कितने प्यारे रिश्ते होते हैं जो हमें किस्मत से मिलते हैं अपनी यारियां को जन्नत बना देते हैं मेरे हॉस्टल की टोली में बहुत अच्छी यारियां मिली कुछ तो खास दोस्त बने और कुछ ने टीचर से डॉट खिलवाई कभी रोन
तुम मिले तो खुशियों की बहार आई थी समझ नहीं आया वह कैसी मोहब्बत थी.. अहम था मुझे कि उसकी जान थी उसके दिल में एक मेहमान सी थी .... कल तक जिसके लिए सब कुछ थी आज मेरी हर बात से उनको नफरत थी .... एक पुरा
जिम्मेदारियों का बोझ पाकर ख्वाब अधूरा हो गया वह बचपन का खेल ना जाने कहां गुम हो गया..... वह गांव और गलियां सब अजनबी हो गया वह सब मेरे दोस्त और लड़कपन जाने कहां गया...... मिट्टी और खपरैल का वह घरौंदा
तुमसे मिलने की तमन्ना दिल में छुपाए बैठे हैं कितने नादान हैं जो ऐसे ख्वाब सजाए बैठे हैं फलक पे बैठी हुई एक परियों की रानी हो तुम बेदर्द जमाने के हाथों अपने पर कटवाए बैठे हैं ख्वाबो
बेवफा मोहब्बत से थक गए अब रोने दो आँसू निर्दोष है इन्हें बस बहने हि दो..... 💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔 मोहब्बत में अब गम का अंधेरा छाया है जख्म मोहब्बत के भी सीने दो...... 💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔 चुप्पी छ
ये ना सोचो कि मुहब्बत में यार से क्या मिला खुशी या आंसू मुकद्दर है किसी से क्या गिला रूहानी इश्क वाले कभी शिकायत नहीं करते बेवफाई भी कुबूल है समझेंगे है उसका सिला श्री हरि
एक दिन हुस्न और इश्क में गजब ठन गई उस दिन की वो मुलाकात आखिरी बन गई हुस्न तो अपने सौंदर्य के नशे में मगरूर था आवेश में दोनों अभिमानी भृकुटियां तन गई इश्क समंदर देखता रहा
आज सुबह जगा तो देखा कि आसमान पर काली काली घटाएं छा रहीं हैं । रिमझिम रिमझिम फुहारें पड़ रहीं हैं । हवा भी बड़ी तेज चल रही है । रह रहकर बिजली कड़क रही है । पेड़ पौधे सब मौसम की सुर-ताल के साथ लय बद्ध त
आज सुबह जगा तो देखा कि आसमान पर काली काली घटाएं छा रहीं हैं । रिमझिम रिमझिम फुहारें पड़ रहीं हैं । हवा भी बड़ी तेज चल रही है । रह रहकर बिजली कड़क रही है । पेड़ पौधे सब मौसम की सुर-ताल के साथ लय बद्ध त
आंसुओ का समंदर तो हर कोई देता है "हरि" प्यार का दरिया बन जाओ तो कोई बात बने प्यार कोई इम्तिहान नहीं जिसमें पास फेल हों प्यार के अहसास में डूब जाओ तो कोई बात बने
प्यार का इम्तिहान देते देते थक गई हूं उन्हीं रिश्तों में कोई बोझ अंजान हुई हूँ..... भूल गए हैं जब से वो अपने प्यार को गुजरे हुए वक़्त का आज निशान हुई हूँ ..... प्यार के इम्तिहान से परेशान हुई ह
प्यार तो बहुत था तुमसे,पर मां पापा का प्यार भारी पड़ गया वफादार तो हम बहुत थे मां पापा की दुआएं असर कर गई.... मां पापा से रिश्ता तोड़ कर तुमसे रिश्ता ना बना पाएं हां शायद इतने कसूरवार हैं हम तेरे कि
सूरज हर रोज सुबह आ जाता अपने समय पर कभी नागा नहीं कोई न छुट्टी इतनी कर्तव्य निष्ठा इतना समर्पण इतना अनुशासन अनेकों बात जेहन में कहीं सूरज भी आशिक तो नहीं अपने प्रेमी की याद में इश्क में तङपता कोई इंत
क्या कहे क्या ना कहेसाथ तेरे हम रहेतू बाहों में हमें भरेसाथ में हम तारे गिनेरिमझिम बूंदे बरसेजब ये बूंदे तन को छु लेचाय की चुस्की हम केखूबसूरत आसमां हम तकेकल ना जाने क्या होफिक्र क्यों हम करेआज के ये
सुकून तुमसे दूर कहां तुम बिन जीवन नूर कहांकरार दिल को तेरे पास हैतुमसे जुड़े मेरे अहसास हैमेरे वजूद को तू महकाएंमहक तेरे इश्क सी तोफूलों में भी ना पाएबिन तेरे अधूरी ख्वाहिशेंअधूरे ख्वाब अधूरी है
मैं आपके आंगन का फूल हूं मुझे पंछी की तरह ना उड़ाओ पापा दिल मेरा सहम जाता है कि जब छोड़कर आपको दूर जाना है आपके आंगन के फुल को खिलने दो मुझमें क्या कमी रह गई जो मुझे आप सब से दूर जाना है मुझे मेरी
दर्द की दास्तानना सुना पाएशब्दों का लेकर सहराकागज़ पर दर्द ए दिल को सजाएआंसू बने स्याहीतन्हा रातें चांदसितारे दे गवाहीटूटे दिल की ये दास्तांखुशियों से था कभीहमारा भी वास्तावक़्त ने खेला खेलतकदीर
😘प्यारा सा वो अरमान वो है मेरी जान 😘वो प्यारी लड़कीचांदनी सी आसमां में है छाईबादल की बूंदों सी बरसात बन वो आईरिमझिम सी वो बौछारदोस्ती उसकी प्यारी प्यारा उसका प्यारनिराला उसका अंदाज़सब
रात भर बरसती रही और भीगती रही रातमेरे अंगने मे हुई चांदनी की बरसातसितारों का सजा रहा मेलातेरे ख्यालों मे खोया दिल मेरा अलबेलाजो तू होता पास जुदा ना होतेतेरे मेरे एहसासहाल ए दिल करते बयांभूलकर ये दुनिय