मर्डर-मिस्ट्री-विथ-लव-बर्ड-1 अच्छा हुआ आपने बचा लिया सर, वरना मेरा तो मर्डर हो चुका था। लम्बी साँस लेकर वो बोला। लेकिन जय ऐसा किसने, क्यो किया? ASI वीरभद्रसिंह बोले। खुद असमंजस में जय बोला सर!!! पता नहीं, ये सजा महोब्बत की हैं या राजनीति की। तु
रात के ३ बजे अचानक से तनु की आंखे खुल गई न जाने क्यों कमरे में ठंड बढ़ गई थी नवंबर की शुरुवात थी और मौसम रात को ठंडा हो जाता था तनु ने उठ के पानी पिया और देखा था खिड़की खुली हुई थिनौर उस में से ही ठंडी हवाएं आ रही थीं, तनु सोच में पड़ गई ये खिड़क
ये किताब एक दापंत्य जीवन को और मजबुत करें इस इरादे से इसे लिखी गई हैं। इसमे धनात्मक बाते और अच्छी बातो का सृजन किया गया हैं। किसी व्यक्ति को ठेस ना पहुँचे इसका पुरा ध्यान रखा गया हैं।
( अपने बाॅयफेंड अक्षय और अपनी बचपन की दोस्त अक्षरा से खाए धोखे से टूट चुकी रिमझिम अब किसी पर भी भरोसा ना करने का फैसला ले चुकी थी। ) 2 महीने बाद....... गुजरात से मुंबई आने के बाद रिमझिम अपने अतीत से कोई मतलब नही रखना चाहती थी वो रात
क्यों माँ काली के पैरों में लेटे हैं शिवजी? माँ काली की कुछ ऐसी तस्वीरें होती हैं, जिनमें वे शिव के ऊपर पाँव रखी हुई हैं। आइए जानते हैं शिव और माँ काली की कहानी कि, काली मां ने क्यों रखा शिव जी के ऊपर पैर? प्राचीन काल में राक्षस अपनी तपस्या के बल पर
"मॉर्निंग टाइम R.R. hostal जबलपुर" फ़ोन रिंग होता है तो लड़की सोए हुए कॉल रिसीव करती है हेलो......!!! उधर से कोई कुछ बोलता है की थोड़ी देर बातें सुनकर लड़की उछलकर बेड से बाहर आ जाती है,,,!! क्या मम्मा क्यों करती हैं आप ये सब...? जब हम इसके लिए तैय
एक जवान विधवा के हालात पर आधारित है ये कहानी।
इस किताब का नाम ‘झूठी महबूबा, पागल महबूब है' इस किताब में इक ऐसी महबूबा की कहानी है जो बहुत झूठी होती है लेकिन सच्ची प्रेमी होती है और इक ऐसा महबूब होता है जो बहुत बड़ा पागल होता है उसके प्रेम को और उसके झूट को समझना नहीं पाता है
एक ऐसे भाई की कहानी जो अपने पिता को दिए हुए वचन को निभाते हुए अपने छोटे भाई को गलत रास्ते से हटाकर सही रास्ते पर ले आता है...
यह कहानी उस महिला के जीवन की है जिसने महज 43 की उम्र मे ही ज़िन्दगी के हर पड़ाव को हस्ते -मुस्कराते हुए पार किया है न जाने उसने कितनी ही विपरीत परिस्थितयो का डटकर मुकाबला किया और आज वो अध्यापिका के पद पर कार्यरत है । इस कहानी से हमे जीवन मे बहुत कुछ
कहते है कि समय के साथ सब कुछ बदल जाता है, पृथ्वी हो या पाताल, स्वर्ग या यम लोक । समय के अनुसार सब कुछ बदल जाता है। ओर बदल जाते हे वहाँ के लोग। जब पृथ्वी पर इंसान बदल गए तो यम लोक में देव ओर बाक़ी के लोग केसे ना बदलते? इसी कहानी पर आधारित है हमारी यह
यह कहानी है, शेर के दो जुड़वा शावकों की, जो अपने निवास स्थान जंगल से चुरा लिए जाते है । जहाँ एक शावक को अत्याधिक हिंसक और उतेजक बना कर सरकस में रखा गया था । वही छोटा शावक राजकुमारी को उपहार में दे दिया जाता है। पर एक छोटा सा माजकराजकुमारी के साथ साथ द
यह कुदरत भी ना ! हम गरीबों पर ही सारे कहर ढ़ाहती है । छोटा सा तो परिवार है हमारा । अम्मा .. बाबूजी .. रज्जो ... मैं और मेरी फूल सी ढाई वर्ष की बिटिया कमली । सब कुछ कितना अच्छे से चल रहा था । बाबूजी के साथ मिलकर मैं अपनी जमीन के छोटे से टुकड़े प
क्रोध को हि जितने मे सच्ची मर्दानगी है। क्रोध तो मधुमक्खी के छत्ते पर पत्थर क्रोध का मतलब है दूसरे की गलतियो की सजा खुद को देना। क्रोध समझदारी को घर से फेकने के समन तो। क्रोध मे मनुष्य की आंखे बंद हो जाति है जुबान खुल जाता है क्रोधहिन मनुष्य देवता ह
में गुजरात के एक छोटे से शहर सुरत में रहता हु ,में अपने घर मैं अपनी मां और अपनी एक बड़ी बहन के साथ रहता हु ,पिताजी का तो बोहत साल पहले ही कैंसर की वजन से मृत्यु हो गया था उसके बाद घर मैं सिर्फ मैं और मेरी मां और मेरी बड़ी बहन सिर्फ हम तीनो लोग ही रहत