पुरुषों में यौन
समस्याएं लगातार बढ़
रहीं हैं। आयुर्वेद
तथा मेडिकल साइंस
का इस बारे में मत
है की टेस्टोरोन
हार्मोन की अनियमितता
तथा कमी के कारण ये
समस्याएं पैदा होती
हैं। अनुचित खानपान
तथा दूषित जीवन
शैली के कारण ही शरीर
में टेस्टोरोन हार्मोन
की मात्रा अनियमित
तथा कम हो जाती है।
अतः दूषित खानपान
तथा जीवन शैली
को तुरंत सही
कर लेना इन समस्याओं से बचने का सबसे
पहला उपाय है।
इसके अलावा तंत्रिका
संबंधी विकार, नशीली
चीजों का सेवन,
किडनी या ह्रदय
की समस्याएं आदि
भी इन समस्याओं
के होने के कारण हो
सकते हैं।
जॉब तथा व्यापार या कॉलेज के छात्रों में मानसिक दबाव तथा अनियमित जीवन शैली के कारण कई प्रकार की यौन समस्याएं पैदा हो जाती हैं। कई लोगों को अपने कार्य से अधिकतर घर से बाहर रहना पड़ता है। अतः अधिक बाहरी खानपान भी कई बार यौन जीवन को प्रभावित करता है। खानपान, वातावरण, मानसिक स्थिति का सही न होना यौन जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।
लोगों में बढ़ती यौन समस्याएं के आयुर्वेदिक उपाय -
आयुर्वेद के उपचार
से यौन रोगों
में बहुत जल्दी
मिलता है। इसका
एक फायदा यह
भी है की ये ओषधियां
प्राकृतिक घटकों से
तैयार की जाती हैं अतः
वे मानव शरीर
पर कोई दुष्प्रभाव
नहीं डालती हैं।
एम्बिक आयुर्वेद कंपनी
की कंदर्प चूर्ण तथा सीरप एक ऐसी ही
आयुर्वेदिक औषधी है
जो मानव की यौन समस्याओं
में बहुत लाभकारी
सिद्ध होते हुए
शरीर में टेस्टोरोन
हार्मोन को संतुलित
करती है। कंदर्प
चूर्ण तथा सीरप
शुक्रवर्धक, रक्तविकार तथा नपुंसकता
जैसी समस्याओं में
भी बहुत लाभकारी
है।
कंदर्प सीरप के
प्राकृतिक
घटक
-
1 - शतावर
- यह
नपुंसकता में लाभकारी
होता है।
2 - अश्वगंधा
- यह यौन ऊर्जा
बढ़ाने तथा तनाव
को घटाने में
मददगार है।
3 - कौंच बीज - यह
नपुंसकता को ख़त्म
करने तथा शुक्राणुओं
को बढ़ाने में
मदद करता है।
यदि आप कंदर्प
को सीरप के रूप में
सेवन करते हैं
तो इसकी दो दो चम्मच
सुबह शाम भोजन
करने के बाद वयस्कों को लेनी चाहिए। यदि
आप कंदर्प चूर्ण
का उपयोग करते
हैं तो 10 से
20 ग्राम चूर्ण सुबह
शाम गुनगुने दूध
के साथ भोजन
करने के बाद वयस्कों को लेनी चाहिए।
इन चीजों को
भी
अपनाएं
-
1 - प्रतिदिन
व्यायाम करें।
2 - जीवन साथी से
अच्छे संबंध बनाकर
रखें तथा अन्य
किसी से यौन संबंध न
रखें।
3 - शराब का सेवन
न करें या उसको सीमित
कर दें।
4 - धूम्रपान
को न करें या उसको
सीमित कर दें।