दिल ढूंढता है फिर वो लम्हेजब तेरी बाहों के साए मेंखूबसूरत पल थे बिताएकाश वो लम्हे फिर मिल जाएभूलकर सारे दर्द एक बार फिर मुस्कुराएकाश वो लम्हे फिर लौट आएतेरी चाहत में जब बेसब्री सेइंतजार के मीठे प
नींदें आंखो से गुमख्वाब भी सारे खो गएबिन तेरे और भी तन्हा हो गएदिल की तड़प सह ना पाएधड़कनें भी खफा हो गईतेरी याद में आंखे भी बरस कर रह गईअजीब कशिश है तेरी याद मेंहोश है गुम खोए बस तेरे ख्याल मेंदिल ते
प्रेम नहीं शब्दजो कागज़ पर उतारा जाएप्रेम नहीं कोई घटनाजो घटित हो जाएप्रेम नहीं कोई नज़ारानज़रों से देखा जाएप्रेम न कह कर बताया जाएप्रेम तो है अहसास बंद आंखो से भी महसूस हो जाएप्रेम में तो हर मं
निष्कर्ष की बात ने काश्वी की सारी खुशी को धुंधला कर दिया। थोड़ी देर पहले तक वो खुद पर इतरा रही थी लेकिन अब उसे खुद पर ही शक होने लगा। धीरे – धीरे निराशा उसे घेरने लगी और वो चुपचाप एक कोने में जाकर
वो तस्वीरें जो तुमने फाड़ दी कुछ बची जो मैंने बिगाड़ दी उन तस्वीरों में नहीं थे मात्र चेहरे उनमें एक अटूट बंधन के निशा थे तेरे मेरे जन्मोजन्म के प्रीत की परछाई थी कहानी तेरी मेरी नए जीवन की समाई थी था
गुलाब जैसा था मेरा प्यार कांटे ही आए उस रास जब जब माना उसे खास कहने हो हुई दिल की बात हरकतों से उसने समझा दिया चाहत की उससे झूठी है मेरी आस बहुत देर कर दी उसने समझने प्यार आकर जीवन में निराश होकर लौट
काश्वी ने अपने पापा को काम्पिटीशन के बारे में बताया, वो इतनी खुश थी कि उसके पापा ने झट से हां कर दी, रात भर पूरा परिवार उसकी तस्वीरों में से 10 ऐसी तस्वीरें ढूंढता रहा जो उसके टेलेंट को सही - सही दिखा
** गॉड नोट लाइक माई लव ** कहते हैं मोहब्बत यदि किसी से हो जाए तो उसे भूला नहीं सकते और ना हो तो उस के, होने के सपनों में डूबे रहते है
नैना और अमन एक ही ओफिस में काम करते थे। दोनो में अच्छी मित्रता थी । समझ की बात हैं जब एक ही जगह साथ में कामकरते हैं तो दिन भर का ज़्यादातर वक़्त साथ ही गुजारते हैं। घर की बहुत सी बातें एक दूसरे से करत
काश्वी के बड़े होने के सिलसिले में कई मोड़ आए, कभी वो खुद से सवाल करती, तो कभी कोई उससे, कब खुश होती, कब उदास उसे खुद भी नहीं पता चलता, दूसरी लड़कियों से कुछ अलग थी, उसके पापा उससे अक्सर पूछते थे कि उ
कहानी शुरु होती है एक स्कूल के प्रिंसिपल रुम से जहां एक 10 साल की बच्ची को उसी के पेरेंटस के सामने प्रिंसिपल डांट रही है, “मिस्टर कुमार आपकी बेटी इतनी शरारती है, इसकी वजह से एक बच्चे का हाथ टूट गया, इ
"आज एक नई सुबह है, और इस नई सुबह की नई शुरुआत",खता- खत सिया अपने पुराने टाइपराइटर पर अपनी नई कहानी लिखे जा रही थी। महीने भर की कड़कती धूप के बाद दिल्ली में आज आखिरकार बारिश हुई थी। पूरा शहर उसी तरह
हैलो... दोस्तों ! आप सब कैसे हैं । मुझे मालूम है सब ख़ैरियत से हैं । तो चलिए... इसी ख़ैरियत में हम आप सभी को एक लवस्टोरी सुना देते हैं । क्या आप सभी तैयार हैं ? अगर हां...तो मुझे कमेंट बॉक्स में अपन
धानी चुनर ओढ़ प्रकृति शिवजी को रिझाने लगी है हवा भी बादलों के साथ प्रेम गीत गुनगुनाने लगी है सावन में बारिश की बूंदें दिल में प्रीत जगाने लगी है पिया मिलन को आतुर गोरी ऐसे में अकुलान
हमारी अधूरी प्रेम कहानी भी कितनी अजीब थीनही देखा कभी उसे लेकिन उसके करीब थीनही छुआ उसे कभी अपने हाथों से एक बार भीफिर भी उसके बदन की खुशबू साँसों में मेरी थी।न मिली कभी आँखें मेरी उसकी आँखों सेन मिले
अब तक आपने पढ़ा कि विवेक किसी लड़की को छुड़ाने के लिए कॉलेज से दीवार फांद कर गुंडे के पीछे भागता है अब इससे आगे... विवेक अपनी बाइक लेकर उनका पीछा करता है प्रोग्राम के वक्ता ने उसी वक्त अनाउ
गीत बरसती हुई कायनात हो , घनी अंधेरी रात हो ऐसे में हम तुम दोनों साथ हों, तो कोई बात बने बादल से छम छम शराब बरसे अंग अंग से नशीला शबाब छलके इश्क का नशा चढ रहा हलके हलके&n
बड़ी मस्त मस्त एक हसीना थी बड़ी खूबसूरत जैसे नगीना थी छू लो तो छुइमुई सी मुरझा जाये जरा सी धूप से वह कुम्हला जाये बात बात पर हाय, ऐसे शरमाए जैसे पूनम का चांद बदली में जाए
मैं फिक्र करूँ तेरी ये मेरा हक है तू मेरी परवाह भी ना करे ये तेरा हक है! मैं करूँ इंतेजार तेरा बस आठों पहर चाहे हो दिन या हो रातों का कहर मैं करूँ जिक्र तेरा मेरी हर बात में तू मेरी बात ही ना करे ये त
तुझे हक है कि मुझे तू हासिल कर ले वरना मुझे मेरे इश्क़ तू हासिल हो जा........ बरसते बारिश का सावन हो जा तू मुझ में इस तरह से शामिल हो जा......... तस्वीर को मेरी मुक्कमल कर ले मुहब्बत में मेरी ज़रा बिसमि