दिनांक-5 अगस्त,20 !
प्रधानमंत्री श्री मोदी जी
के कर कमलों से अयोध्या में भव्य राम मंदिर भूमि पूजन सचमुच किसी दिवा स्वप्नं के पूरा होने से कम नहीं है।
इस दिन
भारतीय जनमानस ने प्रधानमंत्री जी को एक महायोगी के रूप में देखा । उनके बोल-वचन, छवि नेता से अधिक किसी संत सी लग रही थी। सचमुच! आज देश को ऐसे ही नेतृत्व की आवश्यकता है ,जो छद्मता से दूर रहे। देश हित में दृढ़ता से, शीघ्रता से सटीक निडर होकर निर्णय ले। जो कण-कण में बसे राम को समझ, राम राज्य की कल्पना को
साकार करे।
आज धीरे
धीरे विश्व बदल रहा है। बदलाव ही प्रकृति का नियम है तो फिर भारत भी समय पर देशहित
व् जनहित में क्यों न बदले!
विश्व
में सनातनी सभ्यता जो सारे विश्व को एक परिवार मानती है व् जिसकी नीवं ही जीवो और जीने दो पर है, की धीमी-धीमी सुगंध विश्व में चारो ओर फ़ैल रही है।
आइये राममय हो विश्व के कल्याण की कामना करते
हुए प्रभु श्री राम से प्रार्थना करें कि भारत सहित पूरे विश्व का
कल्याण हो।
जय हिन्द
! जय भारत ! जय सिया राम !