कीचड में फंसी गाड़ी निकालने के लिए श्री हुनमान भक्त ने उनका स्मरण किया। हुनमान जी ने आते ही भक्त
के गिरे आत्मबल/मनोबल भांप, प्रेरित कर ललकारा ! अज्ञानी ! मेरा बल तुझ
में है ! तू थोड़ा प्रयास तो कर ! श्री हनुमान की वाणी से प्रेरित हो , भक्त
ने अपने आत्मबल से कीचड में अटकी गाड़ी एक क्षण में पार लगा लिया ।
मित्रों ! सभी में हनुमान
जी का बल है , बस
कमी है तो उसे अनुभव करने की। “भगवान् उन्ही की मदद करतें हैं जो
अपनी मदद स्वयं करते हैं ”
(God Helps Those Who Help Themselves ) अतः अपने आत्म बल/ मनोबल
के बल से आशावादी बन कोरोना का सामना कीजिये !
आज भारत सहित संसार के सभी देश कोरोना
माहमारी की चपेट में हैं। देश
में 25 March ,20 से 14 April ,20 तक लॉक डाउन है। आइये हम ईमानदरी से सोशल डिस्टेंसिंग अपनाकर, सरकार
, डॉक्टरों के अनुभव के आधार पर दिए गए सुझावों को अपनाकर
अपने अंदर के छुपे हुनमान के आत्मबल/मनोबल से “कोरोना” को फैलने से रोकने में अपनी, अपने
परिवार, समाज , देश
की सहायता करें Ɩ जिससे देश की अमूल्य नागरिक पूंजी की
रक्षा की जा सके। आज 130 करोड़ भारतीय , सिपाही की भूमिका में हैं जो अपने घर
की चौकी की “ कोरोना” के दुशमन से रक्षा करने में जी जान से जुटें है। यही हम सबकी ताकत
है।
सौभाग्य से देश में एक ऐसी दृढ निश्चय वाली सरकार
है जो लॉक डाउन के कारण उद्योग
धंदे बंद होने से रोजना अरबों-खरबों रेवेन्यू लॉस सह रही है। परन्तु उसके सामने देश
की अमूल्य नागरिकों पूंजी बचाने
की प्राथमिकता है।
निश्चय ही इस तरह का निर्णय बिरले
ही लेते है। भगवान् करे ! सरकार का यह प्रयास शत-प्रतिशत सफल
हो , ऐसी ह्रदय से कामना है। आइये
प्रार्थना करें -
सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः,
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुःख
भाग्भवेत्।
ॐ शांतिः शांतिः शांतिः
उपरोक्त का आशय है - "सभी सुखी होवें, सभी रोगमुक्त रहें, सभी
मंगलमय घटनाओं के साक्षी बनें और किसी को भी दुःख का भागी न बनना पड़े।" जय
हिन्द !जय भारत !