बच्चों में स्किन
एलर्जी की समस्या
काफी जल्दी हो
जाती है। असल में उनकी
स्किन काफी नाजुक
तथा कोमल होती
है इसलिए बच्चों
की स्किन की
देखभाल करना बहुत
आवश्यक होता है।
किसी भी बच्चे
में स्किन एलर्जी
के कई कारण हो सकते
हैं। कई बार यह एलर्जी
काफी दिन तक सही नहीं
होती है। धूल,
धूप तथा मिट्टी
में खेलने के
कारण बच्चों में
स्किन एलर्जी संबंधी
समस्याएं हो जाती
हैं। ऐसे में यदि शुरूआती
लक्षणों को पहचान
कर उनका उपचार
कर लिया जाए
तो बहुत सी समस्याओं से सहज ही मुक्ति
मिल सकती है।
बच्चों में होने
वाली
स्किन
एलर्जी
-
1 - लाल चकत्ते होना - स्किन एलर्जी की वजह से शरीर के कुछ हिस्से में लालिमा हो जाती है।
2 - ड्राइनेस का होना - स्किन इंफेक्शन या प्रदूषण के कारण त्वचा पर ड्राइनेस हो जाती है।
3 - एक्जिमा
- यह सूखी, पपड़ीदार
त्वचा होती है और किसी
भी तरह की खरोंच लगने
पर संक्रमित होकर
छाले या फुंसी
का रूप ले सकती है।
4 - पित्ती - इस समस्या में जलन या चुभन भी हो सकती है। यह शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है।
5 - घमौरी
- ये छोटे और
लाल दाने होते
हैं, जो शिशु की गर्दन,
पेट, छाती और अन्य अंगों
पर हो सकते हैं।
एलर्जी होने
के
कारण
तथा
उसका
समाधान
-
जब शरीर में
हिस्टामाइन नामक केमिकल
बनने लगता है,
तो त्वचा पर
एलर्जी हो सकती है ।
एलर्जी कई प्रकार
के रैशेज और
चकत्ते के रूप में होने
लगती हैं। संवेदनशील
त्वचा वाले बच्चों
में एलर्जी होने
का खतरा ज्यादा
हो सकता है।
यहां तक कि भोजन, साबुन
और डिटर्जेंट से
भी एलर्जी का
जोखिम बढ़ सकता है।
एलिएंट कैप्सूल एक आयुर्वेदिक
कैप्सूल है। इसका
निर्माण विभिन्न प्राकृतिक
घटकों से किया गया है।
इसका सेवन लाल
चकत्तों को घटाता
है तथा तथा खुजली को
मिटाने में मदद करता है।
एक्जिमा, सनबर्न से
निर्मित हुए लाल चकत्तों को ख़त्म करने में
एलिएंट कैप्सूल अपना
महत्वपूर्ण योगदान देता
है। इस कैप्सूल
में एंटी-इंफ्लेमेटरी
तथा एंटीबैक्टीरियल गुण
होते हैं जो की स्किन
एलर्जी की समस्या
का निदान करने
में सहायक होते
हैं।
10 वर्ष से 18 वर्ष
तक के बच्चों
के लिए एक एक कैप्सूल
सुबह शाम गुनगुने
पानी से देना चाहिए। एलिएंट
कैप्सूल एक हर्बल
औषधी है। अतः इसके कोई
दुष्प्रभाव नहीं होते
हैं। इसमें गंधक
रसायन, नीम छाल सत्व, गिलोय
सत्व, चित्रक मूल
सत्व, त्रिफला त्रिकटु,
त्रिवृत आदि विभिन्न
औषधियों का इस्तेमाल
किया गया है।