चूड़ी वाले हाथ में देखे दो कंगन एक कंगन के बाद कुछ चूड़ियां फिर सजा दूसरा कंगन उन कंगन की दूरी सा है हमारा बंधन होते तो दोनों एक हाथ में दूरियां है दिलों में रहकर भी साथ में एक हाथ पर जैसे वो कंगन सज
अब शिकायत नहीं जिंदगी से कुबूल है जिंदगी से मिला हर तोहफा ख्वाहिशों की राह छोड़ी हमने ना उम्मीद मिले किसी से वफ़ा जो दिल में बसे है जिंदगी उनसे ही सजे है जो अपना ना माने वो भी मेरे लिए बेगाने है दि
अंतिम कॉल ये होगी हमारी आखरी बात फिर ना मिलेंगे ये आखरी हमारी मुलाकात अधूरी हमारी कहानी और कुछ अनकहे जज़्बात मिलन हमारा नसीब नहीं अधूरा होगा साथ क्या ये कह देने भर से हो जाते है लोग जुदा क्या आसान ह
बिछड़न क्या है शिव सती से जाने शिव ने सही विरह सती भी कहा हार माने जन्म हर बार लिया शिव से मिलन को रह तकी शिव ने भी सहा बिछड़न को तपस्या सती की रंग लाई शिव का इंतजार भी हुआ खत्म जब घड़ी मिलन की आई मि
दिल की बातों का क्या जवाब दे आंखे तेरे सिवा ना कोई अब ख़्वाब दे कैसे बताएं तुमसे कितनी मुहब्बत है मुहब्बत का कैसे सनम अब हिसाब दे हाल ए दिल लफ्ज़ों में कैसे बयां करे रहना चाहे संग तेरे दिल बिछड़न से
बिछड़न एक छोटा सा अल्फाज़ पर धड़कनों में बसे दर्द का साज ताउम्र की ये पीर नैनों बहे बस नीर तड़प और तन्हाई का साथ किसी से बिछड़ने के बाद पलकें बिछी रहती है राहों में हर आहट पर लौट आने का इंतजार वक्त चा
बातें जो दिल की है लबों पर आने को इनकार करती है समझे नहीं कोई आंखों में तो झलकती है कभी कागज़ से कभी कलम से गुहार वो करती है सहारा मांगती है शब्दों के सजने को हो कोई बातें वो समझने को आंखे हो जाती न
बीते दिन बिन मिले बीत गए साल बातें चाहे ना हुई जाने फिर भी एक दूजे का हाल जाने कितनी घड़ियां बीती हुआ ना एक दूजे का दीदार लाख दूरी सही इससे तो कम नहीं होता भाई बहन का प्यार दिल से जुड़ी ये कच्चे धागे
आंखों का मेरे तू बन जाना काजल बरस जाना कभी बनकर आवारा बादल मेरे आसमान का तुम बन जाना सितारा बन जाना तुम मेरे यूं पिया मिलन हो जाए हमारा तू ही इबादत तू ही जुनून तू राहत तू ही सुकून तेरी मुहब्बत की मि
वो लम्हें सुहाने प्यारे है पिया मिलन के अहसास तन मन पि के रंग रंगा पिया मिलन के पल है खास जाना पि मिलन से गहरा दरिया प्रेम का बहता उल्टी धार डूब कर पिया प्रेम में जाना प्रीत में जो है सुकून और करार
दिल तेरा जो हो जरा सा खाली दिल में अपने जरा सी जगह दे दो तेरे दिल में पाकर जगह मुस्कुराने की कुछ तो वजह दे दो आसान नहीं माना दिल में किसी को बसाना एक मौका देकर बनने दो फिर नया फसाना माना तर्जुबा इश्क
दिलबर तुमसे दिल को मेरे प्यार हुआ बिन तेरे हर लम्हा दुश्वार हुआ तेरे लिए दिल ये बेकरार हुआ हां दिल को मेरे तुमसे प्यार हुआ प्यार के प्यारे से अहसास से अनजान था दिल अनछुए इन प्यारे जज़्बात से महरूम न
तकिया नहीं मिलता कुछ नींदों को बाहों का मंजिल नहीं मिलती सफ़र करते रहना ही नसीब है कुछ राहों का जिसे जान कहते है उसकी के बिना जीना पड़ता है उसके साथ रहने को उसी से लड़ना पड़ता है इश्क का सागर बसाए ह
वो अनजान मुसाफिर है ख्वाहिश मिल जाए फिर वो अजनबी दिल में घर कर रहा है मुलाकात को दिल मचल रहा है दिल खींचा चला जा रहा है उसके ख्यालों में शायद प्यार का सफ़र शुरू हो रहा है प्यार तो उसे भी हमसे यकीनन हो
तुम बदल ना जाना सनम तेरी हो गई है हमें आदत इस क़दर तुमसे हुई है चाहत तेरे सिवा दिल ना चाहे किसी की आहट तुमसे जिंदगी में है नूर हो ना जाना कभी हमसे दूर चाहे दिल में रहो चाहे ख्यालों में रहना या रह जान
तेरे मेरे दरमियां ना कोईशक होतेरी मेरी मुहब्बत कीएक अनोखी सी महक होतू मेरा बन जाए ऐसेतेरी मैं हूं जैसेचाहत का रंग गहरा होखुशियों का वहां पहरा होइस कदर एक दूजे के हो जाएजितना मुझ पर तेरा हक़ होउत
दिल ढूंढता है फिर वो लम्हेजब तेरी बाहों के साए मेंखूबसूरत पल थे बिताएकाश वो लम्हे फिर मिल जाएभूलकर सारे दर्द एक बार फिर मुस्कुराएकाश वो लम्हे फिर लौट आएतेरी चाहत में जब बेसब्री सेइंतजार के मीठे प
नींदें आंखो से गुमख्वाब भी सारे खो गएबिन तेरे और भी तन्हा हो गएदिल की तड़प सह ना पाएधड़कनें भी खफा हो गईतेरी याद में आंखे भी बरस कर रह गईअजीब कशिश है तेरी याद मेंहोश है गुम खोए बस तेरे ख्याल मेंदिल ते
प्रेम नहीं शब्दजो कागज़ पर उतारा जाएप्रेम नहीं कोई घटनाजो घटित हो जाएप्रेम नहीं कोई नज़ारानज़रों से देखा जाएप्रेम न कह कर बताया जाएप्रेम तो है अहसास बंद आंखो से भी महसूस हो जाएप्रेम में तो हर मं
निष्कर्ष की बात ने काश्वी की सारी खुशी को धुंधला कर दिया। थोड़ी देर पहले तक वो खुद पर इतरा रही थी लेकिन अब उसे खुद पर ही शक होने लगा। धीरे – धीरे निराशा उसे घेरने लगी और वो चुपचाप एक कोने में जाकर