माननीय रेल मंत्री ,
नयी दिल्ली ।
विषय- नयी ट्रेन दिल्ली-हरिद्वार इंटरसिटी (अनारक्षित) एक्सप्रेस चलाने के लिए अनुरोध
महोदय,
दिल्ली व् उसके आस-पास से हजारों की संख्या में यात्री विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों जैसे मुंडन, अस्थि विसर्जन, गंगा स्नान आदि के लिए हरिद्वार आते-जाते है। ज्यादातर यात्रियों का आकस्मिक यात्रा का कार्यक्रम बनता है। दिल्ली-हरिद्वार रेल मार्ग पर यात्रियों के भारी दबाव के चलते अधिकतर यात्री आरक्षण न मिलने के कारण अनारक्षित टिकट पर यात्रा करते है। जैसा कि आप जानते ही है कि सुबह के समय दिल्ली से हरिद्वार के लिए चलने वाली सभी एक्सप्रेस गाड़ियां रिजर्व्ड केटेगिरी व् लंबी दूरी की होती है। उनमें से एक गाड़ी योगा एक्सप्रेस अहमदाबाद-हरिद्वार (19031) भी है। इस गाड़ी में जनरल कोच, यात्रियों के संख्या को देखते हुए नाकाफी है। सभी कोच स्लीपर होने के कारण दिल्ली के यात्रियों के लिए सीटों का रिजर्वेशन भी कम ही हो पाता है। आपसे निम्न अनुरोध है-
1- गाड़ी संख्या 19031 में दिल्ली से हरिद्वार तक जरनल कोचों के अलावा कम से कम चार रिजर्व कोचों को दिल्ली हरिद्वार के बीच अनारक्षित कोच में परिवर्तित कर अनारक्षित टिकट पर यात्रियों को यात्रा करने की अनुमति प्रदान के जाये। जिसकी घोषणा स्टेशन पर की जाए ताकि यात्रियों को कोई असुविधा न हो। रेलवे चाहे तो आरक्षित कोचों में दिल्ली हरिद्वार के बीच में अनारक्षित टिकटों पर यात्रा करने पर 20 रूपये का शुल्क लेकर यात्रा की अनुमति प्रदान कर सकता है।
2- दूसरे वर्तमान में सुबह दिल्ली से हरिद्वार के लिए वाया मेरठ , मुजफ्फरनगर, टपरी (सहारनपुर) कोई भी अनारक्षित इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन नहीं है। यात्रियों की भारी संख्या को देखते हुए मंत्री महोदय से अनुरोध है कि दिल्ली-हरिद्वार के बीच अनारक्षित इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन सुबह दिल्ली से लगभग पाँच बजे शुरू करने की कृपा करे ।
3- इससे दिल्ली, दिल्ली-शाहदरा, गाजियाबाद, मोदीनगर, मेरठ, खतौली, मुजफ्फनगर, देवबंद, टपरी, रुड़की आदि की ओर के यात्रियों को भारी लाभ होगा। एक्सप्रेस ट्रेन में एक पैर पर यात्रा करने की तकलीफ से छूटकारा मिलेगा। रेलवे की यात्री फ्रेंडली इमेज भी बनेगी। हरिद्वार-दिल्ली इंटरसिटी ( अनारक्षित एक्सप्रेस को हरिद्वार से शाम 4-5 PM के बीच दिल्ली के लिए रवाना किया जाये। इससे यात्री अपने दिन भर के धार्मिक अनुष्ठान कर दिल्ली वापस आ सकते है।
आशा है मंत्री जी अवश्य ही उपरोक्त सुझावों पर ध्यान देंगें। धन्यवाद ।