मतदान करते समय चुनावी पहचान पत्र ( Electoral Photo Identity Card
(EPIC)/ वोटर कार्ड का अपना विशेष महत्व है। जहाँ
तक याद पड़ता है देश व् दिल्ली सहित देश में 1992
में मुख्य चुनाव आयुक्त श्री T. N. शेषन के कार्यकाल में
पहली बार ब्लैक एंड वाइट फोटो सहित वोटर पहचान कार्ड बने।
वर्तमान
में दिल्ली सहित देश के अनेकों राज्यों में ( उत्तराखंड , उत्तरप्रदेश
आदि-आदि ) रंगीन/कलर्ड वोटर कार्ड जारी
किये जा रहें है।
बोगस
वोटिंग रोकने के लिए चुनाव में मतदान सूची व् वोटर कार्ड पर छपी नवीनतम फोटो का विशेष
महत्व है। मतदाता सूची व् वोटर कार्ड में छपी फोटों या अन्य पहचान पत्र के साक्ष्यों के मिलान के आधार पर मतदान
अधिकारी मतदाता को मतदान करने की अनुमति देते है ।
अक्सर
देखा जाता है , चुनाव सूची व् वोटर कार्ड पर मतदाता की फोटो काफी
पुरानी हो जाती है, पुरानी फोटो के कारण मतदान के समय चुनावी
अधिकारी को मतदाता की पहचान सुनिश्चित करने के लिए काफी श्रम करना पड़ता
है।
जैसे कि हम
जानते है कि अभी राष्ट्रीय मतदाता सेवा पोर्टल (National
Voters Service Portal ) पर किसी फार्म के अंतर्गत नवीन फोटो अपडेट का
कोई
विकल्प
नहीं है। अतः वर्तमान पते पर रहते हुए वह चाहते हुए भी अपनी फोटो अपडेट नहीं कर सकता Ɩ
वोटर्स लिस्ट, वोटर कार्ड में नवीनतम फोटो उसी दशा
में की जा सकती है जब मतदाता अपने पते , विधानसभा आदि
में परिवर्तन करें।
मतदाता सूची व्
वोटर कार्ड पर वोटर्स की नवीन चेहरे से मिलान वाली फोटो हो, इसके लिए राष्टीय चुनाव
आयोग को फार्म नंबर- 8 में फोटो के साथ- साथ, नवीनतम फोटो
अपडेट का विकल्प भी देना चाहिए।
इस
विकल्प से मतदाता राष्ट्रीय मतदाता पोर्टल पर नवीतम ऑनलाइन फोटो का अपडेशन कर सकता है, आवश्यक होने पर उसे अधिकारी दवरा
वेरीफाई किया जा सकता है। इस सुविधा से मतदान सूची में वोटर की
नवीन उपलब्ध होगी जो बोगस वोटिंग को रोक, सही मतदाता की पहचान
करने में सक्षम होगी। निश्चय ही सम्बंधित विभाग , अधिकारीगण इस ओर
उचित कदम उठायेगें। ऐसा इस ब्लॉग के माध्यम से आशा है Ɩ
जय
हिन्द ! जय भारत !