वर्ष 2015 में केंद्र सरकार व् राज्य सरकार के सहयोग से बिजली की खपत कम करने व् विद्युत् उपभोगताओं की बचत करने के उद्देश्य से दिल्ली में Energy Efficiency Services Ltd ( “EESL”) ने Cropton Greaves Ltd (“CGL” ) दवरा निर्मित 7 वाट के LED बल्ब सभी घरेलू विद्युत उपभोगताओं को प्रति बिजली कनेक्शन 4 बल्ब को 3 वर्ष की वारंटी के साथ Rs.93 की दर से उपलब्ध कराये।
इस
स्कीम के अंतर्गत Rs.10 प्रति बल्ब पहले व् बाकी का भुगतान Rs.
10 प्रति बल्ब की दर से उपभोगताओं के बिजली बिलों में जोड़ कर किया गया। वैसे घरेलू उपभोक्ता
द्वारा प्रति बल्ब Rs. 93 की दर से खरीदते समय
भी पूरा भुगतान किया जा सकता था। इसके लिए उपभोक्ता को “DEED RECEIPT”
भी दी गई
क्यों कि इसमें केंद्र
व् राज्य सरकार दोनों सम्मिलित थी व् 3 वर्ष की वारंटी का वायदा किया गया था तो सभी विद्युत्
उपभोक्ता ने इस स्कीम को हाथों-हाथ लिया।
अभी यह LED
बल्ब 3 वर्ष की वारंटी में है। परन्तु फिर भी असंख्य उपभोक्ताओं
के LED बल्ब खराब होने लगे है। उनमें से मैं भी एक हूँ। परन्तु अब समस्या
यह है कि उपभोक्ता वारंटी पीरियड में खराब LED बदलने के लिए किस एजेंसी के
पास जायें ? अर्थात वो बिजली कम्पनी, राज्य सरकार, केंद्र सरकार ,LED निर्माता
कम्पनी या “EESL” जिसने LED की बिक्री की व् क्रेता को DEED RECEIPT जारी
की।
केंद्र
सरकार से अनुरोध है कि वह इस संबंध में सम्बंधित एजेंसी को उचित दिशा निर्देश
जारी करे। ताकि वारंटी समयावधि के चलते सभी परेशान उपभोक्ताओं की खराब
LED बिना किसी खर्च व् परेशानी
के बदला जा सके। ऐसा करने से लोगों का केंद्र सरकार
की “उजाला” स्कीम में वारंटी का भरोसा
और बढ़ जाएगा।