हे! राष्ट्रपिता,
महात्मा गाँधी,
तुम हो कितने महान,
हम सब कितने बौने हैं,
तुम कितने आलीशान ।
वो,
जिन्होंने दी थी तुम्हें
सरेआम गाली,
उन्हीं से तुमने
मुस्कुराते हुए
माला डलवा ली ।
वाकई,
तुम आज भी
महान हो,
हम सब कितने बौने हैं,
तुम,
कितने आलीशान हो ।
(c)@दीपक कुमार श्रीवास्तव "नील पदम्"