मनमौजी होते है इश्क के परवाने ,
दिल की सुने ये दिल की ही माने |
त्योहारों का देश हमारा नाना प्रकार से खुशियां मनाता।। गजक, मूंगफली कितने भाते।
त्यौहार की यादें
बड़ी ही सुहानी
आज बनकर रह
जैसे किस्से कहानी
त्य
मेरे हमसफ़र ,
तुम ही मेरे रहबर ,
तुमसे मिलने के बाद ,
मेर
एक समय था,जब मुझे ,
त्योहारों से प्यार था,
दशहरा हो,
दीवाली ह
जाते जाते जिंदगी से वो कमाल कर गया ,
टूटे दिल के टुकड़ों में खुद
मै गहरे पानी में उतर जाऊ ,
मै इश्क के समुन्द्र को पार कर जाऊ |
त्योहारों की यादें
खूबसूरत सौगातें
फूलो की तरह
सदा महकती