रुड़की- उत्तराखंड
का एक तेजी से उभरता हुआ एक शहर है। नया राज्य बनने से इसके आस-पास
के क्षेत्रों का तेजी से विकास हुआ है। रुड़की मिलिट्री , IIT- रुड़की,
पिरान-कलियर, सोलानी नदी के ऊपर से कल-कल बहती मन मोहती गंग-नहर । जहाँ
गंग-नहर
की खुदाई में देश में पहली बार रेल इंजन का उपयोग किया गया। गंग-नहर
के गंगा-जल से न केवल कृषि सिंचाई होती है वरन उत्तर प्रदेश
व् दिल्ली की प्यास भी बुझती है। यही नहर कानपुर तक के
क्षेत्र में हरियाली बिखेरती चलती है ।
विकास के
साथ कदम ताल करते इस शहर में आस-पास के काफी कस्बे
व् गावं रुड़की का अभिन्न हिस्सा बन गए है ।
ढंढेरा , लंढौरा , नगला इमरती , भगवानपुर, मोहम्मदपुर , रुड़की मिशन
, बिझौली गावं , पीरपुरा गावं , मंगलौर आदि-आदि को आज रुड़की के
हिस्से के रूप में गिना जा सकता है।
नया राज्य बनने से मंगलौर, लिब्बारेडी, भगवानपुर , लंढौरा , लक्सर
व् आस-पास के एरिया का इंडस्ट्रियल विकास हुआ है। जब शहर का विकास
होता है तो यातायात सम्बंधित आवश्यकता भी बढ़ती है। उसमें रेल यातायात
भी शामिल है।
देश की
राजधानी दिल्ली से मात्र लगभग 190 किलोमीटर की दूरी पर स्तिथ रुड़की दिल्ली
से सड़क व् रेल मार्ग से जुड़ा है। दिल्ली के लिए यहाँ से अनेकों ट्रेन है
जिसमें शताब्दी , जनशताब्दी ट्रेन तक शामिल है. परन्तु
अचानक यात्रा करने वालों के लिए कोई दिल्ली से कोई एक्सप्रेस अनारक्षित
इंटरसिटी ट्रेन नहीं है।
ट्रेन
यात्रियों की परेशानी को देखते हुए रेल विभाग से अनुरोध है कि दिल्ली-रूड़की
(वाया दिल्ली-शाहदरा, मेरठ-सहारनपुर ) के बीच एक इंटरसिटी ट्रेन का
संचालन करे।
जो दिल्ली
से सुबह 5 AM व् रुड़की से शाम 5 बजे रवाना हो । इस ट्रेन
के चलने से दिल्ली , रूड़की, पिरान कलियर , शाहदरा ,मेरठ , मुज्जफरनगर , देवबंद ,
सहारनपुर के यात्रियों को भी बड़ा लाभ होगा।
जो अभी सुबह के
समय कोई अनारक्षित एक्सप्रेस ट्रेन न होने के कारण सीट न मिलने के कारण
रिज़र्व्ड ट्रेनों के जनरल कोचों में फैमिली के साथ बड़े ही कष्ट से यात्रा करते है।
जिस प्रकार
रेल यात्रियों की परेशानी को देख केंद्र सरकार ने मेरठ से टपरी (
सहारनपुर) तक रेल लाइन के दोहरीकरण का बीड़ा उठाया है ( जिसमें जनवरी 18
तक मेरठ से खतौली तक रेल लाइन का दोहराकरण हो चुका है)
उसी प्रकार
दिल्ली -रुड़की इंटरसिटी मांग पर अपने मूल मन्त्र सबका साथ सबका विकास को ध्यान में
रख अवश्य ही सहानुभूतिपूर्वक विचार कर अमल में लाने का काम करेगी
धन्यवाद ।