दूषित खानपान तथा
जीवन शैली से पेट की
कई समस्याएं जैसे
एसिडिटी, अफरा या
दर्द आदि होने
लगती हैं। वर्तमान
समय में लोग पेट की
समस्याओं से काफी
परेशान हैं। स्कुल,
कॉलेज के छात्र,
व्यापारी या जॉब
वर्कर्स जैसे लोगों
की जीवन शैली
कुछ इस प्रकार
की होती है की इनका
अधिकतर समय घर के बाहर
ही गुजरता है।
ज्यादा समय बाहरी
वातावरण में रहने
तथा खाने पीने
के परिणाम स्वरुप
पेट खराब होने
लगता है। जॉब वर्कर्स, स्कुल, कॉलेज
के छात्र या
व्यापारी जो ज्यादातर
बाहर रहते हैं
तथा बाहरी वस्तुओं
का सेवन करते
हैं। इन कारणों
से भी पेट ख़राब हो
जाता है। इस प्रकार की
समस्याओं के लिए
पॉचस्ट सीरप या टेबलेट एक
सर्वाधिक गुणकारी औषधी है।
इस औषधी का मानव शरीर
पर कोई दुष्प्रभाव
नहीं होता है। इस
औषधी में त्रिफला,
अमलतास, स्वर्ण पत्री,
वायविडगं जैसी प्राकृतिक
ओषधियां हैं जो पेट को
स्वस्थ रखने में
बहुत कारगर होती
हैं।
पेट तथा पाचन
संबंधी समस्याएं -
1 - बवासीर की समस्या।
2 - कब्ज की समस्या।
3 - पेट में छाले
होना।
4 - भूख न लगना।
5 - पेट में जलन
होना आदि।
पेट तथा पाचन
संबंधी समस्याओं के
कारण -
1 - अस्वस्थ खानपान तथा
सुस्त जीवनशैली।
2 - चाय, कॉफी आदि
का अधिक सेवन
करना।
3 - अधिक मिर्च मसाले
का भोजन करना।
4 - ऑयली भोजन अधिक
करना।
5 - व्यायाम न करना
तथा पानी कम पीना।
जिन लोगों का
समय अधिकतर बाहरी
स्थान पर ही गुजरता है।
ऐसे लोग बाहरी
वस्तुओं का सेवन अधिक करते
हैं और इसी कारण उनका
पाचनतंत्र खराब हो
ही जाता है।
पेट की समस्याएं
आगे चलकर ज्यादा
गंभीर हो जाती हैं। यदि
ऊपर लिखे लक्षणों
को ध्यान में
रख कर समय से लोग
अपना उपचार करा
लेते हैं तो भविष्य में
कोई समस्या नहीं
हो पाती है।
यदि ये लोग पॉचस्ट सीरप
या टेबलेट का
सेवन प्रतिदिन करते
हैं तो उनको सामान्य लोगों से
पेट की समस्याओं
का ख़तरा कम ही होता
है।
कुछ लोग शराब
का सेवन करते
हैं यह भी पाचन तंत्र
के ख़राब होने
का कारण होता
है। जो लोग बजन उठाने
या ज्यादा घूमने
फिरने का कार्य
करते हैं उन लोगों को
भी पाचन संबंधी
समस्याएं हो सकती
हैं। इन सभी समस्याओं से बचने के लिए
ये लोग पॉचस्टसीरप या टेबलेट
का सेवन कर सकते हैं।
पेट तथा पाचन
तंत्र की समस्याओं
से बचने के लिए कुछ
उपाय -
1 - तेज मिर्च मसलों
के भोजन से परहेज करें।
2 - ऑयली भोजन का
सेवन न करें।
3 - तनाव लेने से
बचें।
4 - प्रतिदिन
पॉचस्ट सीरप या टेबलेट का
सेवन करें।
5 - प्रतिदिन
व्यायाम करें तथा
अधिक पानी का सेवन करें।