गिलोय आयुर्वेद की एक ऐसी औषधी
है, जिसका सेवन
हर उम्र का व्यक्ति कर सकता है। यह
बेल के रूप में पाई
जाती है और इसका आकार
पान के पत्ते
की तरह होता
है। यह सभी के लिए
यह बहुत लाभदायक
होती है। जिन लोगों की
रोग प्रतिरोधक क्षमता
कम होती है वे जल्दी
बीमार हो जाते हैं। बरसात
के मौसम में कई
प्रकार के संक्रमण
हो जाते हैं
जो किसी भी व्यक्ति को बीमार
कर देते हैं।
इस मौसम में
रोग प्रतिरोधक क्षमता
कम हो जाती है। इस
कारण मानव के बीमार होने
की संभावना ज्यादा
हो जाती है।
गिलोय अर्क शरीर
की रोग प्रतिरोधक
क्षमता को बढ़ाता
है जिसके कारण
इसका सेवन करने
वाले बीमार होने
से आसानी से
बच जाते हैं।
गिलोय अर्क की सबसे ख़ास
बात यह है की इसका
सेवन किसी भी मौसम में
तथा किसी भी आयु वर्ग
में किया जा सकता है।
यह प्रत्येक रोग
में लाभकारी साबित
होता है।
बच्चों के लिए
भी
लाभकारी
-
कई बार बच्चे
खून की कमी के कारण
एनीमिया रोग के शिकार हो
जाते हैं। इस रोग से
ग्रसित बच्चे के
लिए गिलोय अर्क
का सेवन बहुत
लाभकारी होता है।
इसके अलावा पीलिया
रोग में भी यह लाभ
देता है। यह डेंगू तथा
टाइफाइड के बुखार
से भी बच्चों
की रक्षा करता
है। रक्त विकार
होने पर भी यह बहुत
उपयोगी होता है।
इसके सेवन से बच्चों की
रोग प्रतिरोधक क्षमता
बढ़ती है अतः वे अनेक
रोगों से आसानी
से बच सकते हैं। यदि
बच्चा आसानी से
गिलोय अर्क का सेवन नहीं
कर पा रहा है तो
उसको दूध, शहद,
गुनगुना पानी, जूस
आदि के साथ मिलाकर भी
इसको दिया जा सकता है।
इन सब चीजों
के साथ गिलोय
अर्क को मिलाकर
आसानी से बच्चे
को दिया जा सकता है।
आखिर गिलोय अर्क
क्यों
है
महत्वपूर्ण
औषधी
-
आयुर्वेद में गिलोय
को अमृता के
नाम से भी जाना जाता
है। क्योंकि यह
अमृत के समान ही शरीर
की समस्त बीमारियों
से रक्षा करता
है। गिलोय
अर्क को हर उम्र के
व्यक्ति को स्वस्थ
तथा बिमार दोनों
अवस्थाओं में दिया
जा सकता है।
गिलोय अर्क, गिलोय
चूर्ण, टेबलेट या
सीरप से ज्यादा
प्रभावशाली और शीघ्र
लाभ देने वाला
होता है। गिलोय
अर्क के सेवन से बच्चों
तथा बड़े लोगों
में शारारिक, मानसिक
तथा रोग प्रतिरोधक
क्षमता का विकास
होता है।
गिलोय अर्क का
महत्व
-
1 - यह फ्री रेडिकल्स
डैमेज से सुरक्षित
करता है तथा इसमें प्रचुर
मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट मिलते हैं।
2 - इसका सेवन प्रदूषित
हवा तथा वायरस
से बचाता है
अतः सेवन करने
वाले अनेक बीमारियों
से बच जाते हैं।
3 - अशुद्ध वातावरण के कारण अस्थमा की
समस्या बढ़ती जा रही है।
गिलोय अर्क का सेवन बच्चों
को इस घातक समस्या से
बचाता है।
4 - इसके सेवन से
उदर विकार यानि
पेट की समस्याएं
नहीं होती हैं।
5 - अक्सर दस्त तथा
पेचिस की समस्याएं
हो जाती हैं।
गिलोय अर्क के सेवन से
बच्चों की ये समस्याएं दूर हो जाती हैं
तथा आगे भी इन समस्याओं
से बचाव रहता
है।