करे दृढ़ता चारित्रिक ।।छः सत
05 सत्यनिष्ठापाँच एकम पाँच, नहीं साँच को आँच ।पाँच दूनी दस, सदा झूठ से बच।।पाँच तिया पन्द्रह, बनो न्याय प्रिय। पाँच चौक बीस, ईमानदारी को मिलती तरजीह ।।पाँच पंजे पच्चीस, सत्य की होती जीत।पाँच छंग
04 सन्तोषचार एकम चार, सन्तोष जीवन का सार।चार दूनी आठ, सुख की इकलौती गांठ ।।चार तिया बारह, भूल जाएं दुःख सारा।चार चौक सोलह, भरो पूण्य से झोला ।।चार पंजे बीस, मत करो किसी से रीस। चार छंग चौबीस, उठा
03 अनुशासनतीन एकम तीन, न बन अनुशासनहीन।तीन दूनी छः, समयबद्ध रह ।।तीन तिया नौ, देरी से काम क्यों।तीन चौक बारह, नियम हमको प्यारा ।।तीन पंजे पन्द्रह, नियमों से बंध जा।तीन छंग अट्ठारह, सफल जीवन हमारा।।तीन
02 स्वच्छतादो एकम दो, हाथ रगड़कर धो।दो दूनी चार, सफाई से कर प्यार ।।दो तिया छः, साफ कपड़ों में रह।दो चौक आठ, सफाई का पढ़ पाठ।।दो पंजे दस, नाखून साफ रख।दो छंग बारह, स्वच्छ घर हमारा ।।दो सत्ते चौदह, घर
01 नेकीएक एकम एक, नेक बनो भई नेक।एक दूनी दो, न बुरा कहो - न सुनो।।एक तिया तीन, परोपकार में हो लीन।एक चौक चार, अच्छा रखो व्यवहार ।।एक पंजे पाँच, अच्छाई को नहीं आँच ।एक छंग छः, सबसे मिलकर रह।।एक सत्ते स
प्यासा कौआएक बार की बात है किसी जंगल में एक कौआ रहता था। एक दिन उसे बड़ी जोर से प्यास लगी । वह पानी की तलाश में वह बहुत दूर तक उड़ता रहा, परन्तु कहीं भी उसे पानी नहीं मिला। जब वह बहुत थक गया तो उसे आख
बालक... मां में पढ़ने को जाऊँगा। छुट्टी होने पर आऊँगा।। गीत वीरता के गाऊँगा। वीर बहादुर कहलाऊँगा।।
सेब... सभी फलों में सेब हे न्यारा। लाल गाल सा प्यारा - प्यारा।। एक सेब जो रोज़ है खाता। डॉक्टर को वह दूर भगाता ।। मम्मी मुझको सेब दिला दो। वरना एप्पल जूस पिला दो।।
कार... मेरी प्यारी - प्यारी कार । नहीं कभी रहती बेकार ।। पापा को दफ़्तर ले जाती । और शाम को घर ले आती ।। छुट्टी के दिन हम सबको यह । पिकनिक के है मज़े दिलाती ।।
बन्दर... बन्दर आया, बन्दर आया। मदारी के संग बन्दर आया।। खोः खोः करके हमें डराये। मुँह पिचकाय, कभी खुजाये।। शीशा देखे टोपी पहने। बन्दरिया ने भी पहने गहने।।
गाय... प्यारी प्यारी गाय हमारी, दूध हमें ये देती है। इसके बदले में केवल बस, चारा-पानी लेती है। इसके बछड़े बेल बनते हैं, खेत में हल चलाते हैं। उनकी ही मेहनत से फिर,&n
रक्षा बन्धन... रक्षा बन्धन का त्योहार। धूम धाम से आता है।। भाई बहिनों का यह प्यार। गीत अनोखे गाता है।।
वायुयान... हवा में सर-सर उड़ा जाए। चीन, जपान, रूस, अमरीका, जर्मन, फ्रांस हो या अफ्रीका कुछ ही घंटो में पहुँचाए, हवा में सर सर उड़ता जाए। युद्धों में यह बम बरसाए, बाढ़ो मे
रेल... एक - एक करती आती रेल, आग और पानी का खेल। दूर - दूर की सैर कराती, नदियाँ, पर्वत पार कराती। किसी को दफ्तर, पर पहुंचाती, बिछड़ा को ये पुनः मिलाती।
तोता... हरियल तोता बड़ा निराला, 'गंगा राम' कहलाता है। आम, लीची, सेब, सन्तरे, बागों में ये खाता है। पिंजरे में भी खुशी से रहता, राम-राम फिर सबसे कहता।
1. घोड़ा... तांगे में भी ये है लगता। और लड़ाई में है लड़ता।। बहादुर भी है इस पर चढ़ता। सरपट दौड़े कभी न अड़ता।। सर्कस में ये खेल दिखाता। घास चने खुश होकर खाता।।
दृश्य: जंगल में सब कुछ अच्छा चल रहा है लेकिन कई दिनों से तोता(मिट्ठू) किसी को दिख नहीं रहा। हाथी (गजोधर), चूहा (कतरू) और बंदर (गोलू) उसी की बात कर रहे हैं।हाथी (गजोधर): गोलू काफी दिन हो गए हैं मिट्ठू