केंद्र की मोदी सरकार दवरा जम्मू व् कश्मीर से धारा 370 व 35A समाप्त
करने के ऐतिहासिक, साहसिक व् दूरगामी निर्णय ने सभी भारतीयों को चकित कर दिया। भारतीय कहने लगे-“ निर्णय
लेने वाला हो,
तो ऐसा ! इस प्रकार का निर्णय केवल मोदी
व् अमित भाई शाह के कुशल नेतृत्व में ही लिया जा सकता है,
जिसे पक्ष व् विपक्ष का बड़ा समर्थन प्राप्त हो। परन्तु
कांग्रेस का इस पर विरोध विशेषतः राहुल-प्रिंयका जो अपने को देश के भावी pm की तरह देखते
है,
इस
पर चुप्पी साधना व् कांग्रेस के गुलाम नबी का विरोध पर उतरना देश में
पार्टी पर सवाल खड़ा कर रहा है
सोमवार की सुबह ( 05,अगस्त,19) को जैसे ही जम्मू व् कश्मीर को दो भागों में
बाँट- लद्दाख व् जम्मू-कश्मीर को अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाने
के साथ-साथ धारा 370 व् 35 A -जिसने 70 वर्ष
तक महिलाओं, दलितों व् वहां दशकों से बसे भारतीयों के
अधिकारों का हनन किया व् जम्मू-कश्मीर को केवल तीन परिवारों की जागीर
बना कर रख दिया,
को समाप्त करने की खबर
जंगल की आग की तरह फ़ैल गयी।
उस
दिन सभी केंद्र की मोदी जी के अविश्वश्नीय, अकल्पनीय साहसिक निर्णय की सराहना
करने लगे।
सर्जिकल स्ट्राइक , बालाकोट एयर स्ट्राइक की तरह इन निर्णय ने सभी 130 करोड़ भारतीय में जोश के साथ साथ तरक्की की उम्मीद की किरण जगा दी । लोग घरों में T.V. पर
चिपक इस पल का गवाह बनने को आतुर थे Ɩ
निश्चय ही मोदी जी, अमित शाह जी के इस ऐतिहासिक व्
सटीक निर्णय ने एक
ऐतिहासिक भूल का सुधार किया, जिसके लिए सभी बधाई
के पात्र हैं Ɩ आज देश को ऐसे ही कुशल राजनैतिक नेतृत्त्व की आवश्यकता है,
जो आगे बढ़कर देशहित में साहसिक
निर्णय लेने में देरी न करे व् देश को आर्थिक प्रगति के पथ पर ले जाए।
सरकार को
अभी कुछ और निर्णय लेने की
जरूरत है जैसे घुसपैठियों की
समस्या , बेरोजगारी , राज्य व् स्थानीय स्तर पर अल्पसंख्यक शब्द को परिभाषित करना
आदि-आदि।
आशा है हमारी सरकार जिसका ध्येय
ही –“ सबका साथ, सबका
विकास व् सबका विश्वास “ है भविष्य
में भी इसी तरह
के देशहित व्
जनहित में समय पर शीघ्र व् दृढ़
निर्णय लेती रहेगी।
सरकार को जम्मू
व् कश्मीर पर लिए गए सराहनीय निर्णय के लिए के साथ साथ सभी लद्दाख
व् जम्मू व् कश्मीर वासियों को उनके सुखद भविष्य की शुभ ,बहुत-बहुत बधाई !
जय हिन्द ! जय भारत!