शत शत नमन हमारा है।
दूसरी सर्जिकल स्टाइक पर मेरी आसू रचना।।
आज गर्व से अपना सीना, दोवारा फिर फूल गया
उसको सवक सिखाया फिर से जो मर्यादा भूल गया।।
ये छब्बीस दिसम्बर भारत के हिस्से खुशियां लाया।
चार के बदले चार को मारा, ये संदेसा जब पाया।
सवा अरव भारतवासी सैना पर करने नाज दिखे।
अपने सैनिक पाकिस्तानी धरती पर सरताज दिखे।।
दो दिन मे बदला लेकर फिर, भारत को संतोष दिया।
भारत के सैना नायक ने सचमुच बदला ठोस लिया।।
दिया साफ संदेश पाक को, हम हिम्मत ना हारेंगे।
जब चाहेंगे तुझको तेरे, घर में घुस कर मारेंगे।।
सुनले पाक चुनौती देंने, तेरे घर ही आये हैं।
चार शहीदौं के परिजन की साथ दुआऐं लाये हैं।।
चार के बदले चार मार कर लौट आये हैं शान से।
अभी वक्त है उलझ नही तू मेरे हिन्दुस्तान से ।।
अगर न सम्हला तो सुनले तू , सीमा पार करेंगे हम।
कसम भवानी की अब तेरे हिस्से चार करेंगे हम।
शाँतिदूत ज्वाला बन कर जब जब भी संयम खोयेगें।
हिन्दुस्तानी खुश होंगे सब पाकिस्तानी रोयेगें।।
साफ चुनौती भारत की है, अब होगा अंधेर नही
खून का बदला खून से लेंगे, होगी कोई देर नहीं।।
रावत कहता है सैनिक के घर न अब क्रंदन होगा।
भारत के हर घर में अब सैनिक का अभिनंदन होगा।।
भारत की सैना से दुस्मन अपने घर मे हारा है।
उस सैना के इस साहस को शत शत नमन हमारा है।।
रचनाकार
भरत सिंह रावत
भोपाल